– दिल्ली की शिक्षा मंत्री की जिम्मेदारी दिल्ली प्रशासन संभालना, निगम में उनका दखल नहीं होगा बर्दाश्त
– निगम की तानाशाह आप सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को डरा धमका कर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन कर रही है निगम की आप सरकार
नई दिल्ली, 7 अक्टूबर 2023 :
दिल्ली नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह ने दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी द्वारा दिल्ली नगर निगम के विद्यालयों में जाकर किए जा रहे औचक निरीक्षण की कठोर निंदा की। राजा इकबाल सिंह ने कहा कि दिल्ली की शिक्षा मंत्री का अधिकार क्षेत्र दिल्ली प्रशासन के विद्यालयों की व्यवस्था दुरुस्त करने से संबंधित है, उन्होंने कहा कि दिल्ली की मेयर से अगर दिल्ली नगर निगम के स्कूल नहीं संभल रहे हैं तो उन्हें अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए। राजा इकबाल सिंह ने कहा कि हम दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी द्वारा गलत तरीके से दिल्ली नगर निगम के कार्यों में किए जा रहे हस्तक्षेप को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे और अगर उन्होंने अपनी यह कार्रवाई बंद नहीं की तो हम दिल्ली के माननीय उपराज्यपाल से इस संबंध में शिकायत भी दर्ज करेंगे।
नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह ने कहा कि दिल्ली नगर निगम की सत्ता पर काबिज होने के पश्चात निगम के स्कूलों में छात्रों की संख्या काफी कम हो गई है और स्कूलों के परिचालन की व्यवस्था भी प्रभावित हुई है। राजा इकबाल सिंह ने कहा कि निगम में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद शिक्षा के बुनियादी ढांचे में काफी कमी आई है, विद्यालयों की साफ सफाई की हालत लाचार व चरमराई हुई है और जो भाजपा के समय में शिक्षा के क्षेत्र में जो काम हुए थे वह एकदम से रुक गए हैं। आम आदमी पार्टी सिर्फ भाजपा द्वारा किए गए पुराने कार्यों का श्रेय लेकर अपनी पीठ थपथपाना चाह रही है किंतु वास्तविकता कुछ और ही है।
राजा इकबाल सिंह ने दिल्ली नगर निगम के शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए तानाशाही आदेश के ऊपर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा विभाग के अनुसार शिक्षक लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात नहीं कह सकते और अगर वह ऐसा करते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इकबाल सिंह ने कहा कि आप पार्टी के निगम की सत्ता में आने के पश्चात दिल्ली नगर निगम की शिक्षा व्यवस्था एकदम से लाचार हो गई है और शिक्षा विभाग में सिर्फ चुनिंदा अधिकारियों की मर्जी के हिसाब से शिक्षा विभाग को चलाया जा रहा है।
राजा इकबाल सिंह ने कहा कि शिक्षक ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए छात्र शिक्षक अनुपात में बरती गई अनियमितता के विरुद्ध आवाज उठा रहे हैं लेकिन निगम प्रशासन के कानों पर जू तक नहीं रेंग रही है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हम आम आदमी पार्टी एवं निगम के शिक्षा विभाग की इन दमनकारी नीतियों की कड़ी से कड़ी आलोचना करते हैं और लोकतंत्र में शांतिपूर्वक आवाज उठाने का अधिकार सबको है लेकिन इस प्रकार से नियमों और कानून का हवाला देकर शिक्षकों की आवाज को दबाना कतई भी बर्दाश्त नहीं होगा। निगम प्रशासन को चाहिए कि वह बैठकर शिक्षकों के मुद्दों को ध्यान से सुने और इसका समाधान खोजें ना कि अपने तुगलकी फरमान निकाल कर सच को दबाने की कोशिश करें। श्री राजा इकबाल सिंह ने कहा कि हम शिक्षकों के विरुद्ध हो रहे इस अत्याचार की घड़ी में शिक्षकों के साथ खड़े हैं और निगम प्रशासन द्वारा की जा रही ज्यादती बर्दाश्त नहीं की जाएगी।