- आप का भ्रष्टाचार-विरोधी पार्टी होने का दावा महज ‘‘नाटक‘‘ है
- जिनको-जिनको फोन आया है, उन सभी के फोन जांच एजेंसी को लेना चाहिए
- भाजपा सांसदों ने उपराज्यपाल वी के सक्सेना को लिखा पत्र
- जनता का ध्यान भटकाने के लिए आप के नेता लगा रहे हैं गुमराह करने वाले आरोप
नई दिल्ली, 31 अगस्त 2022: आम आदमी पार्टी (आप) के जो विधायक दावा कर रहे हैं कि उन्हें भाजपा से 20 करोड़ का ऑफर मिला है, उनका लाई डिटेक्टर टेस्ट होना चाहिए, साथ ही आप के विधायकों के उन आरोपों की फॉरेंसिक जांच करानी चाहिए और सच सबके सामने आना चाहिए नहीं तो आप के ये लोग आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहेंगे और देश की जनता को बेवकूफ बनाते रहेंगे। भाजपा मुख्यालय में बुधवार को आयोजित एक संयुक्त प्रेसवर्ता में भाजपा सांसद मनोज तिवारी, रमेश बिधूड़ी और प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने आरोप लगाया कि आप का भ्रष्टाचार-विरोधी पार्टी होने का दावा महज ‘‘नाटक‘‘ है और जांच से उसकी पोल खुल जाएगी। तिवारी ने कहा कि चूंकि उन्होंने दावा किया है कि भाजपा ने उन्हें 20-20 करोड़ रुपये की पेशकश की है तो यह फॉरेंसिक जांच का विषय है। भाजपा सांसदों ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि आप के विधायकों को खरीदने की कोशिश की गई और इस सिलसिले में फोन आया था। अगर किसी का फोन आता है तो वह छिप नहीं सकता। क्यों वह फोन करने वाले के नाम का खुलासा नहीं कर रहे हैं?
विधायकों की खरीद-फरोख्त के प्रयासों के खिलाफ वह क्यों कोई कानूनी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं ? दिल्ली भाजपा प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष व सांसद तिवारी ने कहा कि भाजपा के सांसद चाहते हैं कि केजरीवाल स्पष्ट करें कि फोन किसका आया था और किसके पास आया था। उन्होंने कहा कि इसकी जब तक जांच नहीं होगी, तब तक हम सत्य तक नहीं पहुंच पाएंगे। इसकी फॉरेंसिक जांच होनी चाहिए। हमारी मांग है कि इस सिलसिले में जिनको-जिनको फोन आया है, उन सभी लोगों के फोन जांच एजेंसी को लेना चाहिए और इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने आबकारी नीति को लेकर आप नेताओं पर बार-बार बयान बदलने का भी आरोप लगाया।
सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने कहा कि आप के विधायकों का ‘‘लाइ डिटेक्टर टेस्ट‘‘ कराया जाना चाहिए ताकि इससे उनके ‘‘भ्रष्टाचार-विरोधी होने के नाटक की पोल खुले‘‘ दिल्ली के सात भाजपा सांसदों ने उपराज्यपाल वी के सक्सेना को इस संबंध में एक पत्र भी लिखा है और उनसे उचित कदम उठाने का आग्रह किया है। सांसद हंसराज हंस ने कहा कि सबको मालूम है कि सच न बढ़ता है न घटता है, झूठ को जितना मर्जी बढ़ा लें, लेकिन कभी न कभी झूठ पकड़ा जाता है। केजरीवाल ने दो-चार झूठ अजीबों गरीब बोले हैं। उन्होंने विधायकों की खरीद का झूठा प्राइस भी 20 करोड़ बता दिया। जबकि सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि आप के विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि हम सभी को 20-20 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया और कहा गया कि बाकी विधायकों को भी तोड़कर लाओ। इसके लिए आवश्यक है, हम सभी दिल्ली के सांसदों ने उपराज्यपाल से पत्र लिखकर शिकायत की गई है कि इसकी जांच हो।
तिवारी ने कहा कि आबकारी नीति और स्कूली कक्षाओं के निर्माण में हुए कथित घोटालों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए आप के नेता ‘‘दुर्भावनापूर्ण, झूठे और गुमराह करने वाले‘‘ आरोप लगा रहे हैं। बता दें कि आप नेताओं ने आरोप लगाए थे भाजपा ने आप विधायकों को पाला बदलने के लिए 20 – 20 करोड़ रूपये की पेशकश की थी। सिसोदिया उन 15 लोगों में शामिल हैं, जिन्हें दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के कार्यान्वयन में हुई कथित अनियमितताओं के सिलसिले में दर्ज सीबीआई की प्राथमिकी में नामजद किया गया है। पिछले दिनों सीबीआई ने उनके आवास पर छापेमारी भी की थी।