- विज्ञापन में सिक्किम को अलग देश दिखाना क्या आम आदमी पार्टी सरकार की भूल है या साजिश है या आधुनिक जयचंद बनने की कोशिश
- मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भी विज्ञापन में सिक्किम को एक अलग देश बताना गलत है बावजूद इसके अभी तक उस विज्ञापन को वापस नहीं लिया गया
- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस विज्ञापन के लिए खुद ही भुगतान करना चाहिए ना कि दिल्ली के लोगों के रुपयों से
- क्या यह संयोग है या प्रयोग है, दिल्ली के मुख्यमंत्री को अपने इस कृत्य के लिए देशवासियों से माफी मांगी चाहिए
नई दिल्ली : अखबारों में दिल्ली सरकार द्वारा सिविल डिफेंस कोर में भर्ती के लिए दिया गया विज्ञापन छपा है जिसमें सिक्किम को अलग देश बताया गया जिस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए दिल्ली भाजपा मीडिया प्रमुख व प्रवक्ता अशोक गोयल देवराहा ने कहा कि यह आम आदमी पार्टी सरकार की भूल है या साजिश है या आधुनिक जयचंद बनने की कोशिश कर रही है। चीन की भाषा क्यों बोल रहे हैं केजरीवाल? आम आदमी पार्टी सरकार के छोटे-बड़े सभी विज्ञापन स्वयं केजरीवाल ही फाइनल करते हैं, फिर इतनी बड़ी चूक कैसे हो सकती है? दिल्ली के राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने भी स्वीकार किया है कि विज्ञापन में सिक्किम को एक अलग देश बताना गलत है बावजूद इसके अभी तक उस विज्ञापन को वापस नहीं लिया गया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस विज्ञापन के लिए खुद ही भुगतान करना चाहिए ना कि दिल्ली के लोगों के रुपयों से।
गोयल ने कहा कि पूर्व में भी कई बार दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने देश विरोधी बयान दिए। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी केजरीवाल सेना के शौर्य पराक्रम पर सवाल उठाए और सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगा और पाकिस्तानी मीडिया में केजरीवाल ने खूब वाहवाही बटोरी। जेएनयू में देश विरोधी नारे भारत तेरे टुकड़े होंगे एक हजार एक हजार लगाने वाले टुकड़े-टुकड़े गैंग का भी केजरीवाल ने समर्थन किया और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की अनुमति नहीं दी। कई वर्ष पूर्व भी आम आदमी पार्टी की वेबसाइट पर कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा बताया गया।
मीडिया प्रमुख व प्रवक्ता अशोक गोयल देवराहा ने कहा कि केजरीवाल और आम आदमी पार्टी लगातार देश को तोड़ने वाली बयानबाजी कर रही है और सोचने को मजबूर कर रही है कि क्या आम आदमी पार्टी देश को तोड़ने की साजिश कर रही है? क्या विज्ञापन के जरिए सिक्किम को अलग देश बता कर केजरीवाल चीन के अजेंडे को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं? क्या यह संयोग है या प्रयोग है? दिल्ली के मुख्यमंत्री को अपने इस कृत्य के लिए देशवासियों से माफी मांगी चाहिए।