- सीएम और डिप्टी सीएम ने छतरपुर में बनाए जा रहे 10 हजार बेड के कोविड केयर सेंटर का किया निरीक्षण
- जुलाई के पहले सप्ताह में 10 हजार बेड का यह कोविड केयर सेंटर बन कर तैयार हो जाएगा- मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल
- जिन हल्के लक्षणों वाले और एसिम्प्टोमैटिक मरीजों को घर पर आइसोलेशन की सुविधा नहीं है, उन्हें इस सेंटर में रखा जाएगा- अरविंद केजरीवाल
- आने वाले दिनों में आईसीयू बेड की कमी पड़ सकती है, उसका अभी से इंतजाम कर रहे हैं- अरविंद केजरीवाल
नई दिल्ली : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज छतरपुर में कोरोना मरीजों के लिए बनाए जा रहे 10 हजार बेड के कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री अरिवंद केजरीवाल के साथ उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहे। छतरपुर में यह जगह राधा स्वामी सत्संग ने उपलब्ध कराया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस कोविड केयर सेंटर में हल्के लक्षणों वाले और एसिम्प्टोमैटिक मरीजों को आइसोलेशन करने की व्यवस्था की जा रही है। यह जुलाई के पहले सप्ताह तक बन कर तैयार हो जाएगा। यहां पर डाॅक्टरों और एंबुलेंस की व्यवस्था की जा रही है।
![](https://jagruk4nation.com/wp-content/uploads/2020/06/18-CM-Dy-CM-2-1024x576.jpg)
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गृहमंत्री के साथ हुई बैठक में पूरे एनसीआर को एक कोरोना यूनिट मान कर काम करने पर विचार किया गया है। वहीं, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सरकार की तरफ से छतरपुर में कोरोना से लड़ने के लिए तैयार किए जा रहे कोविड-19 सुविधा केंद्र में व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। यहां कोविड मरीजों के लिए 10 हजार अतिरिक्त बेड का इंतजाम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने निरीक्षण के बाद कहा कि राधा स्वामी सत्संग ने यहां पर अपनी जगह दी है। यहां पर कोविड का आइसोलेशन सेंटर बनाया जा रहा है। यहां पर करीब 10 हजार बेड बनाए जा सकते हैं। जो मरीज हल्के लक्षणों वाले हैं और एसिम्प्टोमैटिक हैं, उनका घर में ही इलाज हो सकता है। ऐसे लोगों को हम घर पर रहने की सलाह देते हैं।
दिल्ली सरकार की टीम की तरफ से उनको प्रतिदिन फोन जाते हैं और उनका देखभाल करते हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बहुत सारे ऐसे लोग भी होते हैं, जिनके घर में व्यवस्था नहीं होती है। उनके पास आइसोलेशन करने के लिए घर में अगल से कमरा नहीं होता है। कई गरीब लोग झुग्गियों में रहते हंैं, उनके पास शौचालय नहीं है। ऐसे लोगों को आइसोलेशन करने के लिए हमें व्यवस्था करनी पड़ती है। इसके लिए हम लोग दिल्ली में जगह-जगह कोविड केयर सेंटर बनाए हुए हैं। एक तरह से यहां कोविड केयर सेंटर की सुविधा मिलेगी। यहां पर बड़ी संख्या में बेड की व्यवस्था की जा रही है। काफी डाॅक्टरों और एंबुलेंस की व्यवस्था की जा रही है।
![](https://jagruk4nation.com/wp-content/uploads/2020/06/18-CM-Dy-CM-1-1024x576.jpg)
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि जुलाई के पहले सप्ताह तक यह कोविड केयर सेंटर बन कर तैयार हो जाएगा। हमने कहा था कि 30 जून तक दिल्ली में 15 हजार बेड की जरूरत पड़ेगी और 15 जुलाई तक 30 हजार बेड की जरूरत पड़ेगी। हमारी तरफ से उसी दिशा में यह कदम उठाए जा रहे हैं। पूरी दिल्ली के अंदर बहुत बड़े स्तर पर बेड की व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कुछ होटल संचालक कोर्ट में चले गए थे, लेकिन हम लोग कोर्ट में केस जीत गए थे। अब होटल में हम लोग बहुत बड़े स्तर पर बेड तैयार करने जा रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि 3 हजार से 3.5 हजार बेड होटल के अंदर व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा बैंक्वेट हाॅल के अंदर बेड की व्यवस्था की जा रही है। हम बेड की दिक्कत नहीं होने देंगे। मुझे लग रहा है कि आने वाले दिनों में काफी संख्या में आईसीयू बेड की जरूरत पड़ सकती है। अब हम उसकी भी व्यवस्था कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि होटल में आईसीयू बेड का इंतजाम नहीं हो सकता है। प्रत्येक होटल को किसी अस्पताल के साथ संबंद्ध किया जा रहा है। यदि मरीज गंभीर है, तो उसे अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ेगा और अस्पताल में मरीज की हालत स्थिर होती है, तो उसे होटल में शिफ्ट करना होगा। छतरपुर में बन रहे 10 हजार कोविड केयर सेंटर में आईसीयू का इंतजाम करना थोड़ा मुश्किल है। इसलिए इसे तीन- चार अस्पताल के साथ संबंद्ध करना पड़ेगा, ताकि कोई मरीज गंभीर हो, तो उसके अस्पताल में भर्ती किया जा सके। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गृहमंत्री जी के साथ जो बैठक हुई, उसमें एनसीआर को एक पूरा यूनिट की तरह मानकर कैसे कोविड से बचाया जा सके, इस पर विचार किया गया। क्योंकि एनसीआर को अलग नहीं किया जा सकता है। दिल्ली, नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम सब एक ही है। गृहमंत्री ने इन राज्यों के आसपास के जिलाधिकारियों को बुलाया हुआ था। एक तरह से पूरा एनसीआर को कोरोना यूनिट मान कर काम किया जाएगा।