- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का क्या रहेगा रूख
- दिल्ली सरकार के अस्पताल से जांच की मांग
- दिल्ली नर्सिंग फेडरेशन और हरिश्चंद्र अस्पताल को लिखा पत्र
- किस आधार पर दिया गया कोरोना योद्धा का सम्मान
- पत्र में कहा कि ऐसे तो टूट जाएगा, जानलेवा कार्य करने वालों का हौंसला
नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विपक्षी दलों भाजपा और कांग्रेस के काफी हंगामे, प्रदर्शन और काफी जांच पड़ताल के बाद कोरोना की ड्यूटी निभाते हुए शहीद हुए निगम कोरोना योद्धा राजू के परिजनों को शुक्रवार को एक करोड़ रुपये की सहायता राशि का चेक उनके आश्रितों को सौंप दिया। वहीं, दूसरी तरफ बाहरी दिल्ली के नरेला दिल्ली सरकार के सत्यवादी राजा हरिश्ंचद्र अस्पताल की महिला नर्सिंग अधिकारी रीता को अलीपुर डीएम कार्यालय में 15 अगस्त के मौके पर बिना किसी फ्रंट कार्य के कोरोना योद्धा के रूप में सम्मानित कर दिया गया। जिसके बाद अस्पताल में एक अन्य महिला नर्सिंग अधिकारी सविता कादयान ने इस सम्मान की जांच के लिए दिल्ली सरकार के सत्यवादी राजा हरिश्ंचद्र अस्पताल के एमएस से पत्र लिख कर मांग की है। पत्र में लिखा है कि किस आधार पर रीता को कोरोना योद्धा का सम्मान दिया गया है।
जांच की मांग को लेकर लिखे गए पत्र के जवाब में अस्पताल प्रशासन ने कहा कि यह सम्मान डीएम कार्यालय की तरफ से दिया गया है। अब देखना यह है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस तरह दिए गए कोरोना योद्धा के सम्मान पर क्या रूख अपनाते हैं। दिल्ली नर्सिज फेडरेशन को भी पत्र लिखा गया है ताकि मामले की निष्पक्ष जांच हो सके। पत्र में कहा गया है कि यदि ऐसे ही बिना कार्य के सम्मानित किया जाने लगा तो कार्य करने वालों का हौसला गिरेगा और कोई भी ईमानदारी से सेवा कार्य नहीं कर पाएगा।
पत्र में यह भी लिखा है कि जिस कोरोना योद्धा को सम्मान दिया गया है, उसने अस्पताल के एमएस का मजाक भी उड़ाया है। नर्सिंग आॅफिसर का कहना है कि उसके पास सम्मानित की गई रीता के एक ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग के सबूत हैं और अस्पताल परिसर में सीनियर अधिकारियों के सामने ही वह अस्पताल के एमएस का मजाक उड़ा रही हैं क्योंकि उन्होंने कोरोना के संबंध में कभी भी एक भी ड्यूटी नहीं दी है। किसी भी फ्रंट-लाइन ड्यूटी का पालन नहीं करने के लिए उसे सम्मानित किया गया। एक ऐसी नर्सिंग आॅफिसर जिसके पास अपने सीनियर अधिकारियों और सदस्यों के लिए कोई सम्मान नहीं है, वह इस प्रकार से सम्मान कैसे प्राप्त कर सकती है।