- मुख्यमंत्री केजरीवाल ने रविवार को क्या क्या कहा, सुनने के लिए लिंक पर क्लिक करें – https://www.youtube.com/watch?v=DkGulD6AHWY
- दिल्लीवासियों की सुरक्षा के लिए सोच समझकर उठाए जाएगें कदम
- दिल्ली सरकार ने विशेषज्ञों के साथ ताजा हालातों की समीक्षा करने में बाद यह फैसला लिया
- एक सप्ताह बाद दोबारा होगी समीक्षा, जरूरत पड़ने पर दी जाएगी ढील
- दिल्ली में कोरोना के केस बढ़ रहे, जो चिंता का विषय है, सभी को ध्यान देना है
- सभी लोगों को लाॅक डाउन में अनुशासन का सख्ती से पालन करने की जरूरत
- शनिवार आई 736 लोगों की जांच रिपोर्ट में 186 मिले कोरोना के मरीज
- उनमें नहीं दिखे थे कोरोना वायरस के लक्षण
नई दिल्ली : दिल्ली सरकार ने फैसला किया है कि कोरोना के ताजा हालातों के मद्देनजर फिलहाल लाॅक डाउन में दिल्लीवासियों को किसी तरह की ढील नहीं दी जाएगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि केंद्र सरकार की गाइड लाइंस के मुताबिक 20 अप्रैल से जिन क्षेत्रों में कोरोना का असर कम है या नहीं है, वहां लाॅक डाउन की शर्तों में ढील दी जा सकती है। दिल्ली के सभी 11 जिले हाॅट स्पाॅट घोषित किए गए हैं। देश की कुल 2 प्रतिशत जनसंख्या दिल्ली में रहती है, लेकिन देश में आये कोरोना के कुल मामलों में से 12 प्रतिशत मरीज दिल्ली में मिले है। दिल्ली सरकार ने विशेषज्ञों के साथ हालात की समीक्षा के बाद यह फैसला लिया है कि अभी दिल्ली में लाॅक डाउन में कोई ढील नहीं दी सकती है। एक सप्ताह बाद दोबारा विशेषज्ञों के साथ समीक्षा की जाएगी और उसके बाद जरूरत होने पर कुछ राहत दी जा सकती है। दिल्ली में फिलहाल कोरोना बढ़ रहा है, जो चिंता का विषय है और हमें इसे नियंत्रित करने की जरूरत है। शनिवार 736 लोगों की जांच रिपोर्ट में 186 लोगों में कोरोना मिला है, उनमें कोरोना के लक्षण नहीं दिख रहे थे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली वासियों से एक बार फिर अपील की है कि सभी लोग लाॅक डाउन में अनुशासन का कड़ाई से पालन करें। इसी में दिल्ली की भलाई है और हमें धैर्य रखने की जरूरत हैं तभी हम कोरोना प्रकोप से मुक्ति पा सकेंगें।