- मुख्यमंत्री ने क्या कहा, सुनने के लिए क्लिक करें: – https://www.youtube.com/watch?v=1bwNr87dlII
- केंद्र सरकार से 10 दिन पहले एलएनजेपी में भर्ती कोरोना के गंभीर मरीजों पर प्लाज्मा थैरेपी का इस्तेमाल करने की मिली थी अनुमति
- अभी दो-तीन दिन तक और प्लाज्मा थैरेपी का करेंगे परीक्षण, सफलता मिलने पर सभी अस्पतालों में हो सकेगा इससे इलाज
- कोरोना से ठीक होकर घर गए लोगों से अपील, दूसरे मरीजों की जान बचाने के लिए डोनेट करें प्लाज्मा, इससे उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी
- कोरोना से ठीक होकर घर आए लोगों की जिम्मेदारी है कि वे अपना प्लाज्मा डोनेट कर बचाएं एक से दो मरीजों की जान
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार द्वारा प्लाज्मा थैरेपी से कोरोना के गंभीर मरीजों में कराए गए इलाज का परिणाम उत्साह वर्धक आया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आईएलबीएस के निदेशक डाॅ. शिव कुमार सरीन के साथ शुक्रवार को डिजिटल प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार से अनुमति मिलने के बाद एलएनजेपी में कोरोना के चार गंभीर मरीजों पर प्लाज्मा थैरेपी का इस्तेमाल किया गया था और उसका परिणाम सुखद आया है। मुख्यमंत्री ने कोरोना से ठीक होकर घर गए लोगों से अपील की है कि उनकी यह जिम्मेदारी है कि वे प्लाज्मा डोनेट करने के लिए आगे आएं, ताकि दूसरे गंभीर मरीजों की जान बचाई जा सके।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि ऐसे लोगों के पास दिल्ली सरकार की तरफ से फोन जाएगा। जो लोग ब्लड या प्लाज्मा देने के इच्छुक होंगे, उन्हें अस्पताल तक लाने और घर छोड़ने के लिए वाहन की व्यवस्था सरकार करेगी। प्लाज्मा डोनेट करने से व्यक्ति में किसी तरह की कमजोरी नहीं आती है, क्योंकि डाॅक्टर ब्लड में से प्लाज्मा निकाल कर उसे वापस शरीर में डाल देते हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली सरकार दो दिशाओं में प्रयास कर रही है। एक, कोरोना को फैलने से किस तरह से रोका जाए। उसमें हम सोशल डिस्टेंसिंग कर रहे हैं। कई जगहों पर लाॅक डाउन चल रहा है और कई अन्य कदम उठाए गए हैं। दूसरा, हम प्रयास कर रहे हैं कि किस तरह से कोरोना से होने वाली मौतों को रोका जाए और कम किया जाए। कोरोना अगर किसी को हो भी जाए, तो वह अस्पताल में इलाज के बाद ठीक होकर घर लौट आए।
- प्लाज्मा दिए गए चारों मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार: डाॅ. सरीन
डाॅ. सरीन ने जिन चार मरीजों पर प्लाज्मा थैरेपी का इस्तेमाल किया गया है, उनके बारे में बताया कि यह अच्छी खबर है कि उसमें से दो मरीज आज या कल तक घर जाने की स्थिति में हो सकते हैं। वह बेड से उठ कर बैठ कर नाश्ता कर रहे हैं। जो व्यक्ति वेंटिलेटर पर जाने की स्थिति में हो सकता था, वह अब ठीक है। उसे इस सप्ताह छुट्टी मिलने की उम्मीद है। बाकी दो लोगों को जिनमें प्लाज्मा चढ़ा है, अभी उनमें कोई प्रतिक्रिया नहीं है। प्लाज्मा में रिएक्शन हो सकता है। किसी में ब्लड चढ़ाएं, तो उसमें ब्लड से रिएक्शन हो सकता है। लेकिन उससे ज्यादा रिएक्शन नहीं होता है। उस पर भी हम नजर रखते हैं। अभी तक सभी चारों मरीज बहुत अच्छे हैं। एक मरीज में शुक्रवार सुबह 1.30 बजे प्लाज्मा खत्म हुआ है। अब वह भी ठीक हैं।