- दिल्ली नगर निगम ने दिल्ली सरकार पर और दिल्ली सरकार ने केंद्र पर लगाए मदद न करने के आरोप
नई दिल्ली: कोरोना वायरस की महामारी को मार गिराने के लिए केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम अपने अपने तरीकों से तैयारी में जुटे हुए हैं लेकिन अब यह तैयारी आर्थिक मदद पर आई है तो आरोप प्रत्यारोप व राजनीति होनी शुरू हो गई है और यदि ऐसा ही रहा तो देश के दुश्मनों को इससे बहुत राहत मिलेगी। शनिवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ने के लिए केंद्र सरकार से दिल्ली सरकार को कोई सहायता राशि नहीं मिलने पर कड़ी नाराजगी जताई है। केंद्र की इस कार्रवाई को शर्मनाक और सौतेला व्यवहार करार देते हुए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए अन्य राज्यों को आपातकालीन सहायता के रूप में 17,287 करोड़ रुपये प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को संबोधित करते हुए एक पत्र में अपनी निराशा व्यक्त की है। केंद्र इस संकट की घड़ी में दिल्ली की जरूरतों की अनदेखी कर रहा है।
जिस प्रकार का आरोप सिसोदिया ने केंद्र सरकार पर लगाया है, ठीक इसी प्रकार का आरोप दिल्ली नगर निगम के महापौर अवतार सिंह, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के पूर्व उपमहापौर नरेंद्र चावला दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी लगा चुके हैं। निगम नेताओं ने कहा है कि उनके कर्मचारियों को पिछले करीब तीन साल से अरविंद्र केजरीवाल की सरकार में समय से आर्थिक मदद नहीं मिली है। जब पानी सिर के उपर से जाने लगता है तब केजरीवाल सरकार आंशिक रूप से आर्थिक मदद करती है। दिल्ली सरकार पर निगमों का अभी भी करोड़ों बकाया हैं।