– केजरीवाल सरकार दिल्ली जल बोर्ड का ऑडिट नहीं करा रही है – श्रमिक पंजीयन घोटाले की सीबीआई से जांच की मांग की – केजरीवाल सरकार ने स्कूली बच्चों के नाम से भी दिल्ली लूटी है
नई दिल्ली, 9 नवम्बर 2022: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस देश के सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्रियों में से एक हैं, जो अपने मंत्रियों से भ्रष्टाचार कराते हैं और खुद को पाक साफ बताते हैं, भ्रष्टाचार की जांच से बचने के लिए उन्होंने दिल्ली में कोई विभाग अपने पास नहीं रखा हुआ है। हालत ये है कि वो कुछ समय पहले तक बिना साइन किए हुए फाइल पास करने के लिए उपराज्यपाल कार्यालय में भेज देते थे। दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने बुधवार को सीएम केजरीवाल पर उक्त आरोप लगाते हुए कहा है कि भाजपा दिल्ली की इस भ्रष्ट सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है, पार्टी का एक एक कार्यकर्ता इसमें सहयोग कर रहा है। पिछले दिनों श्रमिकों के पंजीयन में भी भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है। हम इस मुद्दे पर सीबीआई जांच की मांग के लिए उपराज्यपाल को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 2 लाख फर्जी श्रमिकों का रजिस्ट्रेशन कर आम आदमी पार्टी ने 3000 करोड़ रुपये का घोटाला किया है।
आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली की इसी भ्रष्ट सरकार ने पैसा कमाने के लिए दिल्ली में गली गली शराब की दुकानें खुलवा दी थी। हमारे युवाओं को ये सरकार नशे में डुबोना चाहती थी। अब इस घोटाले में संलिप्त आरोपी ही सरकारी वकील बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने भ्रष्टाचार के चलते 8 सालों में दिल्ली में लाखों लोगों को पीने के पानी से मोहताज रखा है। दिल्ली जल बोर्ड में लोगों के बिल के पैसे निजी कंपनियों के खातों में पहुंच रहे हैं। गुप्ता ने कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार दिल्ली जल बोर्ड का ऑडिट नहीं करा रही है। इस वक्त दिल्ली जल बोर्ड पर 40 हज़ार करोड़ रुपये का कर्ज है। आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में बसों की जरुरत है, लेकिन ये बस घोटाला कर सारा पैसा अपनी जेब में डालना चाहते हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री दूसरे राज्यों में चुनाव लड़ने का फंड दिल्ली वालों को लूटकर जुटा रहे हैं। आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार ने स्कूलों के बच्चों के नाम से भी दिल्लीवालों की कमाई लूटी है।
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