- – ट्रेड व स्टोरेज लाइसेंस फीस में की कई हजार की बढ़ोतरी – 2017 के संकल्प पत्र में नया टैक्स न लगाने की कही थी बात, सरकार बनने के बाद लगातार टैक्स बढ़ा रही भाजपा शासित एमसीडी – दुर्गेश पाठक
- ट्रेड व स्टोरेज लाइसेंस फीस पहले 500 रुपए थी, भाजपा ने उसे बढ़ाकर लगभग लाख रुपए किया
- पहले 10 वर्ग मीटर की दुकान के लिए 500 रुपए की ट्रेड लाइसेंस फीस थी, अब बढ़कर 4000 हुई
- 10-20 वर्ग मीटर की दुकान के लिए 500 रुपए की लाइसेंस फीस को बढ़ाकर 10 हजार रुपए किया
- 21-400 वर्ग मीटर के लिए 500 रुपए की लाइसेंस फीस को बढ़ाकर 21 हजार रुपए किया
- 400 वर्ग मीटर से अधिक के लिए अब 72 हजार रुपए की लाइसेंस फीस देनी होगी
- कोरोना के नुकसान की मार अभीतक झेल रहे व्यापारी, इसके बावजूद व्यापारियों पर अन्याय कर रही भाजपा
- भाजपा शासित एमसीडी से मांग है कि व्यापारियों पर लाइसेंस फीस का बोझ ना बढ़ाया जाए
नई दिल्ली, 15 जुलाई 2022 : आम आदमी पार्टी ने भाजपा शासित एमसीडी द्वारा ट्रेड और स्टोरेज की लाइसेंस फीस को बढ़ाए जाने पर विरोध जताया है। साथ ही भाजपा से इस फैसले को वापस लेने की भी मांग की है। एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा दिल्ली के व्यापारी वर्ग को बर्बाद करना चाहती है इसलिए 500 की फीस को बढ़ाकर लगभग एक लाख कर दिया है। 10 वर्ग मीटर की दुकान पर 500 रुपए की फीस को बढ़ाकर 4000 किया। 10-20 वर्ग मीटर की दुकान के लिए 500 रुपए की लाइसेंस फीस को बढ़ाकर 10 हजार रुपए किया। 21-400 वर्ग मीटर के लिए 500 रुपए की लाइसेंस फीस को बढ़ाकर 21 हजार रुपए किया और 400 वर्ग मीटर से अधिक के लिए अब 72 हजार रुपए की लाइसेंस फीस देनी होगी। उन्होंने कहा कि 2017 के संकल्प पत्र में उस वक्त रहे भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने नया टैक्स न लगाने की बात कही थी लेकिन सरकार बनने के बाद लगातार टैक्स बढ़ाए जा रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता, राजेंद्र नगर से विधायक एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में एक महत्तवपूर्ण प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि 2017 में जब एमसीडी का चुनाव हो रहा था तो उस वक्त भाजपा के अध्यक्ष रहे मनोज तिवारी ने कहा था कि यदि एमसीडी में भाजपा की सरकार फिर से आती है तो किसी तरह का नया टैक्स नहीं लगाया जाएगा। इस बात को संकल्प पत्र में भी लिखा गया था। भाजपा को पता है कि दिल्ली में उसकी राजनीति का अंत हो चुका है इसलिए उन्होंने दिल्लीवालों को परेशान करने की कसम खाई है। स्थिति यह है कि चुनाव कराने से भी भाग रहे हैं। कुछ दिनों पहले पता चला कि एमसीडी हाउस टैक्स बढ़ा रही है। अब भाजपा ने दिल्ली के छोटे और मध्यम उद्यम वाले, छोटे ट्रेडर्स, छोटी दुकान चलाने वाले और छोटे गोदाम चलाने वालों पर भारी मात्रा में टैक्स लगाने का फैसाल किया है।
ट्रेड लाइसेंस फीस में हुई वृद्धि की जानकारी देते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि ट्रेड और स्टोरेज की लाइसेंस फीस पर कई गुना बढ़ोतरी होने जा रही है। पहले 10 वर्ग मीटर की दुकान के लिए 500 रुपए की ट्रेड लाइसेंस फीस देनी पड़ती था। अब उसे बढ़ाकर 4000 कर दिया है। 10-20 वर्ग मीटर की दुकान के लिए 500 रुपए देना पड़ता था, जिसे बढाकर 10 हजार रुपए कर दिया है। 21-400 वर्ग मीटर की जमीन के लिए भी 500 रुपए देना पड़ता था लेकिन उसे बढ़ाकर 21 हजार रुपए कर कर दिया है। 400 वर्ग मीटर से अधिक के लिए अब 72 हजार रुपए देने पड़ेंगे। शोरूम, छोटी दुकानें आदि पर जहां 500 रुपए की ट्रेड लाइसेंस फीस लगती थी। अब लोगों को एक लाख से अधिक फीस भरना होगा।
एमसीडी प्रभारी ने कहा कि कोरोना में हर व्यापारी को कम से कम 70% का नुकसान हुआ है। आज भी लोग उस नुकसान की मार झेल रहे हैं। बावजूद इसके भाजपा दिल्ली के ट्रेडर्स को तबाह करने में लगी हुई है। पिछले साल इन्होंने 500 रुपए बढ़ाने की बात की थी। आम आदमी पार्टी के विरोध के बाद भाजपा ने फीस बढ़ाने का फैसला वापस ले लिए था। लेकिन आज भाजपा ने 500 रुपयों की जगह सीधा लाख रुपए की फीस वसूलने का फैसला किया है। यह दिल्लीवालों के साथ सरासर धोखा है। उन्होंने कहा कि भाजपा से हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि दिल्लीवालों के साथ ऐसा अन्याय ना करें। दिल्ली का व्यापारी वर्ग बर्बाद हो जाएगा। इस तरह की वसूली से आप कुछ पैसा तो अवश्य कमा लेंगे लेकिन दिल्लीवालों का परिवार चलना मुश्किल हो जाएगा। हमें अच्छे से पता है कि इतना ज्यादा टैक्स लेकर आप बड़े घरों में रहना चाहते हैं, बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूमना चाहते हैं लेकिन लालच और भ्रष्टाचार की भी एक सीमा है। आपसे विनती है कि उस सीमा को मत लांघिए।