- सोई हुई केजरीवाल सरकार किसी बड़े हादसे का कर रही है इंतजार
- केजरीवाल सरकार दिल्ली को जलते देखना चाहती है
- दिल्ली के गरीबों के लिए केजरीवाल सरकार अभिशाप साबित हो रही है
- एनओसी के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार की सज़ा भुगत रहे हैं दिल्ली के लोग
- सोई हुई केजरीवाल सरकार किसी बड़े हादसे का कर रही है इंतजार
नई दिल्ली, 9 जून 2022: दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि दक्षिणी दिल्ली के सुनहरी पुल डिपो में लगी आग ने केजरीवाल की अव्यवस्था की पोल खोल दी। बस डिपो में लगी आग से यह साबित होता है कि केजरीवाल सरकार सिर्फ दिल्ली को जलते देखना चाहते है। क्योंकि यह पहली बार नहीं है जब आग ने अपनी चपेट में बसों को लिया हो बल्कि इससे पहले भी हमने देखा है कि कैसे सवारियों से खचाखच भरी सड़क पर चलती बसें आग के गोलों में बदल गई। बीती रात ऐसा ही एक अन्य हादसा जामिया नगर के इलेक्ट्रिक मोटर पार्किंग में भी हुआ जहां 90 से अधिक ई-रिक्शा और अन्य गाड़ियां जलकर स्वाहा हो गई।
प्रदेश अध्यक्ष गुप्ता ने कहा कि डिपो में लगी आग दिल्ली सरकार के फायर विभाग की नाकामियों का जीता जागता उदाहरण है। अब इससे शर्मनाक और क्या हो सकता है कि फायर विभाग के पास उतनी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है जो रेस्क्यू ऑपरेशन कर रहे अपने कर्मियों को बचा सके। आज केजरीवाल की लापरवाही के शिकार दमकलकर्मी सुरेश और वीरेंद्र सिंह हुए हैं जो रेस्क्यू के दौरान ही घायल हो गए।
आदेश गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भ्रष्ट नीतियों का शिकार दिल्ली की मासूम जनता हो रही है। जिस तरह से आए दिन बसों, फैक्ट्री, होटल, दुकानों और झुग्गियों में आग लग रही है, उसकी एकलौती जिम्मेदार केजरीवाल सरकार है। केजरीवाल सिर्फ कोरी बयानबाजी के अलावा कुछ नहीं कर रहे हैं। सोई हुई केजरीवाल सरकार किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रही है। वह अपनी कुंभकर्णी नींद से कब जागेगी। उन्होंने कहा कि फायर विभाग में भ्रष्टाचार इतना बढ़ गया है कि बिना किसी जांच परख के एनओसी देने का काम केजरीवाल सरकार ने किया है और उसी का नतीजा दिल्ली की जनता भुगत रही हैं।
आदेश गुप्ता ने कहा कि बुधवार को जिस तरह से जामिया नगर के इलेक्ट्रिक मोटर पार्किंग में 90 से अधिक ई-रिक्शा सहित अन्य गाड़ियां जलकर राख हो गई, वह बिजली विभाग की लापरवाही और अव्यवस्था का प्रमाण है। ई-रिक्शा जो गरीबों के कमाने का जरिया था, उसके जल जाने के बाद भी केजरीवाल सरकार ने कोई सुध नहीं ली। उन गरीबों का घर आगे कैसे चलेगा, उसके बारे में किसी ने नहीं सोचा। उन्होंने कहा कि आखिर केजरीवाल चाहते क्या हैं। केजरीवाल की कुव्यवस्था दिल्ली के गरीबों के लिए अभिशाप साबित हो रही है क्योंकि आए दिन झोपड़ियों में आग लग रही हैं तो कही गरीबों की बस्तियां जलकर राख हो रही हैं।