- कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने सेफ्टिक टैंक की सफाई के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए “मुख्यमंत्री सेफ्टिक टैंक सफाई योजना” के तहत उठाए जा रहे कदमों पर विस्तार से चर्चा की
- केजरीवाल सरकार देश की पहली सरकार है, जिसने सफाई कर्मियों को मशीनों का मालिक बनाया है, जिसके बाद सीवर की सफाई के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं पर रोक लगी है- एक भी व्यक्ति की जान जाना हम सभी के लिए एक अपूर्णीय क्षति है, हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि सीवर की सफाई करने वाले मजदूर सबसे सुरक्षित रहें- राजेंद्र पाल गौतम
नई दिल्ली, 07 जुलाई, 2022 : दिल्ली में सीवर या सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान होने वाली मौत की घटनाओं पर लगाम लगाने की दिशा में केजरीवाल सरकार लगातार काम कर रही है। इसी कड़ी में गुरूवार को दिल्ली के अनुसूचित जाति-जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने सचिवालय में दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज के साथ बैठक की। इस दौरान, सीवरेज का काम करने वाले मजदूरों के साथ कोई अनहोनी न हो, इसे लेकर “मुख्यमंत्री सीवर सफाई योजना” की प्रगति की समीक्षा की। साथ ही, दिल्ली में सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मुख्यमंत्री सेप्टिक टैंक सफाई योजना के तहत उठाए जा रहे उचित कदम और कार्रवाई पर विस्तार से चर्चा की गई।
अनुसूचित जाति-जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने बताया कि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली की कच्ची कॉलोनियो में सीवर सफाई को सुनिश्चित करने व मैला ढोने की प्रक्रिया को खत्म करने के मद्देनजर 200 सीवर सफाई मशीनों को बेड़े में शामिल किया गया है। इसके बाद सफाई कर्मचारियों के सीवर में उतरने के अमानवीय कार्य से मुक्ति मिल गई है। दिल्ली सरकार देश की पहली सरकार है, जिसने सफाई कर्मियों को मशीनों का मालिक बनाया है। फलस्वरूप, सफाई करने के लिए सीवर में उतरने वाले सफाई मजदूरों के साथ होने वाली दुखद घटनाओं पर रोक लग गई है। अब दिल्ली में सफाई करने सीवर में उतरने वाले सफाई कर्मियों की मौत की घटनाएं नहीं होती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार हर इंसान की जान की कीमत समझती है। हमने सीवर सफाई के काम का मशीनीकरण कर उन्हें ही मशीनों का मालिक बनाया है।
मुख्यमंत्री सेप्टिक टैंक सफाई योजना के तहत दिल्ली सरकार द्वारा कच्ची कॉलोनियों और गांव के घरों के सेप्टिक टैंक की सफाई करवाई जाएगी। इस योजना को शहर की सफाई और यमुना नदी की सफाई की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम माना गया है। केजरीवाल सरकार का उद्देश्य सीवर और सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान श्रमिकों की मौत को रोकने के लिए स्थाई समाधान पेश करना है। साथ ही एक स्वस्थ वातावरण बनाए रखना है, ताकि शहर में रहने वाले लोग अब बेहतर परिवेश में रह सकें। सेप्टिक टैंक सफाई योजना के कार्यान्वयन के माध्यम से, मुख्य रूप से मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों को अच्छे स्वस्थ परिवेश उपलब्ध करना है। साथ ही, यह योजना राज्य में बेहतर रहने की स्थिति के अलावा रोजगार के अवसर सुनिश्चित करेगी।
कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि दिल्ली में एक भी व्यक्ति का जान जाना, हम सभी के लिए एक अपूर्णीय क्षति है। सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में, हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि दिल्ली में सीवर की सफाई कर रहे मजदूर सबसे सुरक्षित रहे। सीवर सफाई के लिए मशीनों के आने से सफाई कर्मचारियों के सीवर में उतरने के अमानवीय कार्य से मुक्ति मिली है।