- प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने यूपी के हाथरस की दलित लड़की की मृत्यु के बाद गहरा शोक जताया- जो योगी सरकार के जंगलराज की ताजा शिकार हुई।
- आम आदमी पार्टी का यूपी की दलित लड़की की मृत्यु पर सहानूभूति जताना केवल राजनीतिक हथकंडा है, केजरीवाल यूपी में आने वाले चुनावों में जमीन तलाशने की कोशिश कर रही है।
नई दिल्ली : प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने 19 वर्षीय दलित लड़की की मृत्यु के बाद गहरा शोक जताया, जिसका उत्तर प्रदेश के हाथरस में निर्दयता के साथ चार लोगों ने रेप किया था। उन्होंने कहा कि यह दलित लड़की भाजपा की आदित्यनाथ सरकार के जंगलराज की ताजा शिकार है, क्योंकि अराजकता भरे शासन ने अपराधियों को खुली छूट दी हुई है और महिलाओं को योगी के जंगल राज में सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है। चौ0 अनिल कुमार ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाया कि यूपी की दलित लड़की के प्रति सहानूभूति जताना केवल राजनीतिक हथकंडा है और वह दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की बजाय यूपी में विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए अपनी जमीन तलाशने की कोशिश कर रही है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द सरकार ने महिला सुरक्षा का वायदा करने के बावजूद महिलाओं के कल्याण में निर्भया फंड की केवल 5 प्रतिशत राशि ही खर्च की है और बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाने और मार्शलों की नियुक्ति का वायदा किया था जिसे पूरा नही किया गया और जो सीसीटीवी लगाए है वो काम नही कर रहे है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि यह सर्वविदित है कि उत्तर प्रदेश योगी सरकार के काल में भ्रष्टाचार और अपराध का अड्डा बन चुका है, जहां महिलाऐं, विशेषकर दलित महिलाऐं के वहां प्रतिदिन क्रूरता भरे यौन शोषण आम बात हो गई है और अपराध को अंजाम देने वाले अपराधी बेखौफ घूम रहे है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की आलोचना करने वाली आम आदमी पार्टी खुद बेदाग नही है क्योंकि दिल्ली में महिलाओं पर होने वाले हमलों के अपराधियों को दंडित करने में आम आदमी पार्टी का रिकॉर्ड किसी भी तरह यूपी सरकार से बेहतर नही है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि आम आदमी पार्टी जो निर्भया केस के सहारे दिल्ली की सत्ता में आई थी, वो महिला सुरक्षा को सुनिश्चित करने में पूरी तरह विफल साबित रही है, जिसका उदाहरण दिल्ली में पिछले कुछ महीनों में हुई बलात्कार की घटनाओं से मिलता है। उन्होंने कहा कि अरविन्द सरकार महिलाओं की रक्षा और सुरक्षा की बात सिर्फ अपने राजनीति फायदे के लिए करती है, न कि उनके प्रति सहानूभूति पूर्वक लगाव के लिए।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि जब दिल्ली में महिलाऐं अपने आपको असुरक्षित महसूस करती है तो अरविन्द सरकार को महिला सुरक्षा पर बोलने का कोई मौलिक अधिकार नही है जबकि भाजपा के गृहमंत्रालय के अन्तर्गत दिल्ली पुलिस और दिल्ली की अरविन्द सरकार दिल्ली में अपराधों को रोकने की बजाय केवल मूक दर्शक बन कर देख रही है, जबकि दिल्ली में पीरागढ़ी में नन्ही परी के साथ यौन शोषण किया गया, छत्तरपुर में अति सुरक्षित सरदार पटेल कोविड केयर सेन्टर में 14 वर्षीय लड़की का यौन शोषण हुआ, हिन्दुराव अस्पताल में महिला मरीज के साथ सामूहिक बलात्कार हुआ, 16 वर्षीय लड़की के साथ नेताजी सुभाष पैलेस में बलात्कार, और 90 वर्षीय बुर्जुग महिला के साथ छावला में बलात्कार हुआ। अरविन्द सरकार दिल्ली में यौन शोषण के अपराधियों को सजा दिलाने बजाय दूसरे राज्यों में हस्तक्षेप करके अपनी उर्जा व्यर्थ ही नष्ट कर रही है।
दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेस ने महिला अध्यक्ष अमृता धवन के साथ पूर्व सांसद उदित राज और पी.एल. पुनिया ने योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ विजय चौक पर विरोध प्रदर्शन किया क्योंकि हाथरस में दलित लड़की के क्रूर यौन शोषण की घटना को रोकने में योगी सरकार विफल रही। उन्होंने आलोचना करते हुए कहा कि यूपी में महिलाआें के साथ लगातार अपराध हो रहे है, विशेषतौर पर दलित महिलाऐं शिकार हो रही है। अमृता धवन ने कहा कि महिलाऐं न तो दिल्ली में और न ही यूपी में सुरक्षित है, जबकि अरविन्द केजरीवाल केवल चुनावों पर ध्यान केन्द्रित करके राजनीतिक मौके तलाशने के लिए दूसरे राज्यों में महिलाओं के प्रति सहानूभूति दिखाने का ढोंग कर रहे है।