जल निकासी और डिस्लिटिंग पर करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद दिल्ली का ड्रेनेज सिस्टम भ्रष्टाचार की भेट चढ़ा, जल-जमाव के संकट बरकरार
नई दिल्ली, 16 जुलाई, 2022 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम राजधानी में मानसून की बारिश की जल निकासी में पूरी विफल साबित हुए है जबकि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों ने करोड़ो रुपये नालों से गाद निकालने में खर्च दिए। उन्होंने कहा कि मैं पूछना चाहता है कि जब करोड़ो रुपये नालों और नालियों की सफाई पर खर्च हुए है तो फिर दिल्ली मानसून की तीनों बारिशों क्यों डूबी?
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली सरकार ने अपने 3 कार्यकालों में दिल्ली के ड्रेनेज़ सिस्टम को सुधारने के लिए कोई काम नही किया जबकि हर वर्ष करोड़ों रुपये दिल्ली में डिस्लिंग के नाम पर भ्रष्टाचार की भेट चढ़ जाते है। इस वर्ष भी दिल्ली सरकार, पीडब्लूडी, बाढ़ विभाग, दिल्ली नगर निगम, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद ने 80-90 प्रतिशत करने का दावा किया था परंतु अभी तक तीन बारिशों में हर बार भारी वाटर लॉगिग हो रही है। उन्होंने कहा कि पानी में फंसे वाहनों घंटों ट्रेफिक जाम में फंसे रहे जो बहुत दुखद है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल सरकार और एमसीडी ने हाल ही में प्री-मानसून बारिश के बाद जल-जमाव की घटनाओं से कोई सबक नहीं सीखा है, क्योंकि इस सीजन की सबसे भारी बारिश ने आप सरकार और एमसीडी दोनों को पूरी तरह से तैयार नहीं किया है, और उनके राजधानी में मॉनसून की बारिश से पहले गाद निकालने का काम पूरा करने के दावों का पूरी तरह से पर्दाफाश हो गया।
चौ. अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली सरकार और एमसीडी द्वारा किए गए सभी दावे कि वे मानसून की चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह से “तैयार“ थे, शनिवार भारी बारिश के बाद भारी जल जमाव के बार फिर उजागर हो गया। जबकि राजधानी के कई इलाकों में बाढ़ सी आ गई जिससे आईटीओ ट्रेफिक जाम का हॉट स्पॉट बन गया और ज्यादातर सड़कों पर ट्रैफिक देर रात तक रहा। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम की नाकामियों का खामियाजा दिल्ली की जनता को भुगतना पड़ रहा है क्योंकि करोड़ों रुपये का ईंधन ट्रेफिक जाम में बर्बाद हो रहा है।