- राजकीय विद्यालय शिक्षक संघ ने कहा कि शिक्षकों में कोरोना फैलने का डर
- कोरोना पीड़ितों में पूर्व से कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं यानि ऐसिमटोमैटिक है
- शिक्षक क्वारंटाइन होम्स, राशन वित्तरण केंद्र, खाना वित्तरण केंद्र, हॉटस्पॉट क्षेत्र, स्लम में कर रहे हैं कार्य
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब एक माह पहले कोरोनो के प्रकोप से बचाव के लिए लॉकडाउन की घोषणा की गई थी। इसके बाद दिल्ली सरकार ने सरकारी विद्यालयों में बनाए गए शेल्टर होम्स में बेघरों को ठहराया गया। राजकीय विद्यालय शिक्षक संघ के महासचिव अजय वीर यादव ने बताया कि दिल्ली सरकार ने दिल्ली में घूम रहे बेघर लोगों को विद्यालय में बनाए गए शेल्टर होम्स में ठहराया गया है जिनका अभी तक कोई कोरोना टेस्ट सरकार ने नहीं कराया है। टेस्ट की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि इन शेल्टर होम्स में प्रधानाचार्य सहित शिक्षक ड्यूटी दे रहे हैं, इन्हें डर सता रहा है कि कहीं किसी व्यक्ति को संक्रमण ना हो जाए। जब यह बात सम्बंधित अधिकारीयों को बताई जाती है तो उनका मौखिक रूप से कहना है कि अब इन लोगों में यदि संक्रमण होता तो लक्षण पाए जाते परन्तु इसका कोई दावा नहीं करता कि यह शेल्टर होम्स कोरोना फ्री हैं। जबकि हाल ही में स्वास्थ्य मंत्रालय व देश के डॉक्टरों ने बताया है कि अब आ रहे कोरोना पीड़ितों में पूर्व से कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं यानि ऐसिमटोमैटिक है। यहाँ रह रहे लोगो की जीवनशैली के कारण रोग क्षमता सामान्य आदमी से अधिक है इसलिए यहाँ ऐसिमटोमैटिक होने की संभावनाएं ज्यादा है। ऐसे में शिक्षकों के परिजन भी ड्यूटी के दौरान अपने घर वालों में संक्रमण के प्रति भयभीत रहते हैं।
राजकीय विद्यालय शिक्षक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजबीर छिकारा व महासचिव अजय वीर यादव ने बताया की कोरोना संक्रमण की सभी आशंकाओं को खत्म करने के लिए सरकार को सरकारी विद्यालयों में बने सभी शेल्टर होम्स को कोरोना फ्री डिक्लेअर किया जाए। इस विषय में सरकार को पत्र भी लिखा गया है। किसी अनहोनी के डर से शिक्षक समाज में कयास लगाया जा रहा है कि यदि हम संक्रमित पाए गए तो सरकार का पक्ष होगा कि आपको संक्रमण ड्यूटी के दौरान नहीं हुआ तथा सरकार द्वारा घोषित मुआवजा भी विवादों में पड़ जाएगा। महासचिव यादव ने बताया की इसी प्रकार शिक्षक क्वारंटाइन होम्स, राशन वित्तरण केंद्र, खाना वित्तरण केंद्र, हॉटस्पॉट क्षेत्र, स्लम एरियाज में पिछले एक माह से बिना छुट्टी रेस्ट के लगातार ड्यूटी कर रहे है, इनको डॉक्टर्स की भांती संक्रमण टेस्ट कराये जाएँ तथा होम क्वारंटाइन करने के आदेश कर इनके स्थान पर अन्य कर्मचारियों को लगाया जाए।