Thursday, December 5, 2024
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समझौते के बाद भी स्कूल कैब चालकों का भारी-भरकम चालान कर रहा है परिवहन विभाग

30 हजार से 44 हजार तक के चालान किए जा रहे हैं
हाथ पर काली पट्टी बांधकर अपना वाहन चलाएंगे

नई दिल्ली, 04 अगस्त, 2022 : दिल्ली सरकार और कैब वाहन चालकों के बीच हुए हाल ही में हुए समझौते के बाद भी दिल्ली परिवहन विभाग की इंफोर्समेंट टीम की कार्रवाई नहीं रूक रही है। स्कूल ट्रांस्पोर्ट एकता यूनियन के अध्यक्ष राम चंद्र ने गुरूवार को बताया कि स्कूली कैब वाहनों चालकों के भारी-भरकम चालान किए जा रहे हैं। यूनियन अध्यक्ष ने बताया कि स्कूल वाहन चालकों की 1 अगस्त 2022 की हड़ताल के बाद दिल्ली सरकार से हमारा समझौता हुआ था कि कैब वाहनों को स्कूल कैब में बदलने की प्रक्रिया शुरू होने तक अंडर लोड सीटिंग कैपेसिटी का डेढ़ गुना ज्यादा तक बच्चे ले जाने वाली कैब के खिलाफ दिल्ली परिवहन विभाग की इंफोर्समेंट टीम की कार्रवाई नहीं होगी। लेकिन अभी भी हमारी कैब के खिलाफ दौड़ा-दौड़ा कर धरपकड़ जारी है।

यूनियन अध्यक्ष रामचंद्र ने बताया कि स्कूल कैब चालकों के खिलाफ दिल्ली में जुल्म हो रहे हैं। पहले ही 2 साल तक कैब चालक स्कूल बंद होने से बेरोजगारी की मार झेल चुके हैं। अब स्कूल खुलते ही वाहनों के 30 हजार, 35 हजार, 44000 तक के चालान किए जा रहे हैं। यह हालात तब है जब हम आजादी का 75 वा स्वतंत्रता दिवस बनाने जा रहे हैं। इस अफरातफरी के माहौल में दिल्ली में कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। ऐसे में कोई भी दुर्घटना हुई तो उसके लिए सरकार व इंफोर्समेंट के बड़े अधिकारी भी जिम्मेवार होंगे। यूनियन अध्यक्ष रामचंद्र ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा के नाम पर माल कमाने की इच्छा से अधिकारी हमारी कैब वाहनों के खिलाफ अभी भी टारगेट बेस कार्रवाई करवा रहे हैं। इंफोर्समेंट की टीम हमारी कैब के पीछे अपना चेकिंग वाहन इनोवा दौड़ाते हैं। ड्राइवर भारी-भरकम चालान से डरकर दबाव में गाड़ियां चला रहे हैं। एक 5 सीटर कैब में 7 बच्चे व एक ड्राइवर होने पर भी गाड़ी को इंपाउंड कर दिया है।

यूनियन अध्यक्ष रामचंद्र ने बताया कि इंफोर्समेंट की टीम भी इस प्रकार की स्कूल कैब चालकों के खिलाफ 19 दिन से चल रही कार्रवाई से खासी नाराज है लेकिन अधिकारियों द्वारा दिए आदेश का पालन करना मजबूरी बता रही है। स्कूल कैब चालकों के खिलाफ दिल्ली में जुल्म हो रहे हैं। पहले ही 2 साल तक कैब चालक स्कूल बंद होने से बेरोजगारी की मार झेल चुके हैं। अब स्कूल खुलते ही वाहनों के 30 हजार, 35 हजार, 44000 तक के चालान किए जा रहे हैं। यह हालात तब है जब हम आजादी का 75 वा स्वतंत्रता दिवस बनाने जा रहे हैं।

यूनियन अध्यक्ष रामचंद्र ने बताया कि अपने परिवार के पेट की आग शांत करने निकले चालक आज भी अधिकारियों के गुलाम है। आवाज उठाने पर हमारे  िखलाफ इस तरह के जुलम किए जाते हैं। 15 अगस्त के बाद हम दोबारा एक बड़ी बैठक करके अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे। सभी चालकों का मानना है कि सरकार ने हमारे साथ विश्वासघात किया है। संगठन पर अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाने का भारी दबाव है। लेकिन 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए हम फिलहाल यह जुल्म बर्दाश्त करेंगे।

यूनियन अध्यक्ष ने बताया कि साथ ही चालकों के बीच में जाकर सरकार द्वारा किया गया विश्वासघात भी चालकों को बताएंगे। तब तक हमारे कैब चालक अपने हाथ पर काली पट्टी बांधकर अपना वाहन चलाएंगे। हमारी आमदनी के सामने इतने भारी भरकम चालान भरने हमारे लिए कतई संभव नहीं है। आज इंफोर्समेंट की टीम ने स्कूल बसों की भी चेकिंग शुरू कर दी है। शीशे पर लगने वाला प्रोफार्मा परिवहन विभाग की वेबसाइट पर नहीं बन रहा है और इंफोर्समेंट टीम हमारे से प्रोफार्मा की डिमांड कर रही है। संगठन दिल्ली उपराज्यपाल वीके सक्सेना से अपने रोजगार को बचाने के लिए हस्तक्षेप की गुहार लगाता है।

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