Saturday, November 30, 2024
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दिल्ली और पंजाब को छोड़कर पूरे देश में कहीं भी बच्चों को अच्छी देने के लिए सरकारी स्कूलों पर नहीं चल रहा है काम : केजरीवाल

कोंडली में बनेगा विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस शानदार सरकारी स्कूल, सीएम केजरीवाल ने शिलान्यास कर कहा, ‘‘तुम जितने समन भेजोगे, मैं उतने स्कूल बनाऊंगा’’
– 2002 से पोर्टा केबिन से बने क्लासरूम में बच्चे पढ़ रहे हैं, अब यहां 50 क्लास रूम, 5 लैब, 3 लाइब्रेरी, एक्टिविटी रूम समेत सभी सुविधाएं होंगी
– आजादी के बाद ही अगर हर बच्चे के लिए अच्छी शिक्षा का इंतजाम कर देते तो आज हमारा देश गरीब नहीं कहलाता-  भाजपा की केंद्र सरकार ने दिल्लीवालों के लिए कुछ अच्छा काम नहीं किया, ये न खुद करते हैं और न मुझे करने देते हैं – इन लोगों का धर्म फर्जी केस बनाना, समन भेजना है और स्कूल, अस्पताल बनाना और लोगों की सेवा करना मेरा धर्म है- हर बच्चे को अच्छी शिक्षा देने का बाबा साहब का सपना अभी तक अधूरा है, मैंने उनके सपनों को पूरा करने की कसम खाई है – भाजपा की केंद्र सरकार का सर्वे कहता है कि पूरे देश में सबसे कम महंगाई दिल्ली में है, यहां कई सुविधाएं मुफ्त होने से लोगों का पैसा बच रहा है – पूरे देश में इकलौती दिल्ली सरकार है, जो पिछले 9 सालों से अपना 25 फीसद बजट शिक्षा के ऊपर खर्च कर रही है-  सीएम अरविंद केजरीवाल ने बच्चों को न सिर्फ सपने देखने का अधिकार दिया, बल्कि उसे साकार करने का अवसर भी दिया है- आतिशी

नई दिल्ली, 09 फरवरी 2024

केजरीवाल सरकार कोंडली इलाके में विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस शानदार स्कूल बनाएगी। शुक्रवार को सीएम अरविंद केजरीवाल ने मयूर विहार फेज तीन में नई स्कूल बिल्डिंग का शिलान्यास किया। 2002 से इस स्कूल में पोर्टा केबिन में बने क्लासरूम में बच्चे पढ़ रहे थे, जिन्हें पास के स्कूलों मे शिफ्ट कर यहां नई बिल्डिंग बनाई जा रही है, जहां 50 क्लास रूम, 5 लैब, 3 लाइब्रेरी, एक्टिविटी रूम समेत सभी सुविधाएं होंगी। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये लोग जितने समन भेजेंगे, मैं उतने स्कूल बनाऊंगा। इन लोगों का धर्म फर्जी केस बनाना, समन भेजना है और स्कूल, अस्पताल बनाना, लोगों की सेवा करना मेरा धर्म है। आज दिल्ली और पंजाब को छोड़कर देश में कहीं भी स्कूलों पर काम नहीं चल रहा है। भाजपा की केंद्र सरकार ने दिल्लीवालों के लिए कुछ अच्छा काम नहीं किया। ये लोग न खुद कुछ करते हैं और न मुझे करने देते हैं। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री आतिशी, स्थानीय विधायक कुलदीप कुमार व अधिकारियों के अलावा बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोग मौजूद रहे।

कोंडली विधानसभा के मयूर विहार फेज तीन में स्कूल बिल्डिंग का शिलान्यास करने पहुंचे सीएम अरविंद
 केजरीवाल का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। सीएम ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की और नारियल फोडकर स्कूल की नई बिल्डिंग बनाने की नींव रखी। इस दौरान उन्होंने नाम गवर्नमेंट गर्ल्स एवं ब्यॉज सीनियर सेकेंडरी स्कूल के नाम पट्टिका का अनावरण किया। सीएम ने नई बिल्डिंग के मॉडल को भी देखा और अफसरों से बच्चों को उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं के बारे में जाना। बच्चों ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया और सीएम को नवांकुर भेंट किया।

2014 में सरकारी स्कूलों का बहुत बुरा हाल था, पढ़ाई नहीं होती थी- अरविंद केजरीवाल

इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में हमारी सरकार बनने से पहले 2014 सरकारी स्कूलों का बहुत बुरा हाल होता था। बच्चे स्कूल जाते थे और एक-दो घंटे बाद वापस घर आ जाते थे। स्कूलों में पढ़ाई के नाम पर कुछ नहीं होता था। स्कूल की दीवारें, छत टूटी हुई होती थी। पंखे खराब पड़े होते थे। एक-दो साल बाद बच्चे के मां-बाप सोचते थे कि बच्चा समय खराब कर रहा है और स्कूल से नाम कटवा कर किसी काम में लगा देते थे। राजनीति में आने से पहले मैं परिवर्तन नामक एक एनजीओ के साथ जुड़कर दिल्ली की झुग्गी बस्तियों में काम करता था और बच्चों की पढ़ाई का बुरा हाल देखता था। तब गरीबों के बच्चों का कोई भविष्य नहीं था। गरीब आदमी कभी नहीं सोचता था कि सरकारी स्कूल में पढ़कर उसका बच्चा डॉक्टर-इंजीनियर बन जाएगा।

‘‘आप’’ की सरकार बनने के बाद से लगातार शानदार सरकारी स्कूल बन रहे हैं- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद से लगातार दिल्ली के अंदर शानदार स्कूल बनते जा रहे हैं। कुछ दिन पहले बुराड़ी में चार स्कूलों का शिलान्यास किया, उसमें 10 हजार बच्चे पढ़ेंगे। 8 फरवरी को पालम में एक नए स्कूल का शिलान्यास किया है। वहां 2500 बच्चे पढ़ेंगे। इससे पहले रोहिणी में नए स्कूल का उद्घाटन किया। वहां भी करीब 2500 बच्चे पढ़ेंगे। पिछले कुछ महीने के अंदर मैंने एक से डेढ़ लाख बच्चों के पढ़ने का इंतजाम कर दिया है। अब कोंडली के मयूर विहार फेज तीन में भी विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस शानदार स्कूल बनेगा। इससे पहले टाट पट्टी और टिन वाले स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के दिल पर क्या गुजरती होगी। सरकारी स्कूल में पढ़ने वाला बच्चा प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले पड़ोस के बच्चे को देखकर सोचता होगा कि मेरे मां-बाप में ही कुछ कमी है, तभी इतने गंदे स्कूल में पढ़ रहा हूं। बच्चों और उनके मां-बाप के मन में हीन भावना होती थी। एक ही घर में एक लड़का और एक लड़की है तो मां-बाप लड़के को प्राइवेट स्कूल और लड़की को सरकारी स्कूल में भेजते थे।

हर बच्चों को अच्छी शिक्षा दे दें तो एक पीढ़ी में देश से गरीबी दूर हो जाएगी- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था बदल गई है। अब दिल्ली के अंदर सबको मुफ्त और अच्छी शिक्षा मिलेगी, किसी को पैसे भी नहीं देने होंगे। पूरी दिल्ली के अंदर पुराने जर्जर सरकारी स्कूलों को तोड़कर शानदार नया स्कूल बना रहे हैं। मयूर विहार फेज तीन में बन रहा यह स्कूल इस इलाके में स्थित प्राइवेट स्कूलों से कहीं ज्यादा शानदार बनेगा। प्राइवेट स्कूलों में सुविधाओं का अभाव है, लेकिन पैसे बहुत लगते हैं। वहीं, इस सरकारी स्कूल में शानदार लैब, लाइब्रेरी, एक्टिविटी रूम बनेगा और लिफ्ट भी लगेगी। यहां के प्राइवेट स्कूलों में लिफ्ट नहीं होगी। मुझे लगता है कि अगर हमने अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे दी तो एक पीढ़ी के अंदर इस देश से गरीबी दूर हो सकती है। अगर सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा दे देते हैं तो ये बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, बिजनेस मैन बनेंगे और नौकरी करेगा। अगर पूरे देश में सारे बच्चों को अच्छी शिक्षा दे दें तो गरीब लोग अपने आप अमीर हो जाएंगे। आज स्कूल खोलने का जो काम हम लोग कर रहे हैं, यह आजादी के बाद ही हो जाना चाहिए था। अगर अमीर-गरीब सारे बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा का इंतजाम कर देते तो आज हमारा देश गरीब नहीं कहलाता, बल्कि अमेरिका को भी पीछे छोड़ देता।

पिछले 75 साल से जानबूझ कर देश में गरीबों के बच्चों को खराब शिक्षा दी जा रही है- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह दुख की बात है कि आज भी दूसरी सरकारें अच्छी शिक्षा देने पर कुछ काम नहीं कर रही हैं। दिल्ली में शानदार स्कूल बनाने के बाद अब हमारी पंजाब की सरकार भी शानदार सरकारी स्कूल बना रही है। पंजाब में 20 हजार सरकारी स्कूल हैं और हर स्कूल के अंदर काम चल रहा है। दिल्ली और पंजाब को छोड़कर पूरे देश में कहीं पर भी बच्चों को अच्छी देने के लिए सरकारी स्कूलों पर काम नहीं चल रहा है। ये लोग नहीं चाहते हैं कि गरीब लोग अमीर बने, गरीबों के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले। गरीबों के बच्चों को खराब शिक्षा देने के पीछे एक बहुत बड़ा राजनीतिक षड़यंत्र है। पिछल्ले 75 साल से जानबूझ कर गरीबों के बच्चों को गंदी शिक्षा दी जा रही है। बाबा साहब अंबेडकर कहा था कि अगर अपने समाज और देश को आगे बढ़ाना है तो सबसे पहले गरीबों के बच्चों को अच्छी शिक्षा दो। आज हम लोग बाबा साहब अंबेडकर के सपने को पूरा कर रहे हैं। आजादी के 75 साल हो गए, लेकिन अभी तक बाबा साहब का सपना अधूरा है। मैंने कसम खाई है कि बाबा तेरा सपना अधूरा, केजरीवाल करेगा पूरा।

केंद्र सरकार ने दिल्ली में घर-घर राशन योजना लागू नहीं करने दी, लेकिन अब हम इसे पंजाब में लागू करने जा रहे हैं- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पूरे देश में बहुत महंगाई है। लोगों को घर का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है। केंद्र सरकार के एक सर्वे में आया है कि पूरे देश में सबसे कम महंगाई दिल्ली में है। क्योकि दिल्ली में बिजली, महिलाओं का डीटीसी की बसों में सफर, शिक्षा, मोहल्ला क्लीनिकों और अस्पतालों और बुजुर्गों की तीर्थयात्रा मुफ्त है। दिल्ली के लोगों कों कई सारी मुफ्त सुविधाएं मिल रही हैं, इसलिए पूरे देश में सबसे कम महंगाई दिल्ली में है। कुछ राशन वाले कई बार कम तौलते हैं, दुकान नहीं खोलते हैं, मिलावट करता है, बदसलूकी करता है। इस समस्या के समाधान के लिए दो साल पहले हमने एक योजना बनाई थी। इसके तहत जो लोग दुकान पर नहीं जाना चाहते हैं, उनको कोटे का पूरा राशन चावल, आटा बोरी में पैकिंग करके घर पहुंचा देंगे। इससे किसी को लाइन में खड़े होने की जरूरत नहीं होगी। इन लोगों ने इस योजना का दिल्ली में लागू नहीं करने दिया। केंद्र सरकार ने एलजी को कह कर रोक दिया। हमारी नीयत साफ है। इसलिए भगवान ने पंजाब में हमारी सरकार बना दी। शनिवार को हम पंजाब में घर-घर राशन पहुंचाने की योजना को लागू करने जा रहे हैं। पंजाब में लोगों को राशन की दुकान पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पंजाब में लागू होने के बाद हम दिल्ली में भी करके दिखाएंगे।

नागरिकों को मुफ्त बिजली और इलाज देने वाला चोर है या इसे महंगा करने वाला चोर है, जनता तय करे- अरविंद केजरीवाल

सीएम ने कहा कि इन्होंने मेरे काम में बहुत अड़चनें अड़ाई। ये बोल रहे हैं कि दिल्ली आधा राज्य है। मैंने इनसे कहा कि आधा क्यों कर रखा है, पूरा कर दो। ये लोग दिल्ली को पूर्ण राज्य नहीं बनाएंगे, लेकिन हर काम में टांग अड़ाएंगे। मेरा कहना है कि आप भी अच्छा काम करो, मैं भी अच्छा काम करूं, हम मिलकर अच्छा काम करते हैं। ये लोग खुद भी कुछ काम नहीं करेंगे और न तो मुझे करने देंगे। भाजपा की केंद्र सरकार ने दिल्लीवालों के लिए भी अच्छा काम नहीं किया है। अब ये लोग रोज मुझे सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स और दिल्ली पुलिस की नोटिस पर नोटिस भेज रहे हैं। इन्होंने अपनी सारी एजेंसी मेरे पीछे छोड़ रखी है, जैसे देश का सबसे बड़ा आतंकवादी, डाकू और चोर मै ही हूं। ये कहते हैं कि केजरीवाल चोर है। मैंने दिल्ली में बिजली मुफ्त कर दी है। लेकिन इनकी गुजरात, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश समेत जहां भी सरकार है, वहां बिजली बहुत महंगी है। दिल्ली की जनता तय करे कि बिजली फ्री करने वाला चोर है या बिजली महंगी करने वाला चोर है। अगर मैं चोर होता तो बिजली महंगी करके बिजली कंपनियों से पैसे खा लेता। दिल्ली में ढेरों मोहल्ला क्लीनिक और अस्पताल खोलकर सबका इलाज मुफ्त कर दिया। इनके शासित राज्यों में सरकारी अस्पतालों का बेड़ा गर्क है और प्राइवेट अस्पतालों ने लूट मचा रखी है। गरीबों का इलाज मुफ्त करने वाला चोर है या गरीबों को महंगा इलाज देने वाला चोर है, यह जनता तय करे। ये लोग कहते हैं कि मनीष सिसोदिया चोर हैं। मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के गरीब बच्चों के लिए भविष्य बनाया है, अच्छी शिक्षा देने का इंतजाम किया है। इन्होंने अपने राज्यों में सरकारी स्कूल बंद कर दिए। गरीबों के बच्चों अच्छी देने वाला चोर है या गरीबों के सरकारी स्कूल बंद करने वाला चोर है।

ये लोग मेरे पीछे पड़े हैं, मुझे इसकी कोई चिंता नहीं है, क्योंकि जनता का आशीर्वाद मेरे साथ है- अरविंद केजरीवाल

उन्होंने कहा कि ये लोग मेरे पीछे पड़े हैं, लेकिन मुझे इसकी कोई चिंता नहीं है। मैंने इनको कहा है कि तुम मुझको जितने समन भेजोगे, मैं उतने और स्कूल बनाउंगा। तुम अपना धर्म करो, मैं अपना धर्म करूंगा। फर्जी केस बनाने से लेकर समन भेजने तक सारा नकारात्मक काम करना तुम्हारा धर्म है। स्कूल, अस्पताल, गरीबों के बच्चों को अच्छी शिक्षा देना और लोगों की सेवा करना मेरा धर्म है। तुम केवल सत्ता के लालची हो, मुझे जनता की सेवा का लालच है। मैं जनता की सेवा करूंगा। दिल्ली की जनता का मेरे उपर बहुत सारे एहसान है। मैं दिल्ली क झुग्गियों में काम करने वाला एक छोटा सा आदमी था, दिल्ली की जनता ने वहां से उठाकर इतनी बड़ी जिम्मेदारी दे दी। मैं आपका जिंदगी भर एहसान नहीं चुका सकता। दिल्ली की जनता का प्यार और आशीर्वाद मेरे साथ है तो मुझे इन लोगों की परवाह नहीं है।

पानी के बिल को ठीक करने के लिए स्कीम लाएंगे- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस समय पानी के बिल बहुत गड़बड़ आ रहे हैं। इसको ठीक करने के लिए सरकार जल्द ही योजना लेकर आ रही है। जिसको लगता है कि उसका पानी का बिल गड़बड़ आया है, उसे बिल जमा करने की जरूरत नहीं है। सारे बिल ठीक कराए जाएंगे।

केजरीवाल सरकार के आने के बाद दिल्ली की शिक्षा में बहुत बदलाव आया है, अब शानदार सरकारी स्कूल बन रहे हैं- आतिशी

इस अवसर पर शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि आज जिस स्कूल का शिलान्यास किया गया है, वह 2002 से टीन-टप्पड़ और पोर्टा केबिन में चल रहा था। इस दौरान कई सरकारें आई और चली गई, कई मुख्यमंत्री आए और चले गए, लेकिन हमारे बच्चे टीन-टप्पड़ में ही रह गए। पहले यही दिल्ली के शिक्षा व्यवस्था की सच्चाई थी। लेकिन आज दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली की शिक्षा में बहुत बड़ा बदलाव आया है। यह बदलाव कोंडली विधानसभा के मयूर विहार फेज तीन तक भी पहुंचा गया है और यहां शानदार तीन मंजिला स्कूल बिल्डिंग का शिलान्यास किया गया है। स्कूल में 80 कमरे, 5 लैब और 3 लाइब्रेरी और लिफ्ट की सुविधा होगी। हमारे सरकारी स्कूलों में जितनी सुविधाएं बच्चों को मिल रही है, उतनी दिल्ली के किसी बड़े प्राइवेट स्कूल में भी नहीं मिल रही होगी। उन्होंने कहा कि स्कूल की नई बिल्डिंग बनवाने में इतना समय इसलिए लगा, क्योंकि यहां आसपास के स्कूलों में भी बहुत ज्यादा बच्चे थे। इसलिए इसका समाधान नहीं था कि नई बिल्डिंग बनाने के लिए पोर्टा केबिन्स हटाने के बाद बच्चों को कहां शिप्ट किया जाएगा। जब आसपास के सरकारी स्कूलों में नई बिल्डिंग बनी तो यहां पढ़ रहे बच्चों को अस्थाई तौर पर वहां शिफ्ट किया गया। अब यह नई बिल्डिंग बनकर तैयार हो जाएगी।

दिल्ली में पहले गरीब आदमी मजबूरी में अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजता था- आतिशी

उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को सीएम बनने से पहले दिल्ली के स्कूलों का बहुत बुरा हाल था। सरकारी स्कूल की बिल्डिंग टूटी फूटी होती थी, टॉयलेट से बदबू आती थी, बच्चों के लिए टेबल-कुर्सी नहीं होती थी। खिड़कियां, लाइट और पंखे टूटे होते थे, पीने का साफ पानी नहीं होता था और क्लासरूम में पढ़ाने के लिए टीचर नहीं होते थे। एक गरीब आदमी मजबूरी में अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजता था। जिसके पास थोड़े भी पैसे होते थे वो अपना पेट काटकर अपने बच्चे को प्राइवेट स्कूल में भेजता था। सरकारी स्कूलों की खराब हालत का नुकसान बच्चों को होता था। अच्छी सुविधाएं और अच्छे टीचर्स नहीं मिलने की वजह से उनका भविष्य खराब होता था और आगे नहीं बढ़ पाते थे। अमीर परिवार के बच्चे प्राइवेट स्कूल में पढ़कर, बड़ी-बड़ी नौकरियां पा जाते थे और अमीर बन जाता था। वहीं एक गरीब का बच्चा उस टूटे-फूटे स्कूल में पढ़कर न अच्छी नौकरी कर पाता था और न तो अपना कोई काम शुरू कर पाता था। गरीब का बच्चा गरीब ही रह जाता था। पिछले 75 सालों से यही शिक्षा व्यवस्था चली आ रही थी।

पूरे देश में केवल दिल्ली सरकार गरीबों के बच्चों को अच्छा भविष्य देने के बारे में सोचती है- आतिशी

शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्लीवासियों का यह सौभाग्य है कि उन्होंने 2015 में अपने प्यार और आशीर्वाद से अपने बेटे अरविंद केजरीवाल को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया। अरविंद केजरीवाल ने यह फैसला लिया कि हम सड़कें और फ्लाईओवर बाद में बना लेंगे, दिल्ली सरकार का बजट सबसे पहले सरकारी स्कूल बनाने पर खर्च होगा। केजरीवाल सरकार देश की इकलौती सरकार है जो पिछले 9 साल से अपना 25 फीसद बजट शिक्षा पर खर्च करती है। इसी का परिणाम है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों ने प्राइवेट स्कूलों को पीछे छोड़ दिया है। पिछले सात साल से सरकारी स्कूलों के नतीजे प्राइवेट स्कूलों से बेहतर आ रहे हैं। इस साल दिल्ली के सरकारी स्कूलों के 1500 बच्चों ने नीट और जेईई की परीक्षा पास कर देश के सबसे बड़े मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन लिया है। एक आम आदमी अपने बच्चों को अच्छा भविष्य देने के लिए अपनी पूरी जिंदगी लगा देता है। पूरे देश में केवल अरविंद केजरीवाल ऐसे व्यक्ति हैं जो आपसे ज्यादा आपके बच्चों को अच्छा भविष्य देने के बारे में सोचते हैं। सीएम केजरीवाल ने दिल्ली के बच्चों को न सिर्फ सपने देखने का अधिकार दिया, बल्कि उनके सपनों को साकार करने का अवसर भी दिया है।

अगले साल जनवरी तक बनकर तैयार हो जाएगा स्कूल

दिल्ली के मयूर विहार फेज तीन में बनने जा रही नई स्कूल बिल्डिंग भूतल के अलावा तीन मंजिला बनेगी। अगले साल जनवरी तक यह स्कूल बिल्डिंग बच्चों के लिए बनकर तैयार हो जाएगा। यह स्कूल लगभग एक एकड़ में बनेगा। इसमें 79 बड़े कमरे बनाए जाएंगे। जिसमें 50 क्लासरूम होंगे। स्कूल में बच्चों के लिए 5 लैब, 3 लाइब्रेरी, ऑफिस, स्टाफ रूम और एक्टिविटी रूम बनाए जाएंगे। इसके अलावा हर फ्लोर पर टॉयलेट ब्लॉक और एक लिफ्ट होगी। साथ ही नई बिल्डिंग में विशेष जरूरतों वाले बच्चों के लिए खास सुविधाओं का इंतजाम भी किया जाएगा।

स्कूल तैयार होने के बाद बच्चे ह्यूमैनिटी और कॉमर्स स्ट्रीम भी ले सकेंगे

आस-पास के कोंडली और घरौली इलाकों से बड़ी संख्या में यहां बच्चे पढ़ने आते हैं। इस मौजूदा सरकारी सेकेंडरी स्कूल में 2700 बच्चे दो पालियों में पढ़ रहे थे। अलग-अलग पाली में छात्र और छात्राओं की पढ़ाई होती है। पहली पाली में करीब 1600 छात्राएं और दूसरी पाली में 1100 छात्र पढ़ते हैं। नई स्कूल बिल्डिंग बनने के बाद मौजूदा स्कूल, सीनियर सेकेंडरी स्कूल में अपग्रेड हो जाएगा। शुरुआत में सीनियर सेकेंडरी के बच्चों के लिए ह्यूमैनिटी और कॉमर्स स्ट्रीम के विकल्प शुरू किए जाएंगे। इस नई स्कूल बिल्डिंग में मौजूद अत्याधुनिक सुविधाओं से इस इलाके के बच्चों को विश्वस्तरीय शिक्षा मिलेगी।

यहां पढ़ रहे बच्चों को पास के स्कूलों में किया गया शिफ्ट

यह स्कूल साल 2002 से 37 अस्थाई पोर्टा केबिन्स में संचालित किया जा रहा है। जहां दो पालियों में स्कूल चलाया जाता था। नई स्कूल बिल्डिंग बनाने के लिए इन अस्थाई ढांचे को ध्वस्त कर दिया गया है। बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न हो, इसलिए यहां पढ़ रहे बच्चों को अस्थाई तौर पर पास के स्कूलों में स्थानांतरित कर दिया गया है। सभी छात्राओं को वसुंधरा एन्क्लेव के जीजीएसएसएस और छात्रों को खिचड़ीपुर गांव के एसबीवी स्कूल में शिफ्ट किया गया है।

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