- दिल्ली सरकार के अस्पतालों में बेहतर सुविधाऐं उपलब्ध कराने की बजाए प्राईवेट अस्पतालों में मंहगा इलाज कराने को मजबूर कर रहे है
- प्राईवेट अस्पतालों पर लगाम लगाए और मुनाफा कमाने की जगह लोगों का निशुल्क इलाज करें
- दिल्ली 15106 कोरोना एक्टिव केसों के साथ देश में दूसरे नम्बर पर आ गई है
- प्राईवेट अस्पतालों में कोविड पॉजिटिव मरीजों से भर्ती के समय 5 से 10 लाख जमा करने के लिए मजबूर कर रहे
- दिल्ली में कोविड मरीजों को सरकारी या प्राईवेट अस्पतालों में निशुल्क इलाज कराने की जिम्मेदारी केजरीवाल सरकार की है
नई दिल्ली : दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि कोविड -19 मरीजों और कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या में जिस तेजी से बढ़ौतरी हो रही है उसने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा महामारी से निपटने की तैयारियों और अस्पतालों में सुविधाओं की उपलब्धता की धज्जियां उड़ा दी है, केजरीवाल कोरोना पर पिछले दो महीने से लगातार लोगों से झूठ बोल रहे है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली सरकार के 4 जून, 2020 के हैल्थ बुलेटिन के अनुसार कोविड़ मरीजों की संख्या 25000 के पार पहुॅच गई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 15106 कोरोना के एक्टिव केस होने से दिल्ली देश में दूसरे नम्बर पर है जो बेहद अंसतोषजनक है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल लोगों को दिल्ली सरकार के अस्पतालों में बेहतर सुविधाऐं उपलब्ध कराने की बजाए प्राईवेट अस्पतालों में मंहगा इलाज कराने को मजबूर कर रहे है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि यह केजरीवाल सरकार की जिम्मेदारी है कि वह राजधानी में सरकारी और प्राईवेट अस्पतालों में कोविड मरीजों का मुफ्त इलाज करें।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि इलाज और अस्पतालों में बेड की कमी के कारण लोग मर रहे है जबकि दिल्ली कोरोना एप के अनुसार अस्पतालों में कोविड बेड खाली पड़े है, जो कि केजरीवाल सरकार की उदासीनता को दर्शाता है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल सरकार दिल्ली के लोगों को फाईव स्टार प्राईवेट अस्पतालों में इलाज कराने के लिए मजबूर कर रही है जबकि कोविड-19 महामारी लॉकडाउन के कारण इनके आय के स्रोत बहुत सीमित रह गए हैं। उन्होंने कहा कि प्राईवेट अस्पतालों में कोविड पॉजिटिव मरीजों से भर्ती के समय 5 से 10 लाख जमा करने के लिए मजबूर कर रहे है जबकि कोरोना आशकिंत मरीजों से 4500 से 5000 रुपये टेस्ट के लिए जमा कराए जा रहे है। उन्होंने केजरीवाल से अपील की कि वे इस दुख की घड़ी में प्राईवेट अस्पतालों पर लगाम लगाए और मुनाफा कमाने की जगह लोगों का निशुल्क इलाज करें। उन्होंने कहा कि केजरीवाल कोविड-19 पर अपनी सरकार की असफलताओं को छिपाने के लिए प्रतिदिन झूठ का सहारा लेकर दिल्ली वालों को सम्बोधित कर रहे है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि यह बहुत ही दुख की बात है कि शाहदरा के कोरोना मरीज रवि अग्रवाल को मजबूरन जीटीबी अस्पताल के बाहर पांच घंटे स्ट्रेचर पर रहना पड़ा और उनकी मृत्यु हो गई। उनको इस संकट के समय में उनकी बात तक नही सुनी और राजीव गांधी अस्पताल ने भी उन्हें भर्ती नही किया गया। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि कोविड-19 के कारण हो रही अत्यधिक मृत्यु दिल्ली सरकार के लिए शर्मनाक है जो इस त्रासदी के काल में केजरीवाल सरकार की असफलता और अक्षमताओं को उजागर करती हैं।