- सफाई कर्मियों की मांगों को लेकर सफाई कर्मचारी आयोग के पूर्व सदस्यों ने सौंपा ज्ञापन
- अंतिम लांभाश की राशि एक मुश्त बैंक से निगम द्वारा अदा की जाये: महरौलिया
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर 2022:
दिल्ली नगर निगम में कार्यरत सफाई कर्मियों की मांगों को लेकर दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग के पूर्व अध्यक्ष राजू सारसर ने कई दलित नेताओं के साथ दिल्ली नगर निगम के विशेष अधिकारी अश्विनी कुमार से मुलाकात कर, उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के अनुसार दिल्ली नगर निगम में कार्यरत सफाई कर्मियों की स्थिति बहुत दयनीय है। पिछले 20-25 वर्षाे से कार्यरत सफाई कर्मियों को नियमित करने की मांग करते हुए कहा है कि 1997 से दिल्ली नगर निगम में कोई नई भर्ती नहीं हुई है। एक-एक सफाई कर्मचारी 10-10 लोगों का कार्य कर रहा है। दिल्ली नगर निगम में करुणामूलक आधार पर कर्मचारी के आश्रितों को निगम में नियमित रूप से लगाया जाये। दिल्ली नगर निगम में कार्यरत समस्त सफाई कर्मियों को मेडिकल कैशलेस कार्ड निगम उपलब्ध करवाया जाये। वहीं, दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग के पूर्व सदस्य वीरपाल गहलोत ने कहा है कि दिल्ली नगर निगम में 31 जुलाई 1997 से आज तक औपचारिक तर से कोई भी भर्ती नहीं हुई है। इसलिए दिल्ली नगर निगम में 15 हजार सफाई कर्मियों की भर्ती की जाए ताकि दिल्ली के इलाकों की नियमित रूप से सफाई हो सके।
वहीं, दलित नेता सुरेंद्र महरौलिया ने बताया कि पिछले 10 वर्षों से निगम के विभाजन के बाद जो कर्मचारी सेवानिवृत हो चुके हैं तथा जिन कर्मियों की मृत्यु हो चुकी है उन्हें अब तक उनके अंतिम लांभाश नहीं मिले हैं। निवेदन है कि अंतिम लांभाश की राशि एक मुश्त बैंक से निगम द्वारा अदा की जाये। निगम में विभाजन के बाद डेम्स के प्रशासनिक अधिकारी की जोनों में नियुक्ति की गई थी लेकिन ज्यादातर अधिकारी निगम से बाहर के है। प्रशासनिक अधिकारी के रूप में निगम के अधिकारी को नियुक्ति किया जाये। दिल्ली नगर निगम में कार्यरत सफाई कर्मचारी की मृत्यु के बाद कर्मचारी के आश्रितों को एक माह के बाद करुणामूलक आधार पर नौकरी देने की कृपा करें।