Saturday, September 7, 2024
Homeताजा खबरेंकेजरीवाल सरकार मुफ्त बिजली के नाम पर दिल्लीवालों को ठग रही है...

केजरीवाल सरकार मुफ्त बिजली के नाम पर दिल्लीवालों को ठग रही है : आदेश गुप्ता

  • – केजरीवाल फिक्स चार्ज के नाम पर मची तीन गुना लूट को तुरंत बंद करें- केजरीवाल बिजली कंपनियों के साथ सांठ-गांठ करके बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार कर रहे हैं – केजरीवाल सरकार की स्लैब दर दिल्लीवालों के साथ सिर्फ एक छलावा है
  • नई दिल्ली, 4 जुलाई। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने केजरीवाल सरकार द्वारा मुफ्त बिजली देने के दावे को दिल्लीवालों के साथ भद्दा मजाक बताते हुए आरोप लगाया कि दिल्ली में जितनी बिजली सप्लाई हो रही है उस हिसाब से फिक्स चार्ज के नाम पर तीन गुना ज्यादा पैसे वसूले जा रहे हैं। गुप्ता ने केजरीवाल सरकार से इस लूट को तुरंत रोकने की मांग करते हुए फिक्स चार्ज के पैसे को उपभोक्ताओं को लौटाने को कहा है।  

आदेश गुप्ता ने आप सरकार पर बिजली उपभोक्ताओं को जम कर लूटने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली में 7000 मेगावाट बिजली की सप्लाई होती है, उसके हिसाब से फिक्स चार्ज के नाम पर तीन गुना से ज्यादा दाम वसूल किए जा रहे हैं। केजरीवाल सरकार ने बिजली कंपनियों के साथ सांठ-गांठ करके लोगों को सिर्फ लूट ही नहीं रही है बल्कि सीधे-सीधे डाका डाल रही है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार सिर्फ झूठ के दम पर चलती है और उसका मुख्य मकसद लोगों में भ्रम पैदा कर लूटना ही है।

आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में औसतन बिजली दर 6.85 रुपये प्रति यूनिट है जबकि औद्योगिक ईकाइयों को 10.69 रुपये प्रति यूनिट और घरेलू उपभोक्ताओं के लिए दर 5.11 रुपये वसूला जा रहा है। दिल्ली में स्लैब दर छलावा है क्योंकि 200 यूनिट से ऊपर बिल आते ही पूरे बिल का भुगतान करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि जहांतक मुफ्त बिजली वितरण की बात है यह केजरीवाल सरकार की वोट बैंक स्कीम है जिसका लाभ केवल 20 फीसदी कनेक्शनधारियों को हो रहा है। इसकी कीमत महंगी बिजली दर एवं भारी शुल्क देने वाले दुकानदार, उद्योग एवं मध्यम वर्ग के घरेलू उपभोक्ता चुका रहे हैं। यही नहीं देश में केजरीवाल एकलौते मुख्यमंत्री हैं जो अपने राज्य के किसानों से भी कमर्सियल रेट पर बिजली बिल वसूलने का काम कर रहे हैं।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments