- केजरीवाल ने बसें वापस लेकर बता दिया कि वे उपद्रवियों के साथ हैं
- केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस और सुरक्षाबलों का अपमान किया है
- केजरीवाल देशविरोधी ताकतों के हाथ का खिलौना बन चुके हैं
- दिल्ली पुलिस को तुरंत उनकी निजी सुरक्षा में लगी फोर्स हटा लेनी चाहिए
नई दिल्ली : प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली पुलिस को दी गई डीटीसी की बसों को वापस लेने के फैसले पर तीखा हमला बोला। पार्टी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता, प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष एवं सांसद मनोज तिवारी, सांसद रमेश बिधूड़ी, प्रवेश साहिब सिंह, गौतम गंभीर और हंसराज हंस ने केजरीवाल सरकार के इस फैसले को अराजकवादियों को शह देने वाला बताया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने केजरीवाल सरकार के फैसले पर दुःख जताते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल ने पुलिस ड्यूटी में लगाई गई डीटीसी बसों को वापस मांग कर अपनी अराजकतावादी मानसिकता को जाहिर कर दी है। यह पहली बार नहीं है, जब केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस और सुरक्षाबलों का अपमान किया है। इससे पहले भी केजरीवाल पुलिस के लिए कई शर्मनाक शब्दों का प्रयोग कर उन्हें अपमानित कर चुके हैं। दिल्ली दंगों में आम आदमी पार्टी के मंत्रियों ने अराजक तत्वों को बढ़ावा देने का काम किया था, वह जगजाहिर है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल आज उन उपद्रवियों के साथ खड़े होकर ये साबित कर चुके हैं कि वह दिल्ली को अराजकतावादी आग में झोकना चाहते हैं। उन्हें दिल्लीवालों की सुरक्षा की ना ही कोई परवाह है और ना ही कोई चिंता।
प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल सरकार का यह फैसला उपद्रवियों के हित में है। केजरीवाल देशविरोधी लोगों के साथ मिलकर तिरंगे का और अपमान करना चाहते हैं। दिल्ली में रहते हुए केजरीवाल को पंजाब का नहीं दिल्ली के हितों का ध्यान रखना चाहिए। भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि आपात स्थिति में पुलिस व अर्धसैनिक बलों को लाने और ले जाने के लिए बसों को केजरीवाल ने वापिस ले लिया, ये बहुत दुखद है। दिल्ली पुलिस को तुरंत उनकी निजी सुरक्षा में लगी फोर्स हटा लेनी चाहिए, क्योंकि बसें कानून व्यवस्था व दिल्ली वालों की सुरक्षा के लिए थीं। भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने बसों को वापस लेने की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि केजरीवाल के इस फैसले से दिल्ली की जनता की सुरक्षा खतरे में आ जाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री को जिस थाली में खाया उसी में छेद करने वाला बताते हुए कहा कि केजरीवाल जनता की रक्षा करने वाली पुलिस का साथ न देकर आंदोलनकारियों का हौसला बढ़ाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आंदोलनकारियों की बजाय सुरक्षाकर्मियों को हर तरह की सुविधा मिलनी चाहिए ताकि दिल्ली और यहां की जनता सुरक्षित रह सके।
भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने कहा कि जो ‘आम आदमी’ अपने गुरु और अपने सहयोगियों का नहीं हुआ, वो दिल्ली का कैसे हो सकता है। पुलिस से बसें वापिस लेने का एक ही मकसद है दिल्ली जले तो जले, लेकिन पंजाब में वोट मिले। भाजपा सांसद हंसराज हंस ने कहा कि केजरीवाल ने देशविरोधी ताकतों एवं अराजक तत्वों का साथ सीधे न दे पाने के दुःख में दिल्ली पुलिस की ड्यूटी में भेजी गई बसों को वापस लौटाने का तुगलकी फरमान जारी कर दिया है। केजरीवाल का मन दूसरे राज्यों में लग रहा है, इसलिए अब उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।