Saturday, July 27, 2024
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महिलाओं की सुरक्षा में तैनात मार्शल भाजपा की गंदी राजनीति के कारण प्रदर्शन को मजबूर : केजरीवाल

  • बसों में 2015 से तैनात मार्शलों को अचानक नवंबर 2023 में हटा दिया गया
  • – एलजी ने अफ़सरों को सस्पेंड करने, ईडी पीछे छोड़ने की धमकी देकर बस मार्शल योजना बंद कराई-
  • एलजी कहते हैं कि बसों में सीसीटीवी कैमरे हैं, सिविल डिफेंस वालंटियर्स की जरूरत नहीं, कैमरे तो राज निवास में भी है,फिर तो उनकी सुरक्षा भी हटा देनी चाहिए
  • – भाजपा वोट के लिए किस हद तक गिरेगी, पुराने एलजी नए काम नहीं करने देते थे और मौजूदा एलजी पहले से चल रहे काम रोक रहे हैं

  • – एलजी से सिविल डिफेंस वालंटियर्स को होमगार्ड भर्ती में वेटेज देने को कहा था, लेकिन नहीं दिया जा रहा है- भाजपा वाले दिल्लीवालों को मारने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मैं जब तक जिंदा हूं, कोई आंच नहीं आने दूंगा- एलजी ने कल मुझे पत्र लिखा और उसमें भाषा बहुत गंदी थी,एलजी का सीएम को ऐसी भाषा शोभा नहीं देती- हमने काम किया है, तभी दिल्ली के लोगों ने हमें तीन बार चुना और तीनों बार भाजपा वालों की जमानत जब्त करवा दी- एलजी ने पत्र में कहा अपने स्पीकर को बता दें, क्या उनको पता नहीं है कि स्पीकर मेरे अंडर में नहीं आते, वह स्वतंत्र संवैधानिक संस्था हैं- भाजपा वालों को सलाह, ऐसी राजनीति मत करो, जिसमें पाप करना पड़े, पॉजिटिव राजनीति कर दिल्लीवालों का दिल जीतो- भाजपा वाले अपने अधिकार वाले कोई काम नहीं करेंगे, सिर्फ हमें काम करने से रोकेंगे, जनता को सब समझ में आ रहा है- ‘‘आप’’ विधायक दिलीप पांडे ने सिविल डिफेंस वालंटियर की नौकरी बहाली को लेकर सदन में पेश किया संकल्प पत्र, ध्वनि मत से पास

नई दिल्ली, 29 फरवरी 2024

दिल्ली की बसों में महिलाओं समेत सभी यात्रियों की सुरक्षा में तैनात मार्शलों को नौकरी से हटाए जाने के मुद्दे पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने भाजपा और एलजी पर तिखा हमला बोला। बस मार्शल योजना की बहाली को लेकर विधानसभा के बजट सत्र में पेश संकल्प पत्र पर सीएम ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा में तैनात मार्शल आज भाजपा की गंदी राजनीति के चलते सड़कों पर प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं। 2015 से तैनात मार्शलों को अचानक हटा दिया गया। भाजपा के कहने पर एलजी साहब ने अफसरों को धमकाया कि यह स्कीम बंद करो, नहीं तो तुम्हें सस्पेंड कर दूंगा। एलजी का कहना है कि बसों में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं तो सिविल डिफेंस वालेटियर्स पर 280 करोड़ खर्च करने की क्या जरूरत है? ऐसे तो राजनिवास के चारों तरफ कैमरे लगे हैं, तो क्या उनकी सुरक्षा हटा देनी चाहिए? सीएम ने कहा, भाजपा वाले दिल्लीवालों को मारने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मैं जब तक जिंदा हूं, कोई आंच नहीं आने दूंगा। भाजपा वालों को सलाह है कि ऐसी राजनीति मत करो, जिसमें पाप करने पड़े, पॉजिटिव राजनीति कर दिल्लीवालों का दिल जीतो।

सुरक्षा के मद्देनजर हमने बसों में सीसीटीवी कैमरे, पैनिक बटन के साथ मार्शल तैनात किए- अरविंद केजरीवाल

विधानसभा में बजट सत्र के दौरान गुरुवार को ‘‘आप’’ विधायक दिलीप पांडे ने सिविल डिफेंस वालेंटियर्स की नौकरी बहाली की मांग को लेकर सदन में संकल्प पत्र पेश किया, जिसे सदन ने ध्वनि पास कर दिया गया। संकल्प पत्र पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने सदन से कहा कि 2015 में हमारी सरकार बनी थी। सरकार में हम इस वादे के साथ आए थे कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हम से जो बन पड़ेगा, वो हम करेंगे। दिल्ली पुलिस जनता की सुरक्षा के लिए सीधे-सीधे जिम्मेदार है, जो दिल्ली सरकार के पास नहीं है। हमारे दायरे में जो कुछ आता था, हमने वो किया। हमने दिल्ली में बहुत सारे सीसीटीवी कैमरे लगाए। आज न्यूयार्क, फ्रांस, टोक्यो, पेरिस, लंदन समेत पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा सीसीटीवी दिल्ली के अंदर लगे हैं हमने केवल 5 साल में इतने सारे सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। सभी डॉर्क स्पॉट पर हमने स्ट्रीट लाइट लगवाई। इसी दिशा में हमने बसों में मार्शलों की नियुक्ति की। बसों में सीसीटीवी कैमरे, पैनिक बटन के साथ-साथ मार्शलों की नियु्क्ति भी की गई। क्योंकि बसों के अदंर महिलाओं की सुरक्षा के साथ छेड़छाड़, जेब काटने समेत कई अपराध होते हैं। अपराधों को रोकने के लिए बस मार्शल का प्रपोपल बनाया गया और 2015 से बस मार्शल अच्छा काम कर रहे थे।

बस मार्शलों के सराहनीय कामों के कुछ उदाहरण

  • 20 नवंबर 2019 को बस मार्शल अरुण कुमार ने देखा कि धौलाकुआं के पास एक चार साल की बच्ची को लेकर एक आदमी बस से उतर रहा है। बच्ची जोर-जोर से रो रही थी। यह देखकर उसे शक हुआ और उसे पकड़ लिया, बाद में पता चला कि वह उस बच्ची को निजामुद्दीन से किडनैप  करके लाया था। फिर उस बच्ची को उसके अभिभावकों से मिलवाया गया।
  • 29 अक्टूबर 2019 को मार्शल मनीष कुमार ने देखा कि एक आदमी ने टिकट नहीं लिया है और उसका व्यवहार सस्पियस था। जब पकड़कर उसका बैग चेक किया गया तो उसमें से 5 मोबाइल फोन और पांच एटीएम की मशीनें निकली। बाद में उसको पुलिस थाने में दे दिया गया।
  • नवंबर 2019 में मार्शल संतोष ने एक चोर को रंगेहाथ पकड़ा और उसके पास से चोरी का एक मोबाइल फोन निकला।
  • 6 जनवरी 2023 को मार्शल संदीप चक्कारा ने एक आदमी को एक लड़की के साथ रोहिणी में गलत काम करते हुए पकड़ा।

2015-22 तक जिन अफसरों को बस मार्शल योजना से कोई आपत्ति नहीं थी, 2023 में अचानक उनका रूख बदल गया, मतलब साफ है उन्हें धमकाया गया- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कहा कि बस मार्शल योजना अच्छी चल रही थी और अचानक इसे 1 नवंबर 2023 से बंद कर दिया गया। यह योजना 2015 से 2022 तक करीब 8 साल चली। इसमें तीन विभाग परिवहन, राजस्व और वित्त शामिल हैं। परिवहन विभाग राजस्व विभाग को लिखता है कि उसे कितना बस मार्शल चाहिए। इसके आधार पर राजस्व विभाग भर्तियां निकालकर सिविल डिफेंस वालंटियर (सीडीवी) की भर्ती करता है और वित्त विभाग उनकी सैलरी का भुगतान करता है। साल 2015 से 2022 तक करीब 8 साल तक ये तीनों विभाग शांति से काम कर रहे थे। लेकिन साल 2023 की शुरुआत से अचानक तीनों विभागों का रुख बदल गया, जबकि तीनों विभागों मे नियुक्ति अफसरों पहले वाले ही थे। वही अफसर फाइलों पर लिखना शुरू कर दिया कि सीडीवी का यह काम नहीं है। इससे पहले 8 साल तक उनका काम था, लेकिन अचानक तीनों विभागों ने कहा कि उनका काम नहीं है। परिवहन विभाग के आयुक्त तो अगस्त तक लिखते रहे है कि मुझे बस मार्शल दो, पुराने लंबित पेमेंट करो, क्योंकि बस मार्शलों का वेतन नहीं मिल रहा था। लेकिन अगस्त 2023 के बाद से परिवहन आयुक्त आशीष कुंद्रा भी बदल गए, क्योंकि उनको एलजी साहब ने बुलाकर धमकी दी कि बस मार्शल स्कीम बंद करो, वरना सस्पेंड कर दूंगा, जेल भेज दूंगा और तुम्हारे पीछे ईडी-सीबीआई लगा दूंगा।

एलजी के जरिए अफसरों को धमकाकर बस मार्शल स्कीम बंद कराई गई- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि जो अफसर स्कीम पर सही से काम कर रहे थे और एक दिन अचानक उन अफसरों को सपना आता है और उनको सिविल डिफेंस एक्ट दिखाई देता है। ये लोग जनता को बेवकूफ बना रहे हैं। लेकिन पूरी दुनिया बेवकूफ नहीं है। इन अफसरों को बुला-बुलाकर धमका कर बस मार्शल स्कीम बंद कराई गई। क्योंकि यह योजना बसों में सफर कर रही महिलाओं में बहुत प्रसिद्ध थी। दिल्ली की बस में सफर कर रहे लोगों को लगता था कि बस में वर्दी में बैठा व्यक्ति हमारी सुरक्षा करेगा, लेकिन इन्होंने यह योजना बंद करा दी।

दिल्लीवालों ने एलजी को नहीं, मुझे चुना है, मैं जनता की सुरक्षा के लिए 280 करोड़ क्या 2800 करोड़ खर्च करूंगा, एलजी स्कीम नहीं रोक सकते- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे पता चला और मैंने अगस्त-सितंबर 2023 में इसके कागजात देखे। परिवहन, राजस्व और वित्त मंत्री ने इस संबंध में अफसरों के साथ बैठक की और लिखित में आदेश दिए गए कि बस मार्शल योजना बंद नहीं होनी चाहिए, लेकिन एलजी से सारे डरते हैं। एलजी किसी को भी जेल भेज सकते हैं, निलंबित कर सकते है। इस बारे में मैं एलजी से मिला और कहा कि आप सीडीवी को हटाने की बात कर रहे हैं। इस पर एलजी साहब ने कहा कि बसों में सीसीटीवी कैमरे और पैनिक बटन लगे हैं, तो फिर बस मार्शलों की क्या जरूरत है। हम बेवजह इन पर 280 करोड़ रुपए खर्च कर रहे हैं। मैंने उनसे कहा कि दिल्ली के 2 करोड़ लोग मेरे अपने लोग हैं। मैं इन पर 280 करोड़ रुपए तो कुछ भी नहीं है, 2800 करोड़ रुपये भी खर्च करने को तैयार हूं। मुख्यमंत्री होने के नाते यह मेरा अधिकार है और दिल्ली की जनता ने आपको नहीं, मुझे चुनकर भेजा है। आप इस योजना को रोक नहीं सकते।

अगर सीसीटीवी कैमरे व पैनिक बटन से सुरक्षा हो सकती है तो राजनिवास के चारों तरफ पहले से कैमरे लगे हैं, एलजी की सुरक्षा हटा दी जाए- अरविंद केजरीवाल

सीएम ने कहा कि अगर सीसीटीवी कैमरे से ही सुरक्षा हो सकती है तो राजनिवास के चारों तरफ सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, दीवारों पर पैनिक बटन भी लगा देते हैं और आपकी सुरक्षा हटा देते हैं। पूरी दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे लगा दिए हैं, बिजली के खंभों पर पैनिक बटन भी लगा देते हैं, फिर दिल्ली पुलिस की क्या जरूरत है। किसी भी समाज की सुरक्षा के लिए विभिन्न स्तरों की सुरक्षा होती है। बसों में सीसीटीवी, पैनिक बटन और बस मार्शल को मिलाकर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। इससे यह फायदा था कि जब किसी को किसी अपराध की आशंका होती तो वो पैनिक बटन दबा देता। बाद में जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज काम आती। जबकि बस में अपराध होने पर महिला बस मार्शल से शिकायत कर सकती थी। एलजी ने मुझसे मार्शलों को नहीं हटाने का आश्वासन दिया था, इसके बाद भी उन्होंने फाइल पर आदेश कर दिया कि बस मार्शलों को हटा दिया जाए।

एलजी को चिट्ठी और नोट भेज कर अनुरोध किया था कि सिविल डिफेंस वालेंटियर्स को नहीं हटाएं- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने एलजी के आदेश करने से दो दिन पहले ही अखबारों में छप गया था कि एलजी इस योजना को रोकने वाले हैं। मैंने सुबह-सुबह एलजी को फोन कर कहा था कि आपने मार्शलों को नहीं हटाने का वादा किया था, तो फिर क्यों हटा रहे हैं। मैंने एलजी को एक चिट्ठी लिखी और दो बार मंत्री के जरिए नोट भी भेजा कि मौजूद सिविल डिफेंस वालंटियर को नहीं हटाया जाना चाहिए। एलजी ने कहा कि इनकी जगह होमगार्ड रखे जाएंगे। मैंने उनसे कहा कि जब तक होमगार्ड की नियुक्ति नहीं हो जाती है, तब तक सीवीडी को नौकरी पर रखा जाए और बाद में इनको ही होम गार्ड के तौर पर नियुक्त कर दिया जाए। इन बस मार्शल को काम करने का अनुभव भी है। फाइल पर मेरी नोटिंग है।

भाजपा जहां बोले मैं साइन करता हूं, वह  एलजी से सिविल डिफेंस वालंटियर्स को नियमित करने की फाइल साइन करा कर लाए- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा वालों ने खुद सिविल डिफेंंस वालंटियर्स को नौकरी से हटाया और अब ये लोग उनके धरने में शामिल होकर मगरमच्छ के आंसू बहा रहे हैं। भाजपा वालों को शर्म आनी चाहिए। चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। भाजपा को इस तरह की गंदी राजनीति करना शोभ नहीं देता है। भाजपा कहती है कि सिविल डिफेंस वालंटियर्स को नियमित किया जाए। मैं इनको नियमित करने के लिए तैयार हूं। भाजपा के लोग अभी मेरे साथ एलजी के पास चलें। मैं खाली कागज पर दस्तखत करने को तैयार हूं। भाजपा के एलजी हैं। इसलिए भाजपा पहले उनसे सिविल डिफेंस वालंटियर्स को नियमित करने की फाइल साइन करा कर लाए। भाजपा वाले झूठ बोलेते हैं। इसलिए उनको नौटंकी करना बंद कर देना चाहिए। मैं सीवीडी की बहाली का समर्थन करता हूं।

सिविल डिफेंस वालंटियर्स की सेवा जारी रहे और होमगार्ड भर्ती में तवज्जो मिले- केजरीवाल

 हमारी एलजी साहब से दो मांग की है, जो जायज भी है। पहला, जब तक नए लोगों की बहाली नहीं हो जाती है, तब तक सीवीडी को जारी रखा जाए। दूसरा कि जब नए लोगों की बहाली होगी तो इन्हीं लोगों को बतौर होमगार्ड नियुक्त कर दिया जाए। एलजी ने होमगार्ड की भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला है। मैंने एलजी को फोन कर कहा कि इसमें सीडीवी को भर्ती में कोई वेटेज नहीं दिया गया है। जबकि एलजी ने वेटेज देने का वादा किया था। एलजी साहब हां तो बोलते हैं, लेकिन करते नहीं हैं। जब विभिन्न नौकरियों में अनुभव वालों को वैटेज दिया जाता है तो होमगार्ड की भर्ती में भी दिया जाना चाहिए। अब यह इस उम्र में ये लोग नौकरी के लिए कहां जाएंगे।

सीएम ने सदन में एलजी की भेजी चिट्ठी का जिक्र कर कहा, ऐसी भाषा का इस्तेमाल करना शोभा नहीं देता

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्हें कल एलजी से एक पत्र मिला, जो कि बिल्कुल निंदनीय है। इस पत्र में जिस भाषा का प्रयोग किया गया है, वह अत्यंत भद्दी और आपत्तिजनक है। एलजी ने अपने पत्र में हमारी सरकार पर यह कहते हुए आरोप लगाया है कि आप लोग छोटे-मोटे राजनीतिक खेलों के लिए ये सब कर रहे हैं। आप अपनी अकुशलता के लिए बहाना बना रहे हैं। इस बात को विधानसभा के अध्यक्ष तक पहुंचाएं, जिससे कि इसे सदन की कार्यवाही से हटाया जाए। सीएम ने कहा कि क्या विधानसभा अध्यक्ष मेरे लिए काम कर रहे हैं? क्या एलजी को इतना भी नहीं पता कि न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायक संविधान के अलग-अलग स्तंभ होते हैं। क्या उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि विधानसभा स्पीकर एक स्वतंत्र संवैधानिक संस्था हैं और वह मुख्यमंत्री को रिपोर्ट नहीं करते हैं? मैं स्पीकर को कुछ भी बताने वाला कौन होता हूं? मैं स्पीकर को कुछ नहीं कह सकता। मुख्यमंत्री ने पत्र को पढ़ते हुए कहा कि एलजी ने कहा है कि आप और आपके मंत्री मुझ पर आरोप लगा रहे हैं। आपके बयान सफेद झूठ हैं। आप लोग किसी भी खेल से भागने का खास उदाहरण हो और इसमें आपने महारत हासिल कर ली है। आपने इसी तरह से अपना करियर बनाया है। क्या एलजी को अपने पत्र में ऐसी भाषा का उपयोग किया जाना चाहिए? इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हमारे बीच कितना मतभेद है। यह भाषा उचित नहीं है। इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करना एलजी को शोभा नहीं देता है। जो भी कारण रहे हों, हमें अपने शब्दों की भाषा और र्मय़ादा को लांघना नहीं चाहिए। एलजी ने अपने पत्र में आगे लिखा है कि आपने और आपकी सरकार ने किसी भी क्षेत्र में दिल्ली और उसके निवासियों के विकास के लिए कुछ भी ठोस काम नहीं किया है। अगर हमनें दिल्लीवासियों के लिए कुछ अच्छा नहीं किया तो फिर लगातार तीन चुनावों में कैसे जीत हासिल की है। बीजेपी वालों की जमानत तक जब्त हो गई। एलजी ने लिखा है कि आप लोग अपने प्रचार अभियान में लगातार झूठ बोलते हैं।

हमारी सरकार को बदनाम करने के लिए चल रहे जनहित के कामों को बंद किया जा रहा है- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब से वीके सक्सेना दिल्ली के एलजी बने हैं, तब से दिल्ली के अंदर ढेर सारे रूटीन के काम बंद होते जा रहे हैं। इन्होंने चलती हुई बस मार्शल स्कीम बंद कर दी। ऐसे एक नहीं बल्कि कई कामों को बंद कर दिया गया। इससे पहले वाले एलजी हमें नए काम नहीं करने देते थे। हम कहते थे कि हम दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे लगाएंगे, वो नहीं लगाने देते थे। हम मोहल्ला क्लीनिक बनाने के लिए बोलते थे, तो वो कहते थे कि नहीं बनाने देंगे। लेकिन दिल्ली में दवा, पानी और टेस्ट की पूरानी व्यवस्था को उन्होंने नहीं रोका। अब पिछले दो सालों से दिल्ली के लोगों की लाइफ लाइन से जुड़ी योजनाओं और सेवाओं को बंद किया जा रहा है। जबकि ये लोगों की मूलभूत जरूरतें हैं। यह इसलिए किया जा रहा है, ताकि आम आदमी पार्टी को बदनाम किया जा सके। अब यह ट्रैंड बन गया है। भाजपा वाले पहले एलजी से स्कीमों को बंद करवाते हैं, फिर हमें गाली देते हैं कि केजरीवाल से चल नहीं रहा है।

एलजी ने दिल्ली में पहले से चल रही इन योजनाओं को किया बंद

1- एमसीडी चुनाव से ठीक पहले मोहल्ला क्लीनिकों की दवाइयां बंद कर दी

अक्टूबर 2022 से दिसंबर 2022 के बीच सारे मोहल्ला क्लीनिक के टेस्ट बंद करवा दिए गए। उनकी दवाइयां, रेंट और बिजली की पेमेंट बंद करवा दी गई, सारे डॉक्टरों की तनख्वाह रोक दी गई। ये काम अक्टूबर 2022 से दिसंबर 2022 के बीच यानि दिल्ली में एमसीडी चुनाव से ठीक पहले किया गया। इसके पीछे क्या कारण था। इन्हें आम आदमी पार्टी के वोट कम करके बीजेपी के वोट बढ़ाने थे। वोटों के लिए बीजेपी वाले इस हद तक गिर गए हैं।

2- अस्पतालों से डेटा एंट्री ऑपरेटर हटा दिए

सितंबर 2023 से फरवरी 2024 के बीच में सरकारी अस्पतालों में ओपीडी के काउंटर पर जो डेटा एंट्री ऑपरेटर बैठे थे, एक आदेश जारी करके उन सबको नौकरी से हटा दिया। अब अस्पतालों में मरीजों का रजिस्ट्रेशन करने के लिए खिड़की पर कोई बैठा हुआ नहीं मिलता। ये सब हमने लड़-लड़कर दोबारा चालू करवाए हैं। ये लोग तो दिल्लीवालों को मारने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मैं उन्हें मरने नहीं दूंगा। मैं जब तक जिंदा हूं, तब तक दिल्लीवालों पर आंच नहीं आने दूंगा।

3- सात महीने से दिल्ली जल बोर्ड का फंड रोक रखा है

पिछले 7 महीने से वित्त विभाग ने दिल्ली जल बोर्ड के फंड रोक रखा है। जबकि सदन ने यह फंड पास किया था। एलजी साहब जल बोर्ड को फंड नहीं देने दे रहे हैं। दिल्ली में जगह-जगह सीवर की समस्या हो रही है। दिल्ली के अंदर जरूरी मेंटेनेंस खत्म हो गया है। ये लोग दिल्ली की जनता को पानी और सीवर के लिए तरसा रहे हैं। हम इस मामले को हाईकोर्ट लेकर गए। एक माह पहले ही कोर्ट ने वित्त सचिव को फंड जारी करने का आदेश दिया था। लेकिन अभी तक फंड नहीं दिए हैं। ये लोग हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट को भी नहीं मानते हैं। कोर्ट के आदेश को पलट देते हैं। ये लोग किसी को नहीं मानते। जब ये लोग देश और दिल्ली की जनता को नहीं मानते, चुनी हुई सरकार को नहीं मानते, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट को नहीं मानते हैं, ये तो फिर इनकी तानाशाही है।

4- डीटीसी पेंशनर्स की पेंशन रोक दी

डीटीसी के पेंशनरों को हर महीने पेंशन मिलती थी। हमारी सरकार बनने के बाद 7-8 साल में उन्हें कभी दिक्कत नहीं हुई। लेकिन इन्होंने मई महीने से उनकी पेंशन रोक दी। मैंने लड़-लड़कर पिछले महीने उनकी पेंशन दिलवाई है।

5- फरिश्ते योजना भी बंद कर दी

दिल्ली सरकार की फरिश्ते स्कीम को भी रोक दिया। इसमें दिल्ली की सीमा के अंदर कहीं भी अगर किसी के साथ सड़क दुर्घटना होती है तो वो दिल्ली के किसी भी सरकारी या प्रीइवेट अस्पताल में अपना इलाज करवा सकता है और उसका सारा खर्चा सरकार देती है। इस योजना से हमने अबतक 23 हजार से ज्यादा लोगों की जान बचाई है। लेकिन एलजी साहब ने यह स्कीम भी बंद करवा दी।

अगर एलजी साहब अफसरों को नहीं धमकाते हैं तो अफसरों ने लोगों को मूलभूत सेवाएं देनी क्यों बंद कर दी?- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले छह महीने के अंदर मेरी एलजी साहब के साथ कई बैठकें हुई हैं। सभी बैठकों में मैंने उनसे कहा कि जब मैं अफसरों से पूछता हूं कि स्कीम क्यों बंद कर दी, तो हर अफसर यही कहता है कि मुझे एलजी ने बुलाकर धमकाया है कि अगर सरकार के साथ मिलकर काम करोगे तो तुम्हें सस्पेंड कर देंगे या कोई जांच बैठा देंगे। इसपर एलजी साहब बोलते हैं कि मैंने तो कभी धमकी नहीं दी। मुझे नहीं पता कि सच्चाई क्या है। एक तरफ अफसर कह रहे हैं कि हमें धमकाया गया है, दूसरी तरफ एलजी साहब कह रहे हैं कि मैंने कोई धमकी नहीं दी। लेकिन फिर सवाल खड़ा होता है कि पिछले दो सालों के अंदर अचानक दिल्ली की सारी पेमेंट बंद क्यों होती जा रही है। दवाइयों और टेस्ट की पेमेंट बंद होती जा रही है। मंत्री लिखित में आदेश दे रहे हैं, लेकिन उनके आदेश नहीं माने जा रहे। पुराने अफसर ही हैं, अफसर नहीं बदले गए हैं। लेकिन अचानक उन अफसरों ने मूलभूत सेवाएं देना भी बंद कर दिया। कुछ तो गड़बड़ है। एलजी साहब इन अफसरों को सस्पेंड और ट्रांसफर भी नहीं करेंगे। इसलिए दाल में कुछ तो काला है। सारा देश तो पागल नहीं है, और भाजपा वाले ही अकेले सयाने नहीं हैं। अब धीरे-धीरे सबको पता चलने लगा है कि दिल्ली में क्या चल रहा है। भाजपा वाले केवल चार वोट पाने के लिए किसी भी हद तक गिर सकते हैं, इस देश को बेच भी सकते हैं।

भाजपा वाले पहले एलजी के जरिए हमारे काम रूकवाते हैं, फिर उनके धरने में जाकर हमें बदनाम करते हैं- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी से निवेदन है कि आप राजनीति करो, लेकिन ऐसे मत करो, जिसमें इतना पाप करना पड़े। वोट के लिए सकारात्मक राजनीति और अच्छे काम करो। दिल्ली में सबकी अपनी-अपनी जिम्मेदारियां बटी हुई हैं। पुलिस व्यवस्था भाजपा के पास है। दिल्ली की कानून व्यवस्था को ठीक करे, लेकिन नहीं करेगे। डीडीए भाजपा के पास है, लोगों के लिए मकान बनाने चाहिए, लेकिन बनाएंगे। केंद्र में भाजपा की सरकार है। भाजपा चाहे तो ढेरों सारे काम करके दिल्ली के लोगों का दिल जीत सकती है, लेकिन वो नहीं करेगी। केवल आम आदमी पार्टी की सरकार को अपना काम करने से रोकेगी। भाजपा हमें काम करने दे। क्योंकि जतना को अब यह काम पसंद नहीं आ रहा है। भाजपा वालों को गलतफहमी है कि वही चालाक है, लेकिन अंत में सबको पता चल जाता है कि चल क्या जाता है। बीजेपी वाले पहले एलजी को कहकर काम रुकवाते हैं। एलजी साहब फिर अफसरों को धमकाते हैं और वो काम रोक देते हैं। इसके बाद बीजेपी वाले ही उनके धरने में जाकर बैठ जाते हैं और हमें बदनाम करते हैं। अब यह नहीं चलेगा। भाजपा को ऐसा नहीं करना चाहिए, यह अच्छी बात नहीं है।

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