- -दिल्ली की महिलाएं और समाजिक संगठनों का संघर्ष अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है- तिरंगा और महात्मा गांधी की तस्वीर लेकर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में कूदने वाले केजरीवाल आज खुद ही भ्रष्टाचार के आगोश में समा गए हैं- शराब माफियाओं का कमीशन 2 से 12 फीसदी बढ़ाकर केजरीवाल ने आधा हिस्सा ‘अंडर द टेबल’ कर लिया- दिल्ली की जनता आज केजरीवाल को सत्ता सौंपकर खुद को ठगा महसूस कर रही है- विधानसभा के अंदर या बाहर केजरीवाल सरकार ने नई आबकारी नीति घोटाले पर कोई जवाब नहीं दिया-रामवीर सिंह बिधूड़ी
नई दिल्ली, 9 सितम्बर 2022: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता के नेतृत्व में 9 सितम्बर को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित उनकी सरकार के सभी मंत्रियों के आवास के बाहर रावण रुपी पुतला जलाकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। मनीष सिसोदिया के आवास के बाहर कार्यक्रम के संयोजक और प्रदेश उपाध्यक्ष राजन तिवारी के साथ विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए आदेश गुप्ता ने कहा कि भाजपा ने नई आबकारी नीति के खिलाफ जो आंदोलन दिल्ली की महिलाओं, आरडब्ल्यूए और समाजिक संगठनों के साथ पूरे दिल्ली में शुरु किया था आज वह निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है।
आदेश गुप्ता ने कहा कि हाथ में तिरंगा और महात्मा गांधी की तस्वीर लेकर अन्ना हज़ारे के साथ भ्रष्टाचार की लड़ाई में कुदने वाले केजरीवाल आज खुद ही भ्रष्टाचार के आगोश में समाए हुए हैं। शराब माफियाओं के साथ मिलकर उन्होंने करोड़ो रुपये का घोटाला किया और उनका कमीशन 2 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी कर उसका आधा हिस्सा ‘अंडर द टेबल’ अपने नाम कर लिया। उन्होंने कहा कि शराब के ठेके खुलने का विरोध कर रही महिलाओं को अपने बाउंसरों से पिटवाने का भी काम केजरीवाल ने किया। आज जब नई आबकारी नीति में हुए भ्रष्टाचार के सभी साक्ष्य सामने आ चुके हैं तो केजरीवाल बोलने से डर रहे हैं। जो भी साक्ष्य या सबूत मिले हैं वो सभी उनके खिलाफ हैं। उन्हें पता है कि अगर वे कुछ बोलते हैं तो उसमें वे फंसते चले जाएंगे।
आदेश गुप्ता ने कहा कि मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल अब चाहे जितनी कोशिश कर लें आज जनता भाजपा के साथ है और इसका सबसे बड़ा कारण है कि केजरीवाल ने जनता से जो वायदा किया था, उन्होंने उसे पूरा नहीं किया और आज जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि नल से पानी पहुंचाने के बजाय केजरीवाल ने गली-गली शराब के ठेके खोल दिए। अब आम आदमी पार्टी की इससे क्या फायदा हुआ है यह दिल्ली भी जान चुकी है और इसलिए पूरी जनता गुस्से में है।
नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी और प्रदेश महामंत्री दिनेश प्रताप सिंह की उपस्थिति में भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर प्रचंड विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए बिधूड़ी ने कहा कि नई शराब नीति पर विधानसभा के भीतर और बाहर जब भी केजरीवाल सरकार से सवाल पूछे गए तो उन्होंने जवाब नहीं दिया। जबकि यह पॉलिसी पहले दिन से ही शक के घेरे में आ गई थी। शराब के ठेकों की संख्या 639 से बढ़ाकर 849 बढ़ाने को लेकर, शराब परोसने का समय रात 11 बजे से 3 बजे तक बढ़ाने को लेकर, शराब ठेकेदारों का कमीशन 2 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी करने को लेकर सवाल पूछे जाने पर केजरीवाल ने कोई जवाब नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि रिहायशी और नॉन कनफर्मिंग इलाकों में 300 से ज्यादा ठेके खोलकर मास्टर प्लान का उल्लंघन कर खोले गए। दिल्ली सरकार का दावा था कि यह वर्ल्ड क्लास एक्साइज पॉलिसी है और इससे दिल्ली सरकार की आमदनी 6 हजार करोड़ रुपए से 10 हजार करोड़ पहुंच जाएगी। लेकिन अब सरकार को यह नीति वापस क्यों लेनी पड़ी है, इसका जवाब जनता जानना चाहती है।
आज दिल्ली के सभी मंत्रियों के आवास के बाहर हुए विरोध प्रदर्शन में भाजपा के प्रदेश पदाधिकारी, विधायक एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे। कैलाश गहलोत के घर के बाहर होने वाले विरोध प्रदर्शन में भाजपा विधायक विजेन्द्र गुप्ता एवं ओम प्रकाश शर्मा, राजनिवास मार्ग स्थित सत्येंद्र जैन, गोपाल राय और राजेन्द्रपाल गौतम के घर के बाहर होने वाले विरोध प्रदर्शन प्रदेश में महामंत्री कुलजीत सिंह चहल, इमरान हुसैन के घर के बाहर होने वाले विरोध प्रदर्शन में विधायक मोहन सिंह बिष्ट उपस्थित थे। इसके अलावा प्रदेश मीडिया सह-प्रमुख हरिहर रघुवंशी एवं ममता काले, प्रदेश प्रवक्ता बृजेश राय, सारिका जैन, आदित्य झा, यासिर जिलानी, शुभेन्द्रु शेखर अवस्थी, ऋचा पांडे मिश्रा एवं पूजा सूरी भी विभिन्न स्थानों पर उपस्थित थे।