- विश्व पर्यावरण दिवस पर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सिविल लाइन में किया पौधारोपण
- चुनाव आचार संहिता हटने के बाद सभी एजेंसियों के साथ बैठक कर वृक्षारोपण अभियान को तेज करने की रणनीति बनाई जाएगी
- इस बार दिल्ली समेत पूरे देश को हीट वेव का सामना करना पड़ा है, अपने घर की छतों पर पौधे लगाकर इससे बच सकते हैं
- लगातार चल रहे वृक्षारोपण अभियान के चलते दिल्ली का ग्रीन कवर 23.06 फीसद हो गया है, 2013 में यह 20 फीसद था
- दिल्ली सरकार ने पांच साल में दो करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा था, जिसे चार साल में ही हासिल कर लिया है
- जन सहभागिता से ही पर्यावरण को बेहतर और प्रदूषण मुक्त बनाया जा सकता है, आप न तो प्रदूषण करें और न ही किसी को करने दें
नई दिल्ली, जून 2024
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सिविल लाइन में पौधारोपण किया। गोपाल राय ने कहा कि इस बार दिल्ली समेत पूरे देश को लू (हीट वेव) का सामना करना पड़ा है। दिल्ली के लोग अपने घर की छतों पर ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाएं। इससे प्रदूषण के साथ-साथ हीट वेव को भी कम करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ग्रीन कवर बढ़ाने के लिए लगातार वृक्षारोपण अभियान चला रही है। इसके परिणाम स्वरूप आज दिल्ली में ग्रीन कवर बढ़कर 23.06 फीसद हो गया है, जबकि 2013 में यह 20 फीसद था। ग्रीन कवर बढ़ाने के लिए दिल्ली सरकार ने पांच साल में दो करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा था, जिसे चार साल में ही हासिल कर लिया गया है। पर्यावरण को बेहतर और प्रदूषण मुक्त बनाए रखने के लिए जन सहभागिता जरूरी है। सभी दिल्लीवासियों से अपील है कि आप न तो प्रदूषण करें और न ही किसी को करने दें।
गोपाल राय ने कहा कि हमारी सरकार दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए विंटर और समर एक्शन प्लान बनाती है। इसके आधार पर सभी एजेंसी के साथ मिलकर काम किया जाता है। दिल्ली में चल रहें वृक्षारोपण अभियान के परिणाम स्वरूप 2021 में ग्रीन कवर बढ़कर 23.06 फीसदी हो गया है, जबकि 2013 में 20 फीसद था। साथ ही शहरों के प्रति व्यक्ति फॉरेस्ट कवर के मामले में दिल्ली पूरे देश में नंबर वन है। दिल्ली में पिछले वर्षाे में लगाए गए पौधों की जीवित रहने की दर की भी जांच की जाती है, ताकि राज्य में वृक्षारोपण कार्यों की बेहतर पारदर्शिता और निगरानी सुनिश्चित की जा सकें। ग्रीन एक्शन प्लान 2023-24 के तहत दिल्ली सरकार ने 52 लाख वृक्षारोपण और वितरण का लक्ष्य रखा था, जिसे लगभग पूरा कर लिया गया है।
गोपाल राय ने कहा कि अभी आचार संहिता लगी हुई है। अगले हफ्ते सभी ग्रीनिंग एजेंसी के साथ मीटिंग करके इस अभियान को तेज किया जाएगा। हमारी सरकार वृक्षारोपण और पेड़ों की सुरक्षा के अलावा शहर में सिटी फारेस्ट के निर्माण का कार्य भी करती आ रही है। इन सिटी फोरेस्ट को विकसित करने का मुख्य उद्देश्य दिल्ली के लोगों को ऐसा वातावरण देना हैं, जिसमें लोग प्रकृति का आनंद ले सकें और आने वाली पीढ़ी को भी प्रकृति के बारे में जागरूक कर सकें। हमने दिल्ली के लोगों को जो महत्वपूर्ण गारंटी दी थी, उसमें दिल्ली के पर्यावरण को ठीक करने के लिए 5 साल में 2 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा था। हमने चार साल में ही 2 करोड़ पौधे लगा दिए हैं। जिसे सभी हरित एजेंसियों द्वारा लगभग पूरा कर लिया गया है।
गोपाल राय ने कहा कि जिस तरह सर्दियों की तरह इस बार दिल्ली और पूरे देश को हीट वेव का सामना करना पड़ा है। इसमें वृक्षारोपण एक ऐसा रास्ता है, जिसके माध्यम से हम प्रकृति के प्रकोप से बच सकते हैं, उसको कम कर सकते हैं। दिल्ली में सर्दियों के समय में जो प्रदूषण की स्थिति पैदा होती है और गर्मियों में जिस तरह से हीट वेव आई है उसको देखते हुए दिल्ली के लोगों से भी हमारी अपील है कि हम ज्यादा से ज्यादा ग्रीन बेल्ट को बढ़ाएं। दिल्ली सरकार की तरफ से लगातार काम हो रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव में 5 साल पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों से ये अपील की थी कि हम सब मिलकर दिल्ली में 2 करोड़ पौधे लगाएंगे। हमें इस बात की खुशी है कि दिल्ली सरकार ने दिल्ली के लोगों के साथ मिलकर 4 साल में ही 2 करोड़ से ज्यादा पौधे वितरित करने और लगाने का लक्ष्य पूरा कर लिया है। इस साल हम और ताकत के साथ इस वृक्षारोपण अभियान को चलाएंगे।
पर्यावरण मंत्री ने दिल्ली के लोगों से विशेष अपील करते हुए कहा कि अब दिल्ली में पौधे लगाए जाने वाली जमीन कम होती जा रही है। इसलिए व्यक्तिगत स्तर पर दिल्ली की जितनी छतें हैं, हम सब लोग प्रयास करें कि अपने घर की छतों को भी हम हरा भरा करें। जिससे इस हीट वेव और प्रदूषण को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि आज पर्यावरण दिवस के अवसर पर दिल्ली के पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए सभी को यह संकल्प लेना है कि न तो प्रदूषण करेंगे और न ही किसी को करने देंगे। क्योंकि जनसहभागिता से ही पर्यावरण को बेहतर और प्रदूषण मुक्त बनाने का रोडमैप बनेगा।