केजरीवाल सरकार ने मोहम्मदपुर गांव का नाम बदलने के प्रस्ताव को पांच महीनों से ठंढे बस्ते में डाल रखा है
300 साल पुराने मंदिर पर बुल्डोजर चलाकर शिवलिंग को कटर से काटने पर भी सेक्युलर गैंग चुप क्यों हैं
दिल्ली में शोभायात्रा पर हमला या राजस्थान में मंदिरों पर बुल्डोजर चलने के बाद भी नहीं टूट रही केजरीवाल की चुप्पी
पंजाब सरकार ने 2000 से अधिक किसानों को कर्ज न चुका पाने पर भेजा गिरफ्तारी वारंट
केजरीवाल सरकार ने एक विशेष वर्ग को खुश करने को लेकर लिए कई फैसले
दिल्ली में शोभायात्रा पर हमला या राजस्थान में मंदिरों पर बुलडोजर चलने के बाद भी नहीं टूट रही केजरीवाल की चुप्पी
नई दिल्ली: दिल्ली के जहांगीरपुरी की हिंसा पहली ऐसी घटना नहीं है जहां केजरीवाल और उसकी कम्पनी की तुष्टिकरण की राजनीति बेनकाब हुई है बल्कि ऐसी कई घटनाएं हैं जब केजरीवाल सरकार ने एक विशेष वर्ग को खुश करने के लिए कई फैसले लिए हैं। दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने शनिवार को प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक प्रेसवार्ता के दौरान केजरीवाल सरकार पर उक्त आरोप लगाते हुए कहा कि एक ऐसा ही मामला दक्षिणी दिल्ली नगर निगम से जुड़ा है। यहां के स्थानीय निगम पार्षद भगत सिंह टोकस ने निगम के सदन से प्रस्ताव पास करवाया था और सभी ग्रामवासियों के हस्ताक्षर युक्त एक पत्र दिया था जिसे निगम के टाउन प्लांनिंग विभाग ने दिल्ली सरकार के यूडी विभाग को 9 दिसंबर 2021 को दिया था जिसमें मोहम्मदपुर गांव का नाम बदलकर माधव पुरम रखने का अनुरोध किया गया था, लेकिन लगभग पांच महीने बीतने के बाद भी केजरीवाल सरकार गुलामी के प्रतीक इस गांव के नाम को बदलने की जहमत नहीं उठाई और ना ही इसका कोई जवाब दिया। जिससे ग्रामीणों के अंदर रोष है। प्रेसवार्ता में प्रदेश उपाध्यक्ष राजन तिवारी एवं प्रदेश मीडिया सह-प्रमुख हरिहर रघुवंशी उपस्थित थे।
- प्रदेश भाजपा गुलामी के प्रतीक 40 गांवों के नाम बदलने का प्रस्ताव केजरीवाल सरकार को भेजेगी
अध्यक्ष गुप्ता ने कहा कि सिर्फ मोहम्मदपुर गांव ही नहीं बल्कि दिल्ली के ऐसे 40 गांव हैं जिनका नाम बदलने के लिए ग्रामवासियों ने मुझसे मिलकर सहमति जताई है जिसमें हुमायूंपुर, युसूफ सराय, मस्जिद मोठ, बेर सराय, मसूदपुर, जमरूदपुर, बेगमपुर, सदैला जॉब, फतेहपुर बेरी, हौज खास, शेख सराय इत्यादि सहित अन्य गाँवों के नाम भी शामिल हैं। प्रदेश भाजपा गुलामी के प्रतीक 40 गांवों के नाम बदलने का प्रस्ताव केजरीवाल सरकार को भेजेगी। उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली विपक्षी पार्टियां आज पूरी तरह से बेनकाब हो चुकी है क्योंकि आज इनके वोट बैंक पर न्याय का बुल्डोजर चल रहा है। गुप्ता ने कहा कि जहाँगीरपुरी में जब हिंदुओं एवं दिल्ली पुलिस पर बंदूकों एवं तलवार से वार किया गया था उस वक़्त भी केजरीवाल नहीं बोले और ना ही राजस्थान में हिंदुओं के मंदिरों को तोड़ने पर भी अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी। उन्होंने कहा कि पंजाब में जो खुद को किसानों का हमदर्द बताया करते थे, आज वहीं केजरीवाल पंजाब के 2000 से अधिक किसानों को कर्ज चुकता न करने पर गिरफ्तारी वारंट भेज दिया है।
- कांग्रेस की गहलोत सरकार ने 300 साल पुराने शिव मंदिर सहित दो अन्य मंदिरों को तोड़ा
अध्यक्ष गुप्ता ने कहा कि जिस तरह से जहांगीरपुरी में अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलने से आम आदमी पार्टी सहित कांग्रेस और पूरा विपक्ष बौखला गया है। इनकी बौखलाहट जहां-जहां विपक्ष की सरकार है वहां विभिन्न रुपों में निकाली जा रही है। जहांगीरपुरी में निगम के न्याय का बुलडोजर चलने पर जिस तरह से दंगाइयों के पक्ष में पूरा विपक्ष खड़ा हो गया लेकिन वहीं जब राजस्थान में कांग्रेस की गहलोत सरकार ने 300 साल पुराने शिव मंदिर सहित दो अन्य मंदिरों को तोड़ा और शिवलिंग को कटर से काट कर कूड़े में फेंक दिया तो उस वक़्त इन दोहरी मानसिकता वाली पार्टियां मौन क्यों हो गई? उन्होंने कहा कि 18 अप्रैल को राजस्थान के राजगढ़ कस्बे में बिना नोटिस दिए प्रशासन ने 85 हिंदुओं के पक्के मकानों और दुकानों पर बुलडोजर चला दिया, उस वक़्त विपक्ष का न्याय अंधा हो चुका था?