– आबकारी नीति लागू करने में हुई अनियमितता पर उठ रहे हैं सवाल
– बिधूड़ी की चुनौती-मुख्यमंत्री किसी भी मंच पर आकर कर लें डिबेट
नई दिल्ली, 19 अगस्त 2022: दिल्ली विधानसभा में नेता विपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत आम आदमी पार्टी के समस्त नेता शिक्षा और स्वास्थ्य क्रांति के राग की बजाय शराब नीति पर बात करें। बिधूड़ी ने कहा कि मनीष सिसोदिया के घर पर सीबीआई का छापा आबकारी नीति लागू करने में किए गए घोटाले के कारण डाला गया है लेकिन आम आदमी पार्टी मुद्दे पर बात करने की बजाय इधर-उधर की बातें कर रही है।
नेता विपक्ष ने कहा कि दिल्ली में आबकारी नीति लागू करने में किए गए घोटाले पर अनेक सवाल उठ रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल या आम आदमी पार्टी का कोई भी नेता उन सवालों पर जवाब देने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि क्या आप नेता बताएंगे कि आखिर कोविड-19 के नाम पर लाइसेंस धारकों को 144 करोड़ रुपए से ज्यादा की छूट कैसे दे दी गई? क्या आप नेता बताएंगे कि दिल्ली एयरपोर्ट के ठेकेदार को 30 करोड़ रुपए की धरोहर राशि वापस क्यों कर दी गई? क्या आप नेता बताएंगे कि बीयर पर प्रति केस 50 रुपए की छूट कैसे दी गई? क्या आप नेता बताएंगे कि ब्लैक लिस्टेड ठेकेदारों को भी कैसे लाइसेंस जारी कर दिए गए? क्या आप नेता बताएंगे कि शराब निर्माताओं को ही रिटेल में शराब की बिक्री का लाइसेंस कैसे जारी कर दिया गया? क्या आप नेता बताएंगे कि शराब ठेकेदारों का कमीशन 2.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत कैसे कर दिया गया? क्या आप नेता बताएंगे कि दिल्ली में पुरानी शराब नीति के उस समय चल रही 550 दुकानों को बढ़ाकर 849 ठेके कैसे कर दिए गए? क्या आप नेता बताएंगे कि आखिर नॉन कन्फॉर्मिंग इलाकों में शराब की दुकानें खोलने की अनुमति कैसे दे दी गई जबकि मास्टर प्लान इसकी मंजूरी नहीं देता? क्या आप नेता यह रहस्य खोलेंगे कि कैसे दिल्ली में शराब की बिक्री तो बढ़ गई लेकिन सरकार की आय कम हो गई?
बिधूड़ी ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री केजरीवाल को आबकारी नीति पर डिबेट के लिए चुनौती देता हूं। वह किसी भी चैनल पर आकर मुझसे बात करें और बताएं कि आबकारी में उठे इन सवालों के जवाब क्या हैं। शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों के कमरों बनाने के घोटाले या फिर स्वास्थ्य विभाग में कागजों पर खुले अस्पतालों की जब जांच होगी तो आप शिक्षा और स्वास्थ्य की भी बात कर लीजिए लेकिन अभी तो आबकारी नीति के घोटाले पर छापा मारा गया है और अभी तो आपको इस पर जवाब देना ही होगा।