- उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शकूर बस्ती रेलवे स्टेशन पर स्थित 50 आइसोलेशन कोचों का किया निरीक्षण
- दिल्ली सरकार कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए बेड उपलब्ध कराने की पूरी कोशिश कर रही है
- दिल्ली सरकार को केंद्र ने अब तक 50 कोच उपलब्ध कराया, मैने निरीक्षण किया कि क्या वे मेडिकल स्टाफ के समान्य कार्य के लिए मानकों पर खरे हैं
- दिल्ली सरकार रेलवे कोच और बैंक्वेट हॉल को कोविड-19 समर्पित सुविधाओं में परिवर्तित करके अपने स्वास्थ्य ढांचे को बढ़ावा देने के लिए तैयार है
नई दिल्ली : दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज शकूर बस्ती रेलवे स्टेशन पर स्थित 50 कोचों का निरीक्षण किया, जिन्हें आइसोलेशन सेंटर में बदल दिया गया है। दिल्ली सरकार ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ अपनी लड़ाई तेज करते हुए रेलवे के डिब्बों, बैंक्वेट हाॅल और होटलों को कोविड देखभाल केंद्रों में तब्दील कर अपने स्वास्थ्य ढांचे को बढ़ाने के लिए कमर कस लिया है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शकूर बस्ती स्टेशन का निरीक्षण करके देखा कि क्या कोच को आइसोलेशन सेंटर में तब्दील करने पर वे मेडिकल स्टाफ के लिए मानकों के अनुसार सामान्य काम कर रहे हैं। दिल्ली में बेड की कमी के मद्देनजर केंद्र सरकार की तरफ से अभी 50 कोच (500 रेलवे कोचों में) प्रदान किए गए हैं। जैसा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अगुवाई में संपन्न हुई बैठक में तय किया गया था।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कुछ दिन पहले, दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक हुई थी। बैठक में उन्होंने वादा किया था कि केंद्र सरकार दिल्ली सरकार को विशेष चिकित्सा कोच उपलब्ध कराएगा। हमें अब तक 800 बेड के साथ 50 कोच उपलब्ध कराए गए हैं। मैने इन कोचों में उपलब्ध व्यवस्थाओं की जांच किया ताकि हम मरीजों को यहां भेजना शुरू कर सकें। लेकिन बढ़ते तापमान और गर्मी में भारी पीपीई किट पहन कर हमारे मेडिकल स्टाफ को काम करने के दौरान समस्या उत्पन्न हो सकती है। हम इसके बुनियादी ढांचे को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं और इसके समाधान की पूरी कोशिश कर रहे हैं, ताकि हम कर्मचारियों को तैनात करना शुरू कर सकें और इन आइसोलेशन सेंटरों में मरीजों को भर्ती कर सकें। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली और केंद्र सरकार इस कोरोना वायरस के संकट से लड़ने के लिए एक साथ काम कर रहे हैं और उपचार के लिए आने वाले मरीजों को बिस्तर प्रदान करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।