- दिल्ली सरकार भी हांगकांग और दूसरे देशों की तरह साप्ताहिक बाजारों और रेहड़ी-पटरी वालों को प्रोत्साहिक करेगी
- देश में माहौल बना दिया गया है कि साप्ताहिक बाजार और रेहड़ी-पटरी वाले समस्या हैं, जबकि पूरी दुनिया में उन्हें प्रोत्साहित किया जाता है, हम दिल्ली में भी ऐसा ही करेंगे
- साप्ताहिक बाजार को खोलने के लिए हमने काफी प्रयास किया, तब जाकर हमें सफलता मिली
- मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने साप्ताहिक बाजार के प्रतिनिधियों के साथ अपने आवास पर की बैठक
- हमेशा साथ खड़े होने और भविष्य में आने वाली समस्याओं के समाधान का दिया आश्वासन
- प्रतिनिधियों ने साप्ताहिक बाजार खोलने पर मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा, ’उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया था, लेकिन मार्केट खुलने से उन्हें राहत मिल गई है
नई दिल्ली : दिल्ली के सभी साप्ताहिक बाजारों को बेहतर और व्यवस्थित करके उसे दिल्ली के आकर्षण का केंद्र बनाया जाएगा, ताकि जब कोई अमेरिका से पर्यटक आए और साप्ताहिक बाजारों में जाए, तो उसकी तारीफ करे। हम साप्ताहिक बाजारों को दिल्ली की खूबी और खासियत के तौर पर प्रस्तुत करेंगे। हांगकांग और दूसरे देशों की तरह ही दिल्ली सरकार भी साप्ताहिक बाजारों और रेहड़ी-पटरी वालों को प्रोत्साहिक करेगी। हमारे देश में ऐसा माहौल बना दिया गया है कि साप्ताहिक बाजार और रेहड़ी-पटरी वाले एक समस्या हैं और उनकी वजह से सड़कें खराब होती हैं और गंदगी फैलती है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह बातें आज साप्ताहिक बाजार के प्रतिनिधियों के साथ अपने निवास पर बैठक करने के दौरान कही। इस दौरान मुख्यमंत्री ने साप्ताहिक बाजार लगाने वालों के साथ हमेशा खड़े रहने और भविष्य में आने वाली उनकी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया। वहीं, प्रतिनिधियों ने साप्ताहिक बाजार खोलने की अनुमति देने पर मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया था, लेकिन मार्केट खुलने से उन्हें राहत मिल गई है।
- कोरोना महामारी की वजह से पूरी दुनिया को दो-तरफा मार पड़ी है- केजरीवाल
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आज दिल्ली के सभी साप्ताहिक बाजार के प्रतिनिधियों के साथ आज अपने निवास पर बैठक की। सीएम अरविंद केजरीवाल ने बैठक में शामिल सभी प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि पिछड़ा छह महीना जो बीता है, वह सिर्फ दिल्ली के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए बहुत ही कठिन दौर था। एक तरफ तो कोरोना की मार थी और अपने परिवार को इस भयानक बीमारी से बचाना था। वहीं, दूसरी तरफ लोगों के सारे काम- धंधे बंद हो गए, उनकी आमदनी का सारा जरिया बंद हो गया। इस तरह, दोनों तरफ से पूरी दुनिया में बहुत बुरी तरह से मार पड़ी है। यहां तक कि अमेरिका में भी सुन रहे हैं कि वहां पर बढ़ने की बजाय, 30 से 35 प्रतिशत अर्थव्यवस्था कम हो गई है। दिल्ली में भी एक एक समय ऐसी परिस्थिति आई थी कि बहुत सारे केस बढ़ने चालू हो गए थे, लेकिन दिल्ली के दो करोड़ लोगों ने बड़े-बड़े चमत्कार करके दिखाएं हैं। पिछले 5 साल में दिल्लीवासियों ने मिलकर के प्रदूषण को 25 प्रतिशत कम किया। पिछले साल डेंगू के ऊपर हमने नियंत्रण किया और इस बार हम सब ने मिलकर कोरोना को कंट्रोल किया है। आज कोरोना को लेकर दिल्ली जो कहानी है, उसकी पूरी दुनिया के अंदर चर्चा हो रही है। जैसे, सबसे पहले प्लाज्मा दिल्ली के अंदर इस्तेमाल होना चालू हुआ, पूरे देश में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में हम लोगों ने दिल्ली में प्लाज्मा का सबसे पहले ट्रायल किया और इसकी वजह से अभी तक प्लाज्मा देकर 900 से ज्यादा लोगों की जान बचाई जा चुकी है। सीएम श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कल अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने ऐलान किया है कि कल से अमेरिका के अंदर भी प्लाज्मा पर काम शुरू होगा। सीएम ने कहा कि जो काम दिल्ली में ढाई महीना पहले शुरू हुआ था, वो काम अब अमेरिका के अंदर राष्ट्रपति ट्रंप ढाई महीने बाद शुरू करने जा रहे हैं। दिल्ली की कहानी एक तरफ से पूरी दुनिया के अंदर चर्चा बनी हुई है कि दिल्ली के अंदर लोगों ने मिलकर किस तरह से कोरोना की स्थिति को कंट्रोल किया।
- दिल्ली सरकार का टैक्स कलेक्शन कम हो गया, फिर भी हमने पहले से चल रही कोई भी सब्सिडी बंद नहीं की- केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम अपनी रोजी-रोटी की चिंता करें। लाॅकडाउन के दौरान दिल्ली सरकार से जो भी बन सका, हमने किया। हमने कई तबके के लोगों की मदद की। जिनके घर खाने को नहीं थे, उनको लिए लंगर लगाए, भंडारा किया, सुबह-शाम खाने की व्यवस्था की। उनके घर में दोगुना और फ्री में राशन भी पहुंचाया। लेकिन इस तरह कितने दिन हो सकता है। अंततः जब तक दुकानें नहीं खुलेंगी, तब तक रोजगार नहीं मिलेगा। यह हमेशा के लिए नहीं चल सकता है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अभी सरकार को टैक्स बिल्कुल भी नहीं आ रहा है। दिल्ली सरकार की अपनी भी हालत काफी नाजुक है, लेकिन हमने अपना मैनेजमेंट इस तरह से किया कि जो भी सब्सिडी आप लोगों को मिल रही है, उसको हमने बंद नहीं किया। हम यह भी कर सकते थे कि सरकार के पास पैसा नहीं है तो बिजली की सब्सिडी बंद देते हैं, हम यह भी कर सकते थे कि हमारे पास पैसा नहीं है तो पानी की सब्सिडी बंद कर देते हैं। आज भी पानी और बिजली फ्री है और महिलाओं की बसों में यात्रा भी फ्री है। हमने सभी सब्सिडी को जरी रखी है और हमने कहा कि कोई भी सब्सिडी की योजना बंद नहीं होनी चाहिए। ऐसे मौके पर जनता को जरूरत है। ऐसे में बंद कर देंगे, तो लोगों का काम कैसे चलेगा।
- साप्ताहिक बाजार को खोलने के लिए हमने काफी प्रयास किया, तब जाकर हमें सफलता मिली- केजरीवाल
सीएम श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने जो भी चीजें खोलती जा रही थी, हम तुरंत दिल्ली के अंदर भी उसकी अनुमति दे देते थे। पूरे देश के अंदर एक जून से लाॅकडाउन खुला और हमने भी खोल दिया। लाॅकडाउन खुलने के बाद दिल्ली में स्थिति थोड़ी खराब हुई। दिल्ली में केस थोड़े बढ़ गए लेकिन हमने लाॅकडाउन दोबारा नहीं लगाया। हमने उनको कम करने की कोशिश की। अभी आपने देखा होगा पूरे देश के अंदर हर राज्य में कहीं 2 दिन का लाॅकडाउन लग रहा है, कहीं चार दिन का लग रहा है, कहीं 10 का लाॅकडाउन लग रहा है, कहीं रात को लग रहा है और कहीं दिन में लग रहा है। हमने दिल्ली में एक बार लाॅकडाउन खोला और उसके बाद दोबारा लाॅकडाउन नहीं लगने दिया। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार जिसकी भी अनुमति देती थी, हम भी उसे धीरे-धीरे खोलते जा रहे हैं। जब साप्ताहिक बाजार खोलने की बात आई, तो मैंने आपके लिए 20-25 दिन पहले एलजी साहब से बात की। संभवतः केंद्र सरकार ने एक अगस्त से साप्ताहिक बाजार खोलने की अनुमति दे दी थी। एक बार तो मैने एलजी साहब को मना लिया, लेकिन शायद फिर केंद्र सरकार से उन पर दबाव आ गया। मैने उनके पास साप्ताहिक बाजार खोलने के लिए फाइल भेजी, तो उन्होंने 10 दिन रूकने के लिए कहा। इसके बाद भी मैं उन पर दबाव बनाता रहा। किसी तरह उन्हें राजी किया और उन्होंने कहा कि 10 अगस्त के बाद खोल देंगे। हम लोगों ने 15 अगस्त के बाद बैठक करके साप्ताहिक खोलने की अनुमति दे दी।
- मार्केट में अपने वालेंटियर लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराएं, ताकि ट्रायल के बाद भी साप्ताहिक बाजार को खोला जा सके- केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रतिनिधियों से अनुरोध करते हुए कहा कि आप लोग कोशिश करके सप्ताहिक बाजार में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना। दिल्ली सरकार के अधिकारी तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराएंगे, लेकिन आपको स्वयं भी करना जरूरी है। यदि आप लोग इसका पालन नहीं करेंगे तो सरकारी कर्मचारी जोर जबरदस्ती करेंगे और फिर उस जोर जबरदस्ती में आपके ग्राहक टूटते हैं, फिर वे लोग नहीं आएंगे। इसलिए आप अपने हिसाब से जितना हो सके, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराएं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने सुझाव देते हुए कहा कि सभी मार्केट के कोई प्रधान भी होते होंगे, उनसे बात करके आप अपने लोग लगा दीजिए, जो कि वहां पर सारी व्यवस्था को व्यवस्थित करके रखें, ताकि आज कुछ अखबारों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होने कोलेकर स्टोरी की है, उस तरह की दोबारा स्टोरी नहीं आए। लोगों की राय भी बहुत जरूरी होती है और अगर जनता का दबाव आने लगा कि साप्ताहिक बाजार के अंदर बड़ी भीड़ होने लगी है, तो फिर माहौल उल्टा बन जाएगा। इसलिए हम सभी को इसे संभालना है। सभी साप्ताहिक बाजार की जो समितियां हैं, वह अपनी -अपनी जिम्मेदारी ले लें कि अपने लोगों को लगाकर व्यवस्था को दुरूस्त करें। यह बहुत जरूरी है। अभी यह ट्रायल के आधार पर चल रहा है। ताकि मैं हफ्ते भर बाद एलजी साहब के पास जाकर कह सकूं कि इसे पूरा खोल देते हैं। पूरी दिल्ली के अंदर साप्ताहिक बाजारों को हमेशा के लिए खोल देते हैं।
- चांदनी चौक की तरह ही दिल्ली के सभी साप्ताहिक बाजारों को माँडल बनाएंगे- केजरीवाल
मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि साप्ताहिक बाजार के लिए हमारे पास कई बड़े-बड़े प्लान है। यह कोरोना थोड़ा ठीक हो जाए, उसके बाद हम दोबारा आप लोगों के साथ बैठेंगे और विचार करेंगे। सीएम ने कहा कि अपने देश में एक ऐसा माहौल बना दिया गया है कि जैसे रेहड़ी- पटरी वाले, गरीब आदमी और सप्ताहिक बाजार वाले एक समस्या हैं। यह जो बेचते हैं, इससे सड़क खराब होती है, यह जो रेहड़ी लगाते हैं, इससे गंदगी फैलती है, इस तरह का एक माहौल बना रखा है। आप दुनिया के किसी भी विकसित देश में चले जाओ, दुनिया के हर देश के अंदर रेहड़ी पटरी वाले रेहड़ी पटरी लगाते हैं। यूरोपियन देशों में, लंदन और न्यूयार्क आदि में रेहड़ी-पटरी लगती हैं और साप्ताहिक बाजार लगते हैं। हांगकांग में सरकार साप्ताहिक बाजार लगाने वालों को प्रोत्साहित करती है, वहां पर रात-रात भर साप्ताहिक बाजार लगते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम आने वाले समय में साप्ताहिक बाजार को इतने व्यवस्थित तरीके से करेंगे कि लोग इस तरफ आकर्षित हों। चांदनी चौक का उदाहरण देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि चांदनी चौक कितना शानदार बन गया है। उसका पूरा नक्शा ही बदल गया है और अब पूरी दुनिया वहां घूमने आएगी। पहले यही चांदनी चैक था, जहां इतनी भीड़ और गंदगी हुआ करती थी। अब यह बहुत शानदार हो गया है। इसी तरह दिल्ली के सारे सप्ताहिक बाजारों और रेहड़ी पटरी वालों को इतना शानदार तरीके से व्यवस्थित करेंगे, ताकि हम कह सकें कि यदि अमेरिका से कोई पर्यटक आए, तो वह साप्ताहिक बाजार में जरूर जाए और इसे एक खूबी के तौर पर प्रस्तुत करे।
- आप लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए मैं हमेशा हाजिर हूं- केजरीवाल
मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि साप्ताहिक बाजार को उस तरह से प्रस्तुत किया जाएगा और व्यवस्थित करके उसको दिल्ली का एक आकर्षण का केंद्र बनाया जाएगा, ताकि आपको वहां जाएं तो वहां सामान जरूर खरीद कर आएं। साप्ताहिक बाजारों को दिल्ली की खूबी के तौर पर, दिल्ली की खासियत के तौर पर हम प्रस्तुत करेंगे। इस तरह, हांगकांग और दूसरे देशों के अंदर साप्ताहिक बाजार को प्रोत्साहित किया जाता है और इसको व्यवस्थित किया जाता है, उसी तरह से हम दिल्ली के अंदर भी हम करेंगे। अभी कोरोना के लेकर के हमारे ऊपर भी बहुत सारी बंदिशें हैं। मैं समझ सकता हूं कि इस समय आप और आपका परिवार कितनी मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। इसमें हम सबको मिलकर एक-दूसरे की मदद करनी है। सरकार आपके साथ खड़ी है। कभी भी आप मुझसे मिल सकते हैं। आप लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए मैं हमेशा हाजिर हूं। मैं हमेशा कहता हूं कि दिल्ली की दो करोड़ लोग एक परिवार की तरह हैं। मैं आपका बेटा हूं, आपका भाई हूं, आप कभी अपनी समस्या लेकर मेरे पास आ सकते हैं। मैं हमेशा आपके साथ हूं।