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हम सभी को इम्युन सिस्टम को बढ़ाने वाले पौधे उपलब्ध कराएंगे, ताकि कोरोना से लड़ सकें : गोपाल राय

  • पर्यावरण विभाग दिल्ली में लगाएगा औषधीय पौधे, विश्व पर्यावरण दिवस पर अभियान शुरू
  • कढ़ी पत्ता, नीम, आंवला, सहजन, बेल पत्ता, नीबू, तुलसी, एलोबेरा और गिलोय समेत 13 जड़ी-बूटियां शरीर में प्रतिरक्षा तंत्र बढ़ाती हैं
  • दिल्ली सरकार शरीर में प्रतिरक्षा तंत्र को बढ़ाने वाली इन जड़ी-बूटियों को घर पर लगाने के लिए लोगों को निशुल्क देगी
  • लॉक डाउन के दौरान वायु व जल प्रदूषण के स्तर में आए सुधार के स्रोतों और बदलावों का पर्यावरण विभाग अध्ययन कर रहा

नई दिल्ली : दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पर्यावरण विभाग पूरे दिल्ली में औषधीय पौधे लगाएगा। कढ़ी पत्ता, नीम, आंवला, सहजन, बेल पत्ता, नीबू, तुलसी, एलोबेरा और गिलोय समेत 13 जड़ी-बूटियों के पेड़- पौधे हैं, जो शरीर में प्रतिरक्षा तंत्र को बढ़ाते हैं। कोरोना से बचने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि हम अपने प्रतिरक्षा तंत्र को बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस पर दिल्ली सरकार ने औषधीय पौधे लगाने का अभियान शुरू किया है। दिल्ली निवासियों को अपने घर पर पौधारोपण करने के लिए यह पौधे निशुल्क दिए जाएंगे।

गोपाल राय ने कहा कि इसके लिए दिल्ली सरकार ने आज से एक अभियान शुरू किया है। दिल्ली के अंदर सरकार की 14 नर्सरी हैं, जो दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में स्थित हैं। उन सभी नर्सरियों में यह 13 पौधे उपलब्ध हैं। हम उन सभी नर्सरियों का पता (एड्रेस) जारी कर रहे हैं। साथ ही नर्सरी के इंचार्ज का मोबाइल नंबर भी जारी कर रहे हैं। दिल्ली का कोई भी नागरिक अपने घर से नजदीक स्थित पौधशाला पर फोन करके जा सकता है और सरकार की तरफ से उसे यह पौधे निशुल्क दिए जाएंगे। यदि उनके पास जगह है, तो वे यह पौधे लगा सकते हैं। इसके अलावा पौधारोपण करने के लिए गमला भी हम उपलब्ध कराएंगे। सरकार आज से पूरी दिल्ली के अंदर प्रतिरक्षा तंत्र को बढ़ाने और कोरोना से लड़ने के लिए पर्यावरण दिवस पर यह अभियान शुरू कर दिया है। हम सभी को यह पौधे उपलब्ध कराएंगे, ताकि कोरोना से लड़ सकें।

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि आज पर्यावरण दिवस है। कोरोना संकट की वजह से हुए पिछले लाॅकडाउन के दौरान दिल्ली के पर्यावरण में काफी सुधार देखा गया। उस दौरान वायु और जल प्रदूषण का स्तर काफी कम हुआ। हमने विभाग को निर्देश दिया है कि कोरोना से पहले, कोरोना लाॅकडाउन के दौरान और अब जब लाॅकडाउन धीरे-धीरे खुल रहा है, तब पर्यावरण में क्या-क्या बदलाव हो रहे हैं। इसके क्या-क्या स्रोत हैं, विभाग उसका अध्ययन कर रहा है, ताकि जिसके आधार पर हम आगे काम कर सकें।

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि कोरोना से बचाव और लोगों को इस बीमारी से लड़ने के लिए प्रतिरक्षा तंत्र (इम्युन सिस्टम) को बढ़ाने की जरूरत है। क्योंकि कोरोना से बचने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप अपने शरीर में प्रतिरक्षा तंत्र को बढ़ाइए। कोरोना से बचने के लिए मास्क का उपयोग करें, शारीरिक दूरी बना कर रखें, लेकिन साथ ही यह भी जरूरी है कि अपने प्रतिरक्षा तंत्र को बढ़ाया जाए। प्राकृतिक रूप से मौजूद पौधे और जड़ी-बूटियां, प्रतिरक्षा तंत्र को बढ़ाने में सहयोग कर सकती हैं। हमने इन पौधों व जड़ी-बूटियों का वृक्षारोपण किया है। वृक्षारोपण में कढ़ी पत्ता, आंवला, नीम, बेहड़ा, जामुन, अमरूद, अर्जुन, सहजन, बेल पत्ता, नीबू के अलावा तुलसी, एलोबेरा और गिलोय के पौधे लगाए गए हैं। यह 13 ऐसी जड़ी-बूटियां हैं, जिनका उपयोग यदि किया जाए, तो स्वास्थ्य के लिए अच्छी साबित हो सकती है।

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