- कोरोना की टेस्टिंग का प्रोटोकॉल बदलकर दिल्ली को मौत में मुंह में धकेल रही दिल्ली सरकार
- कोरोना मरीजों का आंकड़ा कम दिखाने के लिए दिल्ली सरकार ने बदला टेस्टिंग करने के प्रोटोकॉल
- दिल्ली सरकार ने आठ लैब में कोविड टेस्टिंग की सुविधा बंद कर दी है
- आरएमएल अस्पताल के कोरोना वॉरियर्स के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचा रही है
- दो दिन पहले लॉन्च किए गए ऐप की गलतियों को अभी तक दिल्ली सरकार सुधार नहीं पाई
- लगातार दो दिनों से ऐप पर बेड पर गलत जानकारी दी जा रही है
- अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए दिल्ली सरकार इस तरह के हथकंडे अपना रही
नई दिल्ली : दिल्ली सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए दूसरों पर दोष मढ़ रही है और आरएमएल अस्पताल के कोरोना वॉरियर्स के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचा रही है। दिल्ली भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव बब्बर ने मंगलवार को दिल्ली सरकार पर उक्त आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार लगातार फेल साबित हो रही है इतना ही नहीं अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए दिल्ली सरकार इस तरह के हथकंडे अपना रही है। कोरोना से मौत के आंकड़ों को छिपाने से शुरू दिल्ली सरकार का खेल अब मरीजों के आंकड़े छिपाने तक आ पहुंचा है। दिल्ली में कोरोना मरीजों का आंकड़ा कम दिखाने लिए दिल्ली सरकार ने बड़े स्तर पर खेल शुरू कर दिया है। इसके तहत दिल्ली सरकार ने कोरोना यानि कोविड टेस्टिंग के प्रोटोकॉल को ही बदल दिया है।
उपाध्यक्ष बब्बर ने कहा कि दिल्ली सरकार ने आदेश जारी कर कहा है कि कोरोना पॉजिटिव के सीधे संपर्क में आने वाले ऐसे लोग जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं हैं उनकी टेस्टिंग नहीं की जाएगी। बिना लक्षण वालों में सिर्फ उन्हीं लोगों की टेस्टिंग होगी जो डायबिटीज, हाईपरटेंशन या कैंसर से पीड़ित है और जिनकी उम्र 60 से अधिक व 10 साल से कम हैं। ऐसे में बिना लक्षण वाले लोग बिना टेस्टिंग ही दिल्ली की सड़कों पर घूमते रहेंगे और अन्य लोगों को संक्रमित करते रहेंगे, दिल्ली सरकार के इस फैसले से दिल्ली वालों को मौत मुंह में घकेला जा रहा है। इसी तरह 8 निजी लेब से कोरोना की टेस्टिंग की सुविधा बंद कर दी है। ऐसे में जब टेस्टिंग ही कम होगी तो कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में कम दिखाई जा सकेगी। इसी तरह आंकड़ों को छिपाने का खेल चलेगा।
इन लैब से टेस्टिंग बंद की गई
1 सिटी एक्स-रे एंड स्कैन क्लीनिक प्राइवेट लिमिटेड,
2 प्रोग्नाइसेस लैब
3 सर गंगाराम अस्पताल
4 पैथकाइंड डाग्यनोस्टिक प्राइवेट लिमिटेड
5 एसआरएस रेफरेंस लैब
6 फॉर्टिस अस्पताल
7 स्टार इमेजिंग पैथ लैब
8 एनसीडीसी
बब्बर ने कहा कि जब दिल्ली सरकार अपनी विफलताओं को नहीं छिपा पाई तो उन्होंने दूसरों पर दोष मढ़ना शुरू कर दिया है। इसके लिए वह इतना नीचे गिर गए कि आरएमएल अस्पताल में कोरोना से दिन-रात जंग लड़ रहे हमारे कोरोना वॉरियर्स डॉक्टर्स व पैरामेडिकल स्टाफ के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने से भी गुरेज नहीं किया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने दो दिन पहले ही बेड की उपलब्धता बताने के लिए ऐप लॉन्च किया था। ऐप में दी जा रही जानकारी और वास्तविक स्थिति में बहुत अंतर है। लगातार दूसरे दिन में ऐप पर बेड के बारे में गलत जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार को कोरोनाकाल में राजनीति छोड़कर अपनी व्यवस्थाओं को सुधारने की दिशा में काम करना चाहिए।