- कोविड के बहुत ही कम टेस्ट किए गए, कोविड मरीजों के लिए बेडों की भारी कमी दोनो सरकारों की विफलाओं और प्रशासनिक अक्षमताओं के कारण हुई
- कांग्रेस कार्यकर्ता चौ0 अनिल कुमार की अध्यक्षता में भाजपा की केन्द्र सरकार और दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा कोरोना महामारी पर नियंत्रण न करने पाने के खिलाफ दिल्ली भर में 1000 से अधिक जगहों के अपने घर की दहलीज पर धरना देंगे
- चौ0 अनिल कुमार ने सर्वदलीय बैठक में भारत सरकार के गृहमंत्री श्री अमित शाह को कोविड से निपटने के लिए 11 सुझाव दिए
- केजरीवाल सरकार ने कोविड पर दिल्ली को डराया हुआ है
- विफलताओं के खिलाफ दिल्ली भर में 1000 से अधिक जगहां पर सुबह 10.15 बजे से 11.00 बजे धरना देंगे
नई दिल्ली : दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार और दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने आखिर स्वीकर कर ही लिया, जिसे दिल्ली कांग्रेस पिछले कई हफ्तों से लगातार कह रही थी कि दोनो सरकारों की अक्षमता और विफलता के कारण कोविड-19 महामारी की राजधानी में तेजी से वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि कोविड के बहुत ही कम टेस्ट किए गए, कोविड मरीजों के लिए बेडों की भारी कमी दोनो सरकारों की विफलाओं और प्रशासनिक अक्षमताओं के कारण हुई है जिससे दिल्ली के लोग भयभीत हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी लॉकडाउन की शुरुआती दौर में सरकार ने कीमती समय बर्बाद कर दिया।
प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में आयोजित डिजीटल प्रेस कांफ्रेसिंग को सम्बोधित करते हुए चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि मुख्यंत्री अरविन्द केजरीवाल गहरी नींद से तभी जागे जब कोविड की स्थिति सरकार के नियंत्रण से निकल गई। संवाददाता सम्मेलन में चौ. अनिल कुमार के साथ आदर्श शास्त्री और परवेज आलम भी मौजूद थे। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने भारत सरकार के गृहमंत्री अमित शाह के साथ हुई सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस पार्टी द्वारा सुझाव दिया कि दिल्ली सरकार नए अस्पतालों अम्बेडकर अस्पताल, बुराड़ी अस्पताल और द्वारका में इंद्रा गांधी अस्पताल, जिनकी बेडों की क्षमता 2609 है और जिनका निर्माण पूरा हो चुका है, को तुरंत प्रभाव से कोविड मरीजों की बढ़ती संख्या के लिए बेडों की कमी को देखते हुए खोला जाए।
चौ0 अनिल कुमार ने राजधानी में उपलब्ध बुनियादी ढ़ांचे को मद्देनजर कोविड क्वारंटाईन मरीजों को ट्रेन के डिब्बों में विस्थापित करने पर आपत्ति जताई और कहा कि रेलवे की हालत को सभी अच्छे से जानते है कि प्रवासी श्रमिकों का श्रमिक ट्रेनों में बहुत ही अमानवीय और अव्यवस्थित ढंग से व्यवहार किया गया था। उन्होंने तर्क देते हुए कहा कि कोविड मरीजों को भीषण गर्मी के मौसम में रेल के डिब्बों में रखना उनके लिए बुरे सपने से भी अधिक भयावह होगा। उन्होंने अपनी मांग दोहराई कि कंटेन्मेन्ट जोन में रह रहे प्रत्येक कोविड मरीज के परिवार को तुरंत प्रभाव से 10,000 रुपये दिए जाये।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस बात से खुश है कि दिल्ली के उपराज्यपाल के साथ सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस के सुझावों को स्वीकार कर लिया क्योंकि इस पर दिल्ली के प्रत्येक नागरिक का अधिकार है। उन्होंने कहा कि हालांकि बैठक में भाजपा और आम आदमी पार्टी ने एक दूसरे की पीठ थपथपाने की कोशिश की थी परंतु दिल्ली की जनता यह अच्छी तरह जानती है कि केन्द्र और दिल्ली दोनो ही सरकारें कोविड महामारी से निपटने में पूरी तरह विफल रही है।
चौ0 अनिल कुमार ने यह भी मांग की कि दिल्ली सरकार ने दिल्ली में कोरोना यौद्धाओं को मुआवजा देने का वायदा किया था जिसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ता और पुलिस कर्मचारी शामिल है, जिनकी मृत्यु ड्यूटी करते समय हो गई। उनके परिवार वालों का मनोबल बढ़ाने के लिए मुआवजा बिना किसी देरी के दिया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार बीमा कम्पनियों द्वारा कोविड यौद्धाओं का इलाज बीमा कवर के अन्तर्गत नही करने और अत्यधिक प्रीमियम की मांग करने पर हस्तक्षेप करे ताकि बीमा कम्पनियां नियमों का पालन कर सकें जिससे कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में शामिल लोगों और कोविड यौद्धाओं में विश्वास मजबूत होगा।
चौ0 अनिल कुमार ने यह भी सुझाव दिया कि कि MBBS, B.Pharma और Nursing के अंतिम वर्ष के छात्रों का भी कोरोना महामारी से लड़ाई में इस्तेमाल किया जाना चाहिए। कल दिनांक 16 जून, 2020 को कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार के नेतृत्व में अपने घरों के बाहर जनता के बीच-घर की दहलीज पर कार्यक्रम के तहत हाथ में काली पट्टी बांधकर भाजपा की केन्द्र सरकार और दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार की कोविड-19 महामारी पर नियंत्रण न करने की विफलताओं के खिलाफ दिल्ली भर में 1000 से अधिक जगहां पर सुबह 10.15 बजे से 11.00 बजे धरना देंगे।