- – केजरीवाल सरकार ने प्रदूषण के खिलाफ जंग को दी मजबूती – धीरे-धीरे हम प्रदूषण पैदा करने वाली बसों को हटाते जा रहे हैं और इलेक्ट्रिक बसों को सड़कों पर उतारते जा रहे हैं – शिक्षा और स्वास्थ्य में हमने दिल्ली में एक विश्वस्तरीय मॉडल दिया है, अब ट्रांसपोर्ट सेक्टर में दिल्ली को पूरी दुनिया का मॉडल बनाएंगे – कई देशों में ट्रांसपोर्ट का बहुत मॉडर्न सिस्टम है, हम उसे अपनाएंगे और दिल्ली को सबसे बढ़िया ट्रांसपोर्ट मॉडल के रूप में प्रस्तुत करेंगे – दिल्ली की सड़कों पर पहले से ही 153 इलेक्ट्रिक बसें दौड़ रही हैं, 97 और ई-बसों के शामिल होने के बाद इनकी संख्या 250 हो गई है – नवंबर 2023 तक 1500 और इलेक्ट्रिक बसें आएंगी और बेड़े में 1800 ई-बसें हो जाएंगी, फिर दिल्ली देश का इकलौता शहर होगा, जहां सबसे अधिक इलेक्ट्रिक बसें होंगी – 2025 के अंत तक परिवहन विभाग में बसों की संख्या 10,380 हो जाएगी, जिसमें करीब 80 फीसद (8180) इलेक्ट्रिक बसें होंगी – दिल्ली में अभी डीटीसी और क्लस्टर को मिलाकर 7373 बसें चल रही हैं, जो दिल्ली के इतिहास में परिवहन विभाग के बेड़े में सबसे ज्यादा बसें हैं – तीन डिपो में चार्जिंग स्टेशन स्थापित हो चुका है, 2023 तक 55 डिपो विद्युतीकृत कर दिए जाएंगे और 2025 तक 18 हजार चार्जिंग प्वाइंट बन कर तैयार हो जाएंगे – दिल्ली में 11 महिलाओं को बस चलाने की जिम्मेदारी दी गई है और आने वाले समय में 200 और महिलाओं को यह जिम्मेदारी दी जाएगी – अभी सार्वजनिक परिवहन के बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों की हिस्सेदारी 34 फीसद है, 2025 तक 7930 और इलेक्ट्रिक बसों के आने के बाद यह हिस्सेदारी 80 फीसद हो जाएगी : कैलाश गहलोत
नई दिल्ली, 24 अगस्त, 2022 : केजरीवाल सरकार ने प्रदूषण के खिलाफ जंग को मजबूती देने हुए दिल्ली की सड़कों पर आज 97 और इलेक्ट्रिक लो-फ्लोर बसें उतारी है। राजघाट डिपो से इन बसों को हरी झंडी दिखाते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि धीरे-धीरे हम प्रदूषण पैदा करने वाली बसों को हटाते जा रहे हैं और इलेक्ट्रिक बसों को सड़कों पर उतारते जा रहे हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य में हमने दिल्ली में एक विश्वस्तरीय मॉडल दिया है। अब ट्रांसपोर्ट सेक्टर में दिल्ली को पूरी दुनिया का मॉडल बनाएंगे। हम दूसरे देशों के मॉडर्न ट्रांसपोर्ट सिस्टम को अपनाएंगे और दिल्ली को सबसे बढ़िया ट्रांसपोर्ट मॉडल के रूप में प्रस्तुत करेंगे। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में अभी 153 इलेक्ट्रिक बसें चल रही थीं। आज बेड़े में 97 और ई-बसों के शामिल होने के बाद इनकी संख्या 250 हो गई है। नवंबर 2023 तक 1500 और ई-बसें आ जाएंगी और बेड़े में 1800 ई-बसें होने के साथ ही दिल्ली, देश का इकलौता शहर हो जाएगा, जहां सबसे अधिक इलेक्ट्रिक बसें होंगी। 2025 के अंत तक परिवहन विभाग में कुल बसों की संख्या 10,380 हो जाएगी, जिसमें करीब 80 फीसद (8180) इलेक्ट्रिक बसें होंगी। इस अवसर पर परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत और विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
- – एक इलेक्ट्रिक बस करीब 42 मिनट में होगी चार्ज
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज राजघाट बस डिपो-2 से 97 लो फ्लोर इलेक्ट्रिक एसी बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन बसों के डीटीसी के बेड़े में शामिल होने से दिल्ली सरकार द्वारा प्रदूषण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को और मजबूती मिलेगी। बसों को हरी झंडी दिखाने के उपरांत परिवहन मंत्री के साथ सीएम अरविंद केजरीवाल ने बस डिपो में स्थापित चार्जिंग स्टेशन का निरीक्षण किया। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने मुख्यमंत्री को चार्जिंग स्टेशन के बारे में बताया। सीएम अरविंद केजरीवाल ने बस में नोजल लगाकर देखा कि कैसे चार्ज होता है। वहीं, विशेषज्ञों ने बताया कि एक बस की बैटरी अगर जीरो फीसद है और उसे 100 फीसद तक चार्ज करना है तो लगभग 42 मिनट का समय लगता है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सड़कों पर उतर रहीं बसों का निरीक्षण भी किया और एक बस में जाकर यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। यह सभी बसें एयरकंडीशंड हैं। इनका किराया भी काफी कम है।
- – 1500 और इलेक्ट्रिक बसों का ऑर्डर दिया जा रहा है और यह बसें अगले साल के अंत तक आ जाएंगी- अरविंद केजरीवाल
इस अवसर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज सभी दिल्लीवासियों के लिए बहुत ही खुशी का दिन है। अभी दिल्ली की सड़कों पर 153 इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं। पिछले कुछ महीनों में समय- समय पर जब बसें आई, हमने उन बसों को सड़कों पर उतारा। आज 97 लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें और दिल्ली की सड़कों पर उतर रही हैं। इन सभी बसों को मिलाकर अब दिल्ली की सड़कों पर लगभग 250 बसें चलेंगी। इसके अलावा, सितंबर के महीने में 50 और बसें आ रही हैं। इस प्रकार, 30 सितंबर तक 300 लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली की सड़कों पर होंगी। यह बहुत खुशी की बात है कि धीरे-धीरे हम प्रदूषण पैदा करने वाली बसों को हटाते जा रहे हैं और मॉडर्न इलेक्ट्रिक बसों को सड़कों पर उतारते जा रहे हैं। इसके साथ ही, 1500 और इलेक्ट्रिक बसों का ऑर्डर दिया जा रहा है और यह बसें अगले साल के अंत तक आ जाएंगी। हमें उम्मीद है कि नवंबर 2023 के अंत तक दिल्ली में कुल 1800 इलेक्ट्रिक बसें हो जाएंगी। इसके बाद बहुत तेजी से इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली की सड़कों पर लाया जाएगा।
- – 2025 के अंत तक 6380 और इलेक्ट्रिक बसें लाएंगे, जिसके बाद दिल्ली में इलेक्ट्रिक बसों की संख्या 8180 हो जाएगी- अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 2025 के अंत तक 6380 और इलेक्ट्रिक बसें लाएंगे। 2025 के अंत तक कुल बसों की संख्या 10380 हो जाएंगी, जिसमें से 8180 बसें इलेक्ट्रि होंगी। इस तरह 2025 के अंत तक करीब 80 फीसद इलेक्ट्रिक बसें होंगी। अगले साल नवंबर के अंत तक जो 1800 इलेक्ट्रिक बसें आएंगी, उसके बाद दिल्ली देश में ऐसा शहर हो जाएगा, जहां सबसे अधिक इलेक्ट्रिक बसें होंगी। मैं समझता हूं कि 2025 तक जब लगभग 8 हजार इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली की सड़कों पर होंगी, तो यह एक बहुत बड़ा कीर्तिमान होगा। आज दिल्ली में डीटीसी और क्लस्टर को मिलाकर 7373 बसें चल रही हैं। अभी तक के दिल्ली के इतिहास में परिवहन विभाग के बेड़े में यह सबसे ज्यादा बसें हैं। अभी तक दिल्ली में इतनी बसें कभी नहीं थीं।
- -आज पूरी दुनिया दिल्ली की तरफ देख रही है कि कितने शानदार स्कूल, अस्पताल और मोहल्ला क्लीनिक बना दिए- अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बस डिपो का भी बहुत तेजी से विद्युतीकरण किया जा रहा है, क्योंकि इलेक्ट्रिक बसें आएंगी, तो उनको चार्जिंग स्टेशन की जरूरत पड़ेगी। हमने प्लान किया है कि दिल्ली के 55 बस डिपो में चार्जिंग स्टेशन लगाए जाएंगे। अभी तक तीन बस डिपो पर चार्जिंग स्टेशन लगाए जा चुके हैं। अगले साल तक 17 बस डिपो में चार्जिंग स्टेशन लगा दिए जाएंगे और 2023 के अंत तक सारे 55 बस डिपो तैयार हो जाएंगे। 2025 तक दिल्ली में इलेक्ट्रिक बसो के लिए 18 हजार चार्जिंग प्वाइंट बन कर तैयार हो जाएंगे। जिस तेजी के साथ बस डिपो का विद्युतीकरण हो रहा है, यह बहुत खुशी की बात है। हमारा मकसद है कि जैसे शिक्षा और स्वास्थ्य में हमने दिल्ली में एक विश्वस्तरीय मॉडल दिया। पूरी दुनिया आज दिल्ली की तरफ देख रही है कि कितने शानदार स्कूल, अस्पताल और मोहल्ला क्लीनिक बना दिए। अब ट्रांसपोर्ट के सेक्टर में दिल्ली को पूरी दुनिया का मॉडल बनाना है। हमें उनसे सीखना भी है। दुनिया के बहुत ऐसे देश हैं, जहां ट्रांसपोर्ट का बहुत मॉडर्न सिस्टम हैं, उन सारे मॉडर्न सिस्टम को अपनाएंगे और दिल्ली को सारी सुविधाओं के साथ सबसे बढ़िया ट्रांसपोर्ट मॉडल के रूप में प्रस्तुत करेंगे।
- – दिल्ली में महिलाएं अब पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर दिल्ली की प्रगति में काम कर रही हैं- अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कल दिल्ली में 11 महिलाओं को बस चलाने की जिम्मेदारी दी गई। उन सभी बहनों को मैं बधाई देता हूं। मुझे खुशी है कि आने वाले कुछ महीनो में 200 और महिलाओं को बस ड्राइवर की जिम्मेदारी दी जाएगी। दिल्ली में महिलाएं अब पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर दिल्ली की प्रगति में काम कर रही हैं। उन सभी महिलाओं को बधाई देता हूं।
– – हम दिल्ली के सार्वजनिक परिवहन को सभी नागरिकों के लिए अत्यधिक विश्वसनीय और प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं- कैलाश गहलोत
इस अवसर पर परिवहन मंत्री श्री कैलाश गहलोत ने कहा कि सीएम श्री अरविंद केजरीवाल जी के दूरदर्शी नेतृत्व में दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन ने आज एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। आज 97 और इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करने के साथ दिल्ली में अब 250 इलेक्ट्रिक बसें हो गई हैं, जो सार्वजनिक परिवहन के बेड़े में शामिल कुल बसों का 3.4 फीसद हिस्सेदारी हैं। 2025 तक 7930 और इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किया जाएगा, जिसके बाद सार्वजनिक परिवहन के बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों की हिस्सेदारी करीब 80 फीसद हो जाएगी। हम दिल्ली के सार्वजनिक परिवहन को सभी नागरिकों के लिए अत्यधिक विश्वसनीय और प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
- – सितंबर तक डीटीसी के बेड़े में 300 होगी इलेक्ट्रिक बसों की संख्या
दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) के बेड़े में आज 97 लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें और शामिल हो गईं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज राजघाट बस डिपो से इन बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। डीटीसी पहले से ही अपने बेड़े के तहत 153 लो-फ्लोर इलेक्ट्रिक बसों का संचालन कर रहा है। आज इन 97 लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसों को बेड़े में शामिल होने के बाद डीटीसी के पास अब 250 लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें हो गई हैं। इसके अलावा, सितंबर 2022 तक 50 और लो-फ्लोर इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किया जाएगा, जिसके बाद इलेक्ट्रिक बसों की संख्या 300 हो जाएगी।
- – 2025 तक डीटीसी के बेड़े में शामिल हो जाएंगी 8180 इलेक्ट्रिक बसें
डीटीसी ने 1500 लो फ्लोर जीरो एमिशन इलेक्ट्रिक बसों का कांट्रैक्ट दिया जा रहा है। ये लो-फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें नवंबर 2023 तक आ जाएंगी। डीटीसी द्वारा इन 1500 लो-फ्लोर इलेक्ट्रिक बसों को अपने बेड़े के उपरांत इनकी संख्या बढ़कर 1800 हो जाएगी। अभी तक देश के किसी भी राज्य में लो-फ्लोर इलेक्ट्रिक बसों की संख्या का आंकड़ा 1800 तक नहीं पहुंचा है। एक तरह दिल्ली देश का इकलौता राज्य हो जाएगा, जहां की सड़कों पर 1800 लो-फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें दौड़ेंगे। वहीं, दिल्ली परिवहन निगम अपने बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों आगे भी शामिल करना जारी रखेगा। दिल्ली सरकार की मंशा है कि 2025 तक 6380 अतिरिक्त इलेक्ट्रिक बसें और खरीदी जाएंगी। सरकार के प्लान के अनुसार, 6380 लो-फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें 2025 के अंत तक आ जाएंगी, तो डीटीसी के बेड़े का आंकड़ा 10,380 बसों का हो जाएगा। इसमें 8180 लो-फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें शामिल होंगी, जो बेड़े में शामिल कुल बसों का लगभग 80 फीसद है।
दिल्ली में वर्तमान में शहरी बस परिवहन बेड़े के अंतर्गत 7373 बसें सड़कों पर हैं। इसमें सीएनजी और इलेक्ट्रिक दोनों शामिल हैं, जो सिटी बस परिवहन के अंदर मौजूद बसों की अब तक की सबसे अधिक संख्या है। इसमें दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) के तहत संचालित 4064 और डीआईएमटीएस (दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टीमॉडल ट्रांजिट सिस्टम) के तहत संचालित की जा रही 3309 बसें शामिल हैं। जबकि डीटीसी पहले से ही अपने बेड़े के तहत 153 लो-फ्लोर इलेक्ट्रिक बसों का संचालन कर रही है।
दिल्ली सरकार इन बसों के रख-रखाव के लिए बस डिपो का तेजी से विद्युतीकरण भी कर रही है। सरकार ने 55 बस डिपो के विद्युतीकरण का लक्ष्य रखा है। इनमें से 3 डिपो विद्युतीकृत हो चुके हैं, जबकि जून 2023 तक 17 बस डिपो और 35 बस डिपो को दिसंबर 2023 तक विद्युतीकृत करने का लक्ष्य है। राजघाट डिपो से आज 97 इलेक्ट्रिक बसों में से 50 को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यहां कुल 16 हाई स्पीड चार्जर भी लगाए जाएंगे, जबकि 10 चार्जर पहले से ही लग चुके हैं।
- – बसों में उपलब्ध सुविधाएं-
– यह एसी लो फ्लोर बसें विकलांगों के अनुकूल हैं। अन्य बसों की तरह इसमें भी महिलाओं को मुफ्त टिकट व पास की सुविधा मिलेगी। सभी सीएनजी व इलेक्ट्रिक बसें जीरो स्मोक, जीरो नॉइज़ और पूरी तरह से बीएस-6 के मानकों को पूरा करती हैं। सभी बसें जीपीएस युक्त हैं, बसों में डिजिटल टिकटिंग व संपर्क रहित टिकटिंग की सुविधा है। सुरक्षा के मद्देनजर बसों में सीसीटीवी, पैनिक बटन, हूटर सभी टू-वे सेंट्रलाइज्ड कमांड और कंट्रोल सेंटर से जुड़ी हुई हैं।