- दिल्ली के सरकारी स्कूलों की खबर न्यूयॉर्क टाइम्स में छपना भारतीयों के लिए गौरव का क्षण था, भाजपा ने अपनी मूर्खता दर्शाते हुए इसे पेड न्यूज करार दिया
- असलियत यह है कि अमेरिका का प्रतिष्ठित न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार कभी एडवर्टोरियल नहीं छापता है, यह एक सब्सक्रिप्शन आधारित अखबार है
- हिंदुस्तान की सबसे अमीर पार्टी भाजपा है, मैं भाजपा को चुनौती देता हूं कि अगर न्यूयॉर्क टाइम्स पेड न्यूज छापता है तो कल अपनी खबर छपवा के दिखा दो
- जिस अंतरराष्ट्रीय अख़बार में केंद्र सरकार की नाकामियों की ख़बरें छपा करती थीं, आज उस अख़बार में दिल्ली की शिक्षा क्रांति की ख़बर छप रही है
- जिस तरह भाजपा में आप नेताओं को जेल में डालने की होड़ लगी है, इससे तय हो गया 2024 का चुनाव भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच होगा
नई दिल्ली, 19 अगस्त 2022: दिल्ली के सरकारी स्कूलों की खबर न्यूयॉर्क टाइम्स में छपना भारतीयों के लिए गौरव का क्षण था। भाजपा ने अपनी मूर्खता दर्शाते हुए इसे पेड न्यूज करार दिया। असलियत यह है कि अमेरिका का प्रतिष्ठित न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार कभी एडवर्टोरियल नहीं छापता है, यह एक सब्सक्रिप्शन आधारित अखबार है। आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने पार्टी मुख्यालय में महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उक्त बातें कहीं। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की सबसे अमीर पार्टी भाजपा है। मैं भाजपा को चुनौती देता हूं कि अगर न्यूयॉर्क टाइम्स पेड न्यूज छापता है तो कल अपनी खबर छपवा के दिखा दो। जिस अंतरराष्ट्रीय अख़बार में केंद्र सरकार की नाकामियों की ख़बरें छपा करती थीं। आज उस अख़बार में दिल्ली की शिक्षा क्रांति की ख़बर छप रही है। जिस तरह भाजपा में आप नेताओं को जेल में डालने की होड़ लगी है, इससे तय हो गया 2024 का चुनाव भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच होगा।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पूरे भारत के लिए और स्कूल में पढ़ने वाले हर भारतीय बच्चे के लिए आज गौरव का दिन था। दिल्ली के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की फोटो न्यूयॉर्क टाइम्स के अंदर छपी है। मुझे लगता है कि इसको लेकर सभी को गर्व होना चाहिए। भाजपा के कुछ नेताओं द्वारा अनपढ़पना दर्शाने की कोशिश की जा रही है। इन्हें मालूम ही नहीं है यह किस अखबार के बारे में चर्चा कर रहे हैं। द न्यूयॉर्क टाइम्स का नाम दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित अखबारों में आता है। अमेरिका जाने वाले लोगों को इस बात की जानकारी होगी कि न्यूयॉर्क टाइम्स किस अखबार का नाम है। भाजपा के लोग कह रहे हैं कि न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने फ्रंट पेज पर पेड न्यूज़ दी है। क्या कोई अखबार फ्रंट पेज पर पेड न्यूज़ छपता है? वह भी न्यूयॉर्क टाइम्स जैसा अखबार? न्यूयॉर्क टाइम्स एक सब्सक्रिप्शन आधारित अखबार है। उस अखबार में आज तक एडवर्टोरियल नहीं छपता है। ऐसे में यह एडवर्टोरियल तो नहीं रहा। न्यूयॉर्क टाइम्स के फ्रंट पेज पर खबर छप रही है तो भाजपा वालों को खुश होना चाहिए था और गर्व करना चाहिए कि हमारे देश की अच्छी बातें छप रही हैं। जबकि वह कह रहे हैं कि यह पेड न्यूज़ है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा का कहना है कि न्यूयॉर्क टाइम्स में जो आर्टिकल पहले पेज पर छपा है, वह आर्टिकल यूएई के अखबार खलीज टाइम्स के अंदर भी छपा है। इससे ही भाजपा का अनपढ़पना पता चलता है। उन्हें मालूम ही नहीं है कि किसी एजेंसी की न्यूज तमाम अखबारों में एक साथ छपती है। यह राष्ट्रीय टेलीविजन पर आकर झूठ बोलते हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार की प्रति दिखाते हुए आप के मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि यह न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर है। जिसमें खबर लिखने वाले करणदीप सिंह का नाम है। वहीं खलीज टाइम्स में भी करणदीप सिंह का नाम लिखा हुआ है और नीचे लिखा है साभार न्यूयॉर्क टाइम्स। जिस तरह किसी एजेंसी की खबर अलग-अलग अखबारों में साभार लिखकर छापी जाती है। इसी तरह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अखबारों में आपस में समन्वय होता है। इस तरह की बहुत कॉमन न्यूज़ होती हैं, जो एक अखबार में छपती है। उसके बाद में दूसरे अखबारों में क्रेडिट देकर उन्हें छापा जाता है। जबकि इन खबरों में तो लेखक ने अपना नाम भी दिया हुआ है। अगर सोनी टीवी पर सास भी कभी बहू थी आ रहा है। अगर वह अगले साल किसी दूसरे टीवी पर आ गया तो कहेंगे कि यह पेड न्यूज है। उन्होंने कहा कि अगर बात पेड न्यूज़ की है तो सबसे अमीर पार्टी भाजपा है। इनको जितना ज्यादा चंदा मिलता है, उससे ज्यादा किसी के पास में नहीं है। भारत के हर जिले में इनके फाइव स्टार कार्यालय हैं। नोटबंदी के समय में इनके कार्यालय बने हैं। इनके पास बहुत ज्यादा पैसा है, ऐसे में आज तक इन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स में खबर क्यों नहीं छपवाली? बस आप पैसे देने में मास्टर हो और पैसा भी आपके पास है। बस न्यूयॉर्क टाइम्स के अंदर पीएम मोदी की एक नेगेटिव खबर छपी थी।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमने न्यूयॉर्क टाइम्स वालों से संपर्क किया। वह सुबह से बहुत ज्यादा परेशान हैं। कुछ लोग अलग-अलग नंबरों से और माध्यमों से फोन कर रहे हैं कि किसी तरह से हमारी खबर भी न्यूयॉर्क टाइम छाप दे। उनकी कोशिश चल रही है कि किसी भी तरह से खबर छप जाए। उनको पैसे का ऑफर दिया जा चुका है कि एक बिलियन डॉलर देंगे, हमारी खबर छाप दीजिए। भाजपा को मैं चुनौती देना चाहता हूं कि हमारी तो छोटी सी 8 साल पुरानी पार्टी है। हमारी न्यूयॉर्क टाइम्स के अंदर खबर छप गई। आपके पास जितना पैसा और ताकत है, उसे लगा दीजिए और कल अपनी खबर न्यूयॉर्क टाइम्स के फ्रंट पेज पर अपनी खबर छपवा कर दिखा दीजिए। अगर यह पेड न्यूज़ है तो आपके पास तो हमसे काफी ज्यादा पैसा है। ऐसे में आप छपवा कर दिखा दीजिए। यह खुली चुनौती भाजपा को दे रहे हैं।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बेहद दुख है इस बात का कि जिस बात पर भाजपा को फक्र होना चाहिए था। दुनिया में बैठे हर हिंदुस्तानी को फक्र हो रहा है कि जहां पहले अंतर्राष्ट्रीय खबरों में भारत की गरीबी, अपराध और भारत सरकार की नाकामियों की खबरें छपा करती थीं। वहां रह रहे भारतीयों का सिर नीचा हुआ करता था। आज उस अंतरराष्ट्रीय अखबार के अंदर दिल्ली में हो रही शिक्षा क्रांति की खबर छपी है। भारत के सरकारी स्कूलों के क्लास रूम और गरीब बच्चों की खबर छपी है। उन्होंने कहा कि भाजपा जिस तरह से आम आदमी पार्टी पर हमलावर है और जिस तरह से हमारे नेताओं को जेल में डालने की कोशिश भाजपा की तरफ से की जा रही है, ऐसे में मुझे लगता है कि यह बात तय है कि 2024 के अंदर जो लोकसभा का चुनाव होने जा रहा है वह आप और भाजपा के बीच होने जा रहा है। यह हमने नहीं आज भाजपा ने तय कर दिया है। देश के लोगों को मैं इसके लिए बधाई देना चाहता हूं।