– इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टीट्यूट के विशेषज्ञों द्वारा दी जाएगी अर्बन फार्मिंग की ट्रेनिंग – पूरी दिल्ली में अगस्त के महीने से शुरू की जाएगी अर्बन फार्मिंग की ट्रेनिंग – अर्बन फार्मिंग को लेकर दिल्ली में 400 जागरूकता कार्यशाला और 600 उद्यमिता प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जन भागीदारी से अर्बन फार्मिंग को दिया जाएगा बढ़ावा – अर्बन फार्मिंग योजना से दिल्ली के हरित क्षेत्र में होगी वृद्धि : गोपाल राय
नई दिल्ली , 15 जुलाई 2022 : दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज दिल्ली सचिवालय में अर्बन फार्मिंग को लेकर उच्स्तरीय बैठक की | इस बैठक में पर्यावरण विभाग और कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारी शामिल रहे | बैठक के दौरान दिल्ली में अगस्त के महीने से अर्बन फार्मिंग की ट्रेनिंग शुरू करने का निर्णय लिया गया | समीक्षा बैठक के बाद पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि केजरीवाल सरकार दिल्ली के शहरी इलाकों में स्मार्ट अर्बन फार्मिंग को बढ़ावा देगी| अर्बन फार्मिंग से शहरी इलाकों में रहने वाले लोगों का खेती के प्रति जुड़ाव भी बढ़ेगा और दिल्ली के हरित क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने बताया कि अपने घर की खपत या बिजनेस करने के उद्देश्य से जो लोग घर की छत या बालकनी में फल-सब्जियां उगाना चाहते हैं, उनको दिल्ली सरकार प्रशिक्षण देगी।अर्बन फार्मिंग से सम्बंधित लोगो को प्रशिक्षण देने के लिए इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टीट्यूट के विशेषज्ञों द्वारा अगस्त महीने से ट्रेनिंग कार्यक्रम शुरू किया जाएगा | इस परियोजना के तहत पूरी दिल्ली में 400 जागरूकता कार्यशाला और 600 उद्यमिता प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
– अर्बन फार्मिंग के प्रति जागरूक करने के लिए लोगों को दी जाएगी ट्रेनिंग
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया की दिल्ली सरकार 400 जागरूकता कार्यशालाएं भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) के सहयोग से अगस्त महीने में आयोजित करेगी। इसमें पहले मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षित किया जाएगा । उसके बाद 400 कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। इस कार्यशाला के तहत ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा। वहीं, इंडस्ट्री पार्टनर्स की ओर से भी उद्यमिता प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जाएगा। शहरी कृषि क्लस्टर विकसित करने के उद्देश्य से दिल्ली में 600 कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री श्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्लीवासी अपने दैनिक जीवन में रासायनिक उत्पादों के अधिक खपत को कम करके और अर्बन फार्मिंग के माध्यम से स्वास्थ्य सुधार करने में सक्षम होंगे।