Thursday, March 28, 2024
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दिल्ली देश का वह शहर बन गया, जहां पार्कों में सबसे ज्यादा लोग योग करते हैं : केजरीवाल

  • हमने दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में सारा इलाज फ्री कर दिया है, अब हमारा मकसद है कि हर व्यक्ति योग करे, ताकि कोई बीमार ही न पड़े- अगर योग हमारी जिंदगी का हिस्सा बन जाए, तो बीमारियां भी दूर रहती हैं और तनाव भी दूर होता है- आइए, हम भी ‘‘दिल्ली की योगशाला’’ का हिस्सा बनें, अगर आप भी योग करना चाहते हैं, तो हमें 9013585858 पर फ़ोन कीजिए

  • दिल्ली सरकार आपको मुफ़्त में योग टीचर मुहैया कराएगी- अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर हम सभी संकल्प लें कि हर रोज़ योग और प्राणायाम करेंगे, स्वस्थ और निरोगी जीवन के लिए खुद भी योग करें और दूसरों को भी प्रोत्साहित करें-
  • बच्चों को बचपन से ही योग सिखाया जाना चाहिए, शिक्षा मंत्री से निवेदन करूंगा कि स्कूलों में योग संभव हो तो शुरू किया जाए- यह नहीं कह सकते कि योग करने से कोरोना ठीक हो जाएगा, लेकिन अगर योग करेंगे तो कोरोना की तीव्रता काफी कम हो जाती है- जिंदगी के लिए सबसे जरूरी हवा है, भगवान ने हवा फ्री कर रखी है, अब पता नहीं आने वाले समय में ऐसे पूंजीपति आएं और हवा पर भी टैक्स लगा दें- योग प्रकृति की खूबसूरत देन है, हम तो लोगों को फ्री में योग सिखाएंगे, आलोचना करने वाले करते रहें
  • – विश्व योग दिवस के अवसर पर आज दिल्ली में 546 जगहों पर 17 हजार से ज़्यादा लोगों ने ‘‘दिल्ली की योगशाला’’ के तहत योगाभ्यास किया- दिल्ली की योगशाला सिर्फ़ योग दिवस के दिन नहीं, बल्कि रोज़ाना चलती है, हमारा लक्ष्य है कि दो करोड़ दिल्लीवासी हर रोज़ योग करना शुरू करें- अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्लीवासियों के साथ योगाभ्यास करने के लिए ‘‘दिल्ली की योगशाला’’ में हुए शामिल

नई दिल्ली, 21 जून, 2022 :अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्लीवासियों के साथ योगाभ्यास करने के लिए आज ‘‘दिल्ली की योगशाला’’ में शामिल हुए। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली देश का वह शहर बन गया, जहां पार्कों में सबसे ज्यादा लोग योग करते हैं। अब हमें हजारों की संख्या को लाखों में लेकर जाना है। हमने दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में सारा इलाज फ्री कर दिया है। अब हमारा मकसद है कि दिल्ली का हर व्यक्ति योग करे, ताकि कोई बीमार ही न पड़े। अगर योग हमारी जिंदगी का हिस्सा बन जाए, तो बीमारियां भी दूर रहती हैं और तनाव भी दूर होता है। मुख्यमंत्री ने दिल्लीवासियों से ‘‘दिल्ली की योगशाला’’ का हिस्सा बनने के लिए अपील करते हुए कहा कि अगर आप भी योग करना चाहते हैं, तो हमें 9013585858 पर फ़ोन कीजिए। दिल्ली सरकार आपको मुफ़्त में योग टीचर मुहैया कराएगी। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जिंदगी के लिए सबसे जरूरी हवा है। भगवान ने हवा फ्री कर रखी है। अब पता नहीं आने वाले समय में ऐसे पूंजीपति आएं और हवा पर भी टैक्स लगा दें। हम तो लोगों को फ्री में योग सिखाएंगे, आलोचना करने वाले करते रहें।

योग करने से तन दुरूस्त होता है और मन शांत होता है – अरविंद केजरीवाल

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर दिल्लीवासियों के साथ योगाभ्यास करने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी शामिल हुए। योगाभ्यास करने से पहले प्रशिक्षक के साथ सब ने ओइम का जाप किया। इसके उपरांत प्रशिक्षक ने सबको योग करने का अभ्यास कराया। योगाभ्यास के उपरांत मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी देशवासियों और पूरी दुनिया के लोगों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि योग करने के बाद बहुत शांति मिलती है। योग करने से तन दुरूस्त होता है और मन शांत होता है। अगर योग जिंदगी का हिस्सा बन जाए, तो तन-मन दोनों में सकून मिलता है। हम लोग जानते हैं कि किस तरह से कई जटिल बीमारियों का समाधान भी योग से निकलता है। कई ऐसी बीमारियां हैं, जिनका उपचार दवाओं में नहीं है, लेकिन योग करने से उसका समाधान निकलता है। आज जिस तरह से जिंदगी इतनी कठिन होती जा रही है, जिंदगी इतनी तेज होती जा रही है। घर और दफ्तर में इतना तनाव रहता है, अगर योग जिंदगी का हिस्सा बन जाए और रोज सुबह हम आधा-पौन घंटा या एक घंटा योग कर लें, तो बीमारी भी दूर रहती है और तनाव भी दूर होता है। तनाव तो खत्म नहीं होता, जिंदगी में तनाव बहुत है। लेकिन योग करने से तनाव कम जरूर हो जाता है।

कोरोना के समय दिल्ली सरकार के योग शिक्षक 4700 करोना मरीजों को योग की कक्षाएं दे देते थे और इसका उनको लाभ हुआ- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के समय में पिछले दो साल काफी मुश्किल में बीते। पिछली साल जब तीसरी लहर आई थी, तब हम लोगों ने एक प्रयोग शुरू किया था कि कोरोना के मरीजों को क्या योग से कुछ फायदा पहुंचाया जा सकता है? मुझे बहुत खुशी है कि दिल्ली सरकार के योग शिक्षकों और दिल्ली फार्मेसी यूनिवर्सिटी के लोगों ने बहुत अदभुत काम किया। ये लोग लगभग 4700 कोरोना के मरीजों को आनलाइन योग की कक्षाएं देते थे। जब मरीजों से पूछा गया, तो पता चला कि सबको इसका लाभ हुआ। हमारे लोगों ने इस पर काफी रिसर्च भी की। यह तो नहीं कह सकते कि योग करने से कोरोना ठीक हो जाएगा, लेकिन अगर योग करेंगे तो कोरोना की तीव्रता काफी कम हो जाती है। मैं उन सभी लोगों को बधाई देना चाहता हूं जिन लोगों ने कोरोना के समय मरीजों को प्रशिक्षण दिया। उन दिनों में उनको योग सिखाया और योग कराया।

हमें योग को उस मुकाम तक पहुंचना है, जब दिल्ली का हर व्यक्ति योग करना चालू करे- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले साल से हमने एक और कार्यक्रम शुरू किया है। हम सब लोग अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर तो मिलते हैं और एक दिन सुबह-सुबह योग भी कर लेते हैं। लेकिन जब तक योग को हम अपनी जिंदगी का हिस्सा नहीं बनाएंगे, तब तक बात नहीं बनेगी। बहुत सारे लोगों को दिक्कत यह है कि योग सिखाने के लिए आसानी से शिक्षक नहीं मिलते हैं। आजकल योग भी व्यवसायिक हो गया है। अगर शिक्षक कहीं पर हो, तो फीस बहुत लेते हैं। लोगों को दूर भी जाना पड़ता है। योग के शिक्षक अक्सर घर के आसपास नहीं मिलते हैं। इसलिए हम लोगों ने योग कराने वाले शिक्षकों का एक पैनल बनाया और उनको प्रशिक्षण दिया। इस तरह कई सारे योग शिक्षक तैयार किए। दिल्ली में हमने कह दिया कि अगर आप अपने इलाके के अंदर 25-30 लोग एकत्र हो जाओ, और अगर आप रोज योग करना चाहते हो, तो आप हमें एक मिस्ड कॉल करो, हम दिल्ली सरकार की तरफ से आपको फ्री में शिक्षक भेज दिया करेंगे। जब इस कार्यक्रम को शुरू किया तब कई सारे सवाल और कठिनाइयां थीं। लेकिन अब मुझे बेहद खुशी है कि पूरी दिल्ली के अंदर यह कार्यक्रम बहुत तेजी और मजबूती से चल रहा है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में लगभग 546 जगह दिल्ली सरकार की तरफ से सुबह-सुबह योग की कक्षाएं होती हैं। उसमें हर वर्ग के लोग आते हैं। उसमें अमीर, गरीब, महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग आते हैं। सभी उम्र समूह के लोग आते हैं। इन योग कक्षाओं में प्रतिदिन करीब 17 हजार लोग सुबह-सुबह योग करते हैं। कोई मुझे बता रहा था कि शायद दिल्ली अब देश का वो शहर हो गया, जिसके पार्कों में सबसे ज्यादा लोग योग करते हैं। लेकिन मैं इससे संतुष्ट नहीं हूं। हम लोग देश में वो शहर तो बन गए, जिस शहर के पार्कों में सबसे ज्यादा लोग योग करते हैं, लेकिन अभी हमें इस हजारों की संख्या को लाखों में लेकर जाना है। हमें उस मुकाम तक पहुंचना है, जब दिल्ली का हर व्यक्ति योग करना शुरू करे।

ऐसा नहीं है कि योग करने से बीमारी कभी नहीं आएगी, लेकिन अधिकतर बीमारियों से छुटकारा मिलेगा- अरविंद केजरीवाल

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक तो खूब बना दिए। दिल्ली के अस्पताल भी खूब अच्छे कर दिए। दिल्ली में सारा मेडिकल इलाज भी फ्री कर दिया। किसी को कोई बीमारी हो, अस्पताल चले जाओ, कोई पैसा नहीं लगेगा। सरकारी अस्पतालों में सारी दवाइयां, जांच और आपरेशन फ्री हैं। लेकिन हमारा मकसद है कि अस्पताल जाने की जरूरत ही क्यों पड़े? बात केवल पैसे की नहीं है कि दवाइयां, टेस्ट फ्री कर दिए, तो अस्पताल जाते रहो। हमें बीमार होना ही क्यों है? बीमारी कोई अच्छी चीज नहीं है। बीमार ही नहीं होना है। योग करेंगे, तो बीमारियों से छुटकारा मिलेगा। ऐसा नहीं है कि बीमारी कभी नहीं आएगी, लेकिन अधिकतर बीमारियों से छुटकारा मिलेगा। एक तरफ हमने मेडिकल इलाज ठीक कर दिया। लेकिन अब अपने को कोशिश करनी है कि कोई बीमार ही न पड़े। दिल्ली स्वस्थ होनी चाहिए। दिल्ली का हर व्यक्ति स्वस्थ होना चाहिए। यह अब हमारा मकसद है। हमारा मकसद है कि हर घर का हर व्यक्ति सुबह उठकर योग करे। सबसे महत्वपूर्ण है कि बच्चों को बचपन से योग सिखाया जाए। मैं दिल्ली के शिक्षा मंत्री से भी निवेदन करूंगा कि अगर स्कूल में योग शुरू किया जा सके, तो शुरू किया जाए।

अगर बच्चों में बचपन में ही योग की आदत डाल देंगे, तो यह जिंदगी भर उनके साथ रहेगा- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं आठवीं कक्षा में योग सिखा था। जब गर्मी की छुट्टियां हुई, तो हमारे घर के पास एक योगाश्रम था। दो महीने की छुट्टियां थीं। हमारी कॉलोनी के कुछ बच्चे योगाश्रम में दाखिला ले लिया। मैं भी उनके साथ चला जाया करता था। उस समय मैंने सारी क्रियाएं सीखी थी। सूत्र नेती, जल नेती, धोती, कुंजल समेत सारी क्रियाएं करते थे। उसके बाद पढ़ाई और नौकरी के लिए जगह-जगह जाना हुआ। लेकिन योग एक तरह से हमारे साथ रहा। कई दिन लगातार योग किया, तो कई बार छूट भी गया। लेकिन जो बचपन में सीखा हुआ था, वो साथ रहा। बचपन में अगर हम योग की आदत डाल देंगे, तो जिंदगी भर योग रहेगा। इसलिए अपने को बच्चों को बचपन से ही योग सिखाना है। यह हमारा मकसद है। कुछ लोग मेरी आलोचना करते हैं कि अरविंद जी फ्री में क्यों योग सीखा रहे हो? योग तो फ्री में सिखाना चाहिए। मैंने योग फ्री में सीखा था, तो मैं जनता को भी फ्री में योग सिखाउंगा। जिंदगी की जितनी खूबसूरत और जरूरी चीजें हैं, वो सब फ्री है। सबसे जरूरी सांस लेना है, हवा है। उसे भगवान ने फ्री में बना रखी है। उसमें पैसे नहीं लगते। अब पता नहीं आने वाले समय में ऐसे पूंजीपति आएं और हवा पर भी टैक्स लगा दें। लेकिन भगवान ने हवा फ्री कर रखी है। योग भी भगवान की बड़ी खूबसूरत देन है। योग प्रकृति की खूबसूरत देन है। इसलिए योग भी फ्री होना चाहिए। हम तो फ्री में योग सिखाएंगे, आलोचना करने वाले करते रहें।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘आइए, हम भी ‘‘दिल्ली की योगशाला’’ का हिस्सा बनें। अगर आप भी योग करना चाहते हैं, तो अपनी कॉलोनी के 20-25 लोग इकठ्ठा होकर हमें 9013585858 पर फ़ोन कीजिए। दिल्ली सरकार आपको मुफ़्त में योग टीचर मुहैया कराएगी। दिल्ली की योगशाला आप सबके लिए है। वहीं, एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आइए हम सब मिलकर एक संकल्प लें कि हम हर रोज़ योग और प्राणायाम करेंगे। दिल्ली सरकार ने आप सभी के लिए हर रोज़ निःशुल्क योग क्लासेज़ की व्यवस्था की है। स्वस्थ और निरोगी जीवन के लिए खुद भी योग करें और दूसरों को भी प्रोत्साहित करें।

वहीं, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा, ‘‘विश्व योग दिवस के अवसर पर आज दिल्ली में 546 जगहों पर 17,000 से ज़्यादा लोगों ने ‘‘दिल्ली की योगशाला’’ के तहत योगाभ्यास किया। खास बात यह है कि दिल्ली की योगशाला सिर्फ़ योग दिवस के दिन नहीं, बल्कि रोज़ाना चलती है। हमारा लक्ष्य है कि 2 करोड़ दिल्लीवासी हर रोज़ योग करना शुरू करें।’’

केजरीवाल सरकार के ‘‘दिल्ली की योगशाला’’ कार्यक्रम का उद्देश्य

केजरीवाल सरकार योग को घर-घर पहुंचाना चाहती है और दिल्ली वालों को निःशुल्क योग प्रशिक्षक उपलब्ध कराकर इसे जन-आंदोलन में बदलना चाहती है। इसका उद्देश्य लोगों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए योग और ध्यान के महत्व को उजागर करना है। सेंटर फॉर मेडिटेशन एंड योग साइंसेज (सीएमवाईएस) की स्थापना दिल्ली फार्मास्युटिकल साइंसेज और रिसर्च यूनिवर्सिटी के सहयोग से की गई थी। सीएमवाईएस ने डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किए और इसके लिए 650 से अधिक छात्रों को नामांकित किया। इन छात्रों को योग प्रशिक्षक बनने के लिए प्रशिक्षित और प्रमाणित किया गया है और अब ये दिल्ली के लोगों को योग सिखाने के लिए उपलब्ध हैं।

इस कार्यक्रम के तहत दिल्ली के लोग सार्वजनिक पार्कों, आरडब्ल्यूए, सामुदायिक भवनों आदि में योग कर सकेंगे। इस पहल के जरिए लोगों में योग और ध्यान की मदद से सकारात्मक सोच पैदा करना है, जिससे लोगों का शरीर और दिमाग स्वस्थ रहें और एक खुशहाल व्यक्ति बनाने की दिशा में योग के प्रति लोगों में अधिक से अधिक जागरूकता लाना है। दिल्ली सरकार इच्छुक लोगों के समूह को योग कराने के लिए प्रशिक्षक उपलब्ध करा रही है। प्रत्येक समूह में कम से कम 25 सदस्य होने चाहिए। प्रशिक्षक प्रत्येक समूह के एक सदस्य के साथ समन्वय करता है, जिसे समूह समन्वयक कहा जाता है। समूह समन्वयक प्रशिक्षक के साथ समन्वय करता है और योग कक्षाओं के लिए समय और स्थान तय करता है।

दिल्ली में 400 से अधिक योग प्रशिक्षक लोगों को करा रहे योग

दिल्ली सरकार ने योगाभ्यास कराने के लिए 400 से अधिक प्रशिक्षकों को ट्रेनिंग देकर ट्रेंड किया है। इसके अलावा सेंट्रल टीम में 5 लोग शामिल हैं। डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर टीम में 30 लोग हैं और 100 सब कोऑर्डिनेटर हैं। इसके साथ ही एक हजार ग्रुप कोऑर्डिनेटर बनाए गए हैं, जिनके सहयोग से 20 हजार लोगों को योग कराया जाएगा। अभी दिल्ली में 17 हजार से अधिक लोग योग की कक्षाएं ले रहे हैं।

योग की क्लास में हिस्सा लेने के लिए ऐसे करें रजिस्ट्रेशन

दिल्ली सरकार ने जनवरी से योग की कक्षाएं देनी शुरू की है। इन कक्षाओं में भाग लेने के इच्छुक लोगों के लिए सरकार की तरफ से मोबाइल नंबर 9013585858 जारी किया है। कोई भी इस नंबर पर मिस्ड कॉल कर रजिस्टर कर सकता है। इसके अलावा www.dillikiyogshala.com वेबसाइट पर जाकर भी रजिस्टर कर सकते हैं। इस पेज को खोलने के बाद आपको अपनी पूरी डिटेल भरनी होगी। जिसमें यह बताना होगा कि आपको किस एरिया में और कहां पर योग करने के लिए प्रशिक्षक चाहिए। इसके बाद दिल्ली सरकार की तरफ से एक योग प्रशिक्षक आपके बताए गए स्थान पर भेजा जाएगा, जो सप्ताह में 6 दिन योग का अभ्यास कराएगा।

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