– पुनर्विकास के लिए चयनित होने के बाद उपमुख्यमंत्री ने किया मार्केट का दौरा
– व्यापारियों से लिए उनके सुझाव, – मार्केट की देश-दुनिया में करेंगे ब्रांडिंग
– कीर्ति नगर को वर्ल्ड-क्लास फर्नीचर मार्केट के रूप में बदलेगी केजरीवाल सरकार
– उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने किया कीर्ति नगर मार्केट का दौरा
– पुनर्विकास के साथ मार्केट के युवाओं को मिलेगी स्किल ट्रेनिंग
नई दिल्ली : दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को कीर्ति नगर फर्नीचर मार्केट का निरीक्षण किया। उपमुख्यमंत्री का यह निरीक्षण मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली के प्रतिष्ठित बाजारों के पुनर्विकास की घोषणा के बाद हुआ है। कीर्ति नगर मार्केट पुनर्विकास परियोजना के पहले चरण में चुना गया है। वर्तमान में बाजार की फर्नीचर हब के रूप में पहचान है जिसे पुनर्विकास के बाद और आगे बढ़ाया जाएगा और बाजार को एक अनूठे ब्रांड के रूप में विकसित किया जाएगा। इस अवसर पर सिसोदिया ने कहा कि कीर्ति नगर दिल्ली-देश व पूरी दुनिया के सबसे बेहतरीन फर्नीचर मार्केट में शामिल है और दिल्ली की पहचान है। पुनर्विकास के बाद हम इसे एक नया लुक देने का काम करेंगे जिससे व्यापारियों व खरीददार दोनों को एक बेहतर अनुभव मिले। उन्होंने कहा कि कीर्ति नगर मार्केट के सभी व्यापारी बहुत उत्साहित है। पुनर्विकास की पूरी प्रक्रिया सरकार और व्यापारी आपसी सहयोग के साथ दिल्ली की शान इस मार्केट को विश्वस्तरीय बनाने का काम करेंगे। विजिट के दौरान उपमुख्यमंत्री ने बाजार में व्यापारियों के साथ-साथ उपभोक्ताओं की जरूरतों को समझने के लिए उनसे बातचीत की और उनके सुझाव लिए। ’पुनर्विकास के साथ मार्केट के युवाओं को स्किल ट्रेनिंग मिलेगी, साथ ही मार्केट की देश-दुनिया में ब्रांडिंग करेंगे।
– विश्व में फर्नीचर के क्षेत्र में एक नई पहचान देने का काम करेगी यह मार्केट
इस मौके पर सिसोदिया ने कहा कि कीर्ति नगर मार्केट दिल्ली की पहचान है और केजरीवाल सरकार इस मार्केट का पुनर्विकास कर इसे दिल्ली ही नहीं पूरे विश्व में फर्नीचर के क्षेत्र में एक नई पहचान देने का काम करेगी और एक ब्रांड के रूप में विकसित करेगी ताकि हर दिल्लीवासी अपने इस बाजार पर गर्व कर सकेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में मार्केट में कुछ बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। लेकिन केजरीवाल सरकार ने अब इसके पूरे स्वरुप को बदलने का बीड़ा उठाया है। सरकार और व्यापारी साथ मिलकर इन कमियों को दूर करेंगे।
– सुझावों को ध्यान में रख कर बाजार के पुनर्विकास की योजना की जाएगी तैयार
सिसोदिया ने बताया कि सभी व्यापारी बहुत उत्साहित है और इस पूरी प्रक्रिया में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे है और अपने शानदार सुझाव दे रहे है। परियोजना के हिस्से के रूप में हम क्या कर सकते हैं, इस बारे में उनके पास बहुत सारे विचार हैं। उनके सभी सुझावों को ध्यान में रख कर बाजार के पुनर्विकास की योजना तैयार की जाएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि सरकार की टीम बाजार के पुनर्विकास के सभी पहलुओं की स्टडी कर रही है।
– राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मार्केट के ब्रांडिंग का काम करेगी
सिसोदिया ने कहा कि बाजार के पुनर्विकास को लेकर कुछ काम होना शुरू हो गया है जो जल्द दिखना शुरू हो जाएगा साथ ही सरकार पुनर्विकास के बाद राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मार्केट के ब्रांडिंग का काम करेगी। बाजार में विभिन्न गतिविधियों में लगे युवाओं की अपस्किलिंग के लिए सरकार द्वारा उन्हें कौशल प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। – पुनर्विकास के तहत, हम बाजार को नया रूप देंगे पुनर्विकास परियोजना का विवरण देते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि केजरीवाल सरकार का लक्ष्य बाजार के चारों ओर एक अनूठा अनुभव विकसित करना है। पुनर्विकास के तहत, हम बाजार को नया रूप देंगे। यहां पूरे ओवरहेड पावर ट्रांसमिशन सिस्टम को अंडरग्राउंड किया जाएगा। यहां बुनियादी सुविधाएं विकसित की जाएगी व मार्केट के सौंदर्यीकरण का काम किया जाएगा ताकि यहां आने वाले लोगों के लिए खरीददारी का एक बेहतर और वर्ल्ड क्लास अनुभव सुनिश्चित किया जा सकें। साथ ही पार्किंग प्रबंधन का काम भी किया जाएगा और डिजिटल साइनेज लगाए जाएंगे।
– डिजाइन प्रतियोगिता: अब इन 5 बाजारों: कमला नगर, खारी बावली, लाजपत नगर, सरोजनी नगर और कीर्ति नगर में से प्रत्येक के लिए 6 सप्ताह के अंदर एक डिजाइन प्रतियोगिता शुरू की जाएगी, ताकि भारत, बाहरी देशों व विभिन्न आर्किटेक्चरल या शहरी डिजाइन फर्मों से बेहतर व आउट ऑफ द बॉक्स आइडियाज मिल सकें। 12 सप्ताह के अंदर सबसे बेहतर आर्किटेक्चर टीमों को नियुक्त किया जाएगा, जो इन 5 प्रतिष्ठित बाजारों के पुनर्विकास का काम शुरू करेंगे।
’बाज़ार वही, पहचान नई: क्या है केजरीवाल सरकर की आइकोनिक बाजारों के पुनर्विकास की पहल?’
केजरीवाल सरकार वैश्विक मानकों के अनुसार पांच प्रमुख बाजारों का पुनर्विकास करेगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस फैसले की घोषणा करते हुए कहा था, पहले फेज में दिल्ली की पांच बड़ी बाजारों कमला नगर, खारी बावली, लाजपत नगर, सरोजनी नगर और कीर्ति नगर का पुनर्विकास कर उनको देश और दुनिया के सामने एक ब्रैंड के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। नई पहचान के साथ दिल्ली के बाजार अब तरक्की की तरफ़ आगे बढ़ेंगे। बाज़ार अच्छे होंगे तो व्यापार भी बढ़ेगा और नए रोज़गार भी पैदा होंगे। दिल्ली के रोजगार बजट में 20 लाख नई नौकरियों का प्लान है। हम उसके लिए दिन-रात मेहनत कर रहे
हैं।
दिल्ली के कई बाजार ऐसे हैं, जो बहुत प्रसिद्ध हैं। एक-एक बाजार की अपनी पहचान है, अपनी कहानी है। दिल्ली में लगभग 3.50 लाख दुकानें हैं और इन बाजारों में लगभग 7.5 लाख से 8 लाख लोग काम करते हैं। आज दिल्ली के इन पारंपरिक प्रतिष्ठित बाजारों के बुनियादी ढांचे के पुनर्विकास और अन्य सुविधाओं की जरूरत है, ताकि लोग इन बाजारों में खरीदारी करते समय अपनापन व सुरक्षित महसूस कर सकें। हम इन बाजारों को इस तरह से स्थापित करना चाहते हैं कि देश भर में और यहां तक कि विदेशों में भी लोग दिल्ली के प्रतिष्ठित बाजारों से खरीदारी करने में गर्व महसूस करें। इन बाजारों में क्षमता है कि अगर सरकार के सहयोग से यहां के कारोबार में थोड़ी सी भी बढ़ोतरी होती है तो यहां लाखों नए रोजगार सृजित किए जा सकते हैं। हमने चांदनी चौक में ऐसा किया है, लेकिन अब दिल्ली के सभी लोकप्रिय, प्रतिष्ठित बाजारों के लिए ऐसा करने की जरूरत है। इसी के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने रोजगार बजट 2022-23 के तहत ‘प्रतिष्ठित बाजारों का पुनर्विकास’ करने की पहल की घोषणा की थी। इसके तहत सरकार फेज-1 में 5 प्रतिष्ठित बाजारों को विश्वस्तरीय बनाएगी।
’उद्देश्य’: इस योजना का उद्देश्य ग्राहकों के खरीदारी के अनुभव को बेहतर करना और इन बाजारों को पर्यटन स्थलों में विकसित करना है। भौतिक बुनियादी ढांचे का पुनर्विकास, सड़कें, सीवेज, लाइटिंग, पार्किंग आदि। बाजारों की ब्रांडिंग: इन बाजारों के लिए एक अनूठा ब्रांड विकसित करना और दिल्ली के भीतर और बाहर उनकी मार्केटिंग करना ताकि दिल्ली के प्रतिष्ठित बाजारों से खरीदारी में गर्व की भावना पैदा हो सके।
’परियोजना का निष्पादन’ 1. विभिन्न अथॉरिटीज के बीच कोर्डिनेशन- पर्यटन विभाग और डीटीटीडीसी से सभी संबंधित विभागों व प्राधिकारियों को एक साथ लाने और इस योजना के कार्यान्वयन का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दी गई हैं। 2. मार्केट एसोसिएशन के साथ पार्टनरशिप- मार्केट एसोसिएशंस के साथ कई बैठकें ( उप-मुख्यमंत्री स्तर पर वन-ऑन-वन और संयुक्त बैठकें ) आयोजित की गई हैं, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे जिम्मेदारी और ओनरशिप के बेहतर बंटवारे की प्रर्क्रिया में समान भागीदार हैं। 3. डिजाइन प्रतियोगिता- प्रत्येक बाजार के लिए एक डिजाइन प्रतियोगिता शुरू की जाएगी, जिसे बाजार के पुनर्विकास के लिए सर्वश्रेष्ठ ‘आउट ऑफ बॉक्स आइडिया’ मिलेगा। बाजार को उसकी मुख्य यूएसपी केआधार पर विकसित कर एक अनूठा ब्रांड बनाया जाएगा। प्रत्येक बाजार के लिए एक यूनिक मार्केट कैंपेन विकसित किया जाएगा।
’बाजारों का चुनाव’ : प्रथम चरण में पुनर्विकास के लिए 5 बाजारों का चयन करने के लिए, 21 अप्रैल, 2022 को उपमुख्यमंत्री द्वारा एक स्टेकहोल्डर्स कंसल्टेशन आयोजित किया गया था जिसमें 50 बाजार संघों के 100 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। यह बैठक चयन प्रक्रिया को शुरू करने के लिए बुलाई गई थी। साथ ही 22 अप्रैल को सभी अखबारों में विज्ञापन दिया गया कि जो भी मार्केट एसोसिएशंस चाहती हैं कि उनके बाजार का पुनर्विकास किया जाए, वो आवेदन करें। मार्केट एसोसिएशंस क्यों अपनी मार्केट का पुनर्विकास कराना चाहती है, वहां क्या-क्या कमियां है और पुनर्विकास कैसे होना चाहिए। इसके लिए बाजारों को 15 दिन (6 मई) तक का समय दिया गया था।
इसके लिए सभी 33 मार्केट से 49 आवेदन आए। फेज 1 में 5 बाजारों के चयन के लिए पर्यटन विभाग, दिल्ली जल बोर्ड, पीडब्ल्यूडी, स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए) और ट्रेड बॉडीज (सीटीआई, शॉपिंग सेंटर एसोसिएशन) के प्रतिनिधियों को शामिल करते हुए एक 8 सदस्यीय चयन समिति का गठन किया गया था। चयन समिति ने बाजार के ब्रांड वैल्यू, बाजार में लोगों की संख्या, बाजार संघों की रुचि आदि जैसे विभिन्न मापदंडों के आधार पर 9 बाजारों की पहली शॉर्टलिस्ट बनाई गई। बाजार की जमीनी हकीकत को समझने, कार्यान्वयन और मार्केट एसोसिएशन के फायदे का पता लगाने के लिए चयन समिति ने 9 शॉर्टलिस्ट किए गए बाजारों का विजिट किया।
सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद, चयन समिति द्वारा प्रतिष्ठित बाजार पुनर्विकास योजना के चरण 1 के लिए निम्नलिखित 5 बाजारों को चुना गया।
कमला नगर – यूथ हैंगआउट जोन
खारी बावली – पुराने मुगल साम्राज्य से विरासत, यहां दुनिया भर के बेहतरीन मसाले मिलते हैं
लाजपत नगर – हाई एंड स्ट्रीट फैशन, शादी की खरीदारी के लिए वन स्टॉप डेस्टिनेशन (आभूषण, कपड़े और जूते)
सरोजिनी नगर – फास्ट फैशन व लेटेस्ट ट्रेंडसेटिंग स्ट्रीट मार्केट
कीर्ति नगर – फ़र्नीचर और घरेलू सजावट के लिए ऑन-स्टॉप-शॉप
– ’परियोजना का कार्यान्वयन’: आर्किटेक्चरल फर्मों की नियुक्ति के साथ ही परियोजना का कार्यान्वयन कई पैकेजों में किया जाएगा। आर्किटेक्ट जल्द से जल्द उन कार्यों की पहचान करेंगे, जो चयनित बाजारों के समग्र पुनर्विकास व रीडिज़ाइन योजना के अंतर्गत किया जाएगा। इन पांच बाजारों के मार्केट एसोसिएशंस को पहले ही शामिल कर लिया गया है, जिन्होंने परियोजनाओं के सुचारू कार्यान्वयन और बाद में रखरखाव के लिए बिना शर्त सहयोग देने का वादा किया है।गौरतलब है कि रोजगार बजट के तहत दिल्ली के आइकोनिक बाजारों का पुनर्विकास करने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा पांच बाजारों का चयन किया गया है। जिसकी पिछले दिनों मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा घोषणा की गई। बाजारों के चयनित होने की इस प्रकिया के बाद अगले फेज में इनके पुनर्विकास से संबंधित डिज़ाइन तैयार किए जाएंगे और इस पूरी प्रक्रिया में व्यापारियों के सुझाव का ख़ास ध्यान रखा जाएगा।