- 2016 में बीजेपी एमसीडी ने सभी नियमों को ताक पर रखते हुए फैक्ट्री लाइसेंस जारी किया
- कुछ महीनों बाद लोगों द्वारा शिकायत मिलने पर भाजपा एमसीडी को लाइसेंस रद्द करना पड़ा लेकिन चोरी-छुपके अंदर सभी काम होते रहे
- 2018 में सुप्रीम कोर्ट की मॉनिटरिंग कमेटी द्वारा सील करने के बावजूद इमारत में अबतक जारी रहीं इंडस्ट्रियल गतिविधियां
- भाजपा शासित एमसीडी को इमारत में हो रही सभी गतिविधियों की जानकारी थी क्योंकि इमारत के मालिक भाजपा से संबंध रखते हैं
- 2015 दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा का चुनावी कैंपेन भी इसी इमारत से चल रहा था
- पूरी घटना की जांच और इमारत के मालिक व उससे जुड़े भाजपा के सभी लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए
नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी की एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि मुंडका में लगी भीषण आग में जो 27 मासूम लोग मारे हैं, उनकी मौत के लिए सिर्फ और सिर्फ भाजपा शासित एमसीडी जिम्मेदार है। 2016 में बीजेपी एमसीडी ने सभी नियमों को ताक पर रखते हुए फैक्ट्री लाइसेंस जारी किया। कुछ महीनों बाद लोगों द्वारा शिकायत मिलने पर भाजपा एमसीडी को लाइसेंस रद्द करना पड़ा लेकिन चोरी-छुपके अंदर सभी काम चलते रहे। 2018 में सुप्रीम कोर्ट की मॉनिटरिंग कमेटी द्वारा सील करने के बावजूद इमारत में अबतक इंडस्ट्रियल गतिविधियां जारी थीं रहीं। भाजपा शासित एमसीडी को इसकी पूरी जानकारी थी। पूरी घटना की जांच और इमारत के मालिक व उससे जुड़े भाजपा के सभी लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने रविवार को पार्टी मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी ने देखा कि मुंडका में परसों लगी भीषण आग में 27 जाने गईं और कुछ लोग घायल भी हुए हैं। यह एक दुखद घटना रही और दिल्ली की जनता को इस घटना की असलियत जानने का पूरा हक है। उन्होंने कहा कि लालडोरा एक्सटेंशन स्थित इस इमारत में इंडस्ट्रियल गतिविधियां नहीं की जा सकती थी। 2016 में इस फैक्ट्री ने लाइसेंस के लिए अप्लाई किया था। एमसीडी ने सभी नियमों को ताक पर रखते हुए फैक्ट्री लाइसेंस जारी कर दिया। लेकिन सात-आठ महीनों बाद जब लोगों ने शिकायत करना शुरू किया तो 2017 में एमसीडी ने इस फैक्ट्री लाइसेंस को रद्द कर दिया। लाइसेंस रद्द होने के बाद भी इंडस्ट्रियल गतिविधियां जारी रहीं।
2018 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई मॉनिटरिंग कमेटी ने इमारत को सील कर दिया। एमसीडी के कागजों पर आज भी यही इमारत सील है लेकिन चोरी-चुपके एक छोटा रास्ता बनाकर फैक्ट्री में इंडस्ट्रियल गतिविधियां की जा रही थी। एमसीडी को इन गतिविधियों के बारे में पूरी जानकारी थी बावजूद इसके उन्होंने यह सब होने दिया। मनीष लकड़ा इस इमारत के मालिक हैं। ऐसी कौन सी ताकत मनीष लाकड़ा में है कि सुप्रीम कोर्ट की मॉनिटरिंग कमेटी द्वारा इमारत सील करने के बाद भी सभी गतिविधियां जारी रहीं। दो तस्वीरें दिखाते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि इस तस्वीर में मनीष लाकड़ा की है जिन्होंने भाजपा का पटका पहना हुआ है और उनके साथ भाजपा की ही कई अन्य बड़ी हस्तियां खड़ी दिखाई दे रही हैं। दूसरी तस्वीर में मनीष लाकड़ा के साथ गाड़ी में मास्टर आजाद सिंह बैठे हुए हैं। वह कई बार भाजपा के पार्षद और मेयर भी रहे हैं। पिछले तीन बार से वह मुंडका चुनाव भाजपा के टिकट पर लड़ते आ रहे हैं। आजाद सिंह भाजपा एमपी प्रवेश साहिब सिंह वर्मा के सगे चाचा हैं। दूध का दूध और पानी का पानी आपके सामने ही है।
दुर्गेश पाठक ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की एमसीडी ने दिल्ली को तबाह कर दिया है। भाजपा के लोगों ने पूरी दिल्ली में अवैध काम कर रखे हैं। उनका भ्रष्टाचार हर जगह फैला हुआ है। 2015 में जब दिल्ली विधानसभा का चुनाव हो रहा था तो भाजपा का चुनावी कैंपेन भी इसी इमारत से चल रहा था। इसका मतलब यह है कि यह इमारत भाजपा के लोगों की है। इस इमारत में आज तक जो भी काम हो रहे थे वह भाजपा के नेताओं की मदद से ही हो रहे थे। यह जो 27 मासूम लोग मरे हैं उनकी मौत के लिए सिर्फ और सिर्फ भारतीय जनता पार्टी जिम्मेदार है। भाजपा के नेता, भाजपा का भ्रष्टाचार और भाजपा का लालच जिम्मेदार है। इस पूरी घटना की जांच और इमारत से जुड़े सभी दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। भाजपा के जितने भी नेता, जितने भी लोग इसमें शामिल हैं उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।