Thursday, March 28, 2024
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डीयू में एमफिल, पीएचडी करने वाले शोधार्थियों के लिए एडमिशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है: फोरम

  • डीयू में एमफिल, पीएचडी के लिए 18 जुलाई तक कर सकते है अप्लाई
  • एंट्रेंस एग्जाम की तिथि बाद में की जाएगी घोषित
  • आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को केंद्र सरकार की आरक्षण नीति के तहत दिया जाएगा आरक्षण

नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय ( डीयू ) में शैक्षिक सत्र-2020-21 के लिए यूजी, पीजी पाठ्यक्रमों में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जोरों पर है वहीं उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एमफिल, पीएचडी प्रोग्राम में रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं। डीयू से संबद्ध 16 संकाय और 86 शैक्षणिक विभागों में एमफिल, पीएचडी करने वाले शोधार्थियों के लिए एडमिशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 18 जुलाई 2020 तक स्टूडेंट विज्ञान, वाणिज्य और मानविकी विषयों में ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। आवेदनों की छटनी और संशोधन के बाद प्रवेश परीक्षा एग्जाम की तिथि बाद में घोषित की जाएगी।

फोरम ऑफ एकेडेमिक्स फॉर सोशल जस्टिस, डीयू के चेयरमैन और डीयू की एकेडेमिक काउंसिल के पूर्व सदस्य प्रोफेसर हंसराज सुमन ने बताया है कि एमफिल, पीएचडी में एडमिशन लेने वाले उम्मीदवारों के लिए दोनों विकल्प खुले हुए हैं। नेट और जेआरएफ किए छात्र सीधे इंटरव्यू दे सकते हैं और एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से भी एडमिशन ले सकते हैं। छात्र के पास दोनों च्वाइस है। यूजीसी नेट और जेआरएफ आदि किए स्टूडेंट्स को इसमें छूट दी जाती है। प्रोफेसर सुमन ने बताया है कि अधिक जानकारी के लिए डीयू के प्रोस्पेक्ट्स देख सकते हैं।

प्रोफेसर सुमन ने बताया है कि डीयू के प्रोस्पेक्ट्स के अनुसार एमफिल-649 सीटें, पीएचडी-1072 सीटें दर्शायी गई है। वहीं डीयू के विभागों में 2016-17 में एमफिल के लिए अप्रूवड सीटें-676, एडमिशन दिया गया-467 सीटों पर। इसमें सामान्य-246, ओबीसी-116, एससी-69, एसटी-36, पीडब्ल्यूडी-16 शोधार्थियों को एडमिशन दिया गया। वहीं-237 सीटें वेकेंट ( खाली ) रखी गई। इसी तरह पीएचडी में- 800 सीटों पर एडमिशन दिया गया। इसमें सामान्य-500, ओबीसी-156, एससी-110, एसटी-34, पीडब्ल्यूडी-15, कुल -800 शोधार्थियों को एडमिशन दिया गया। प्रोफेसर सुमन ने प्रोस्पेक्ट्स के अनुसार शैक्षिक सत्र-2021 में जो सीटें दी गई उनमें इंग्लिश-25, हिंदी-77, साइक्लोजी-25, पंजाबी-20, संस्कृत-20, कॉमर्स-50, उर्दू-16, एजुकेशन-38, इलेक्ट्रॉनिक साइंस-36, मैथमेटिक्स-35, बाकी विषयों में कम सीटें है। प्रोफेसर सुमन ने बताया है कि 12 जुलाई तक प्राप्त एमफिल, पीएचडी के लिए कुल रजिस्ट्रेशन-26487 हुए हैं। इसमें से जिन छात्रों के पेड रजिस्ट्रेशन हुए-15376 है। इसमें सामान्य-6519, ओबीसी-3941, एससी-2479, एसटी-783, ईडब्ल्यूएस-1654 छात्र अपना रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं। पोर्टल पर पीडब्ल्यूडी छात्रों के रजिस्ट्रेशन संख्या नहीं आ रही है।

प्रोफेसर सुमन ने बताया है कि एमफिल, पीएचडी के एडमिशन में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी, पीडब्ल्यूडी और ईडब्ल्यूएस के उम्मीदवारों को केंद्र सरकार की आरक्षण नीति के तहत आरक्षण दिया जाएगा। साथ ही इस श्रेणी के उम्मीदवारों को एमफिल, पीएचडी के एडमिशन में अप्लाई करने के लिए स्नातकोत्तर (मास्टर्स डिग्री) में कम से कम-55 प्रतिशत स्कोर योग्यता है और आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए 5 प्रतिशत अंकों की छूट दी जाती है। उन्होंने बताया है कि दिल्ली विश्वविद्यालय ने एमफिल, पीएचडी में रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 18 जुलाई 2020 है। इसके बाद फार्मो की स्कूटनी करने के बाद छात्रों को करेक्शन का समय दिया जाएगा ताकि वे फॉर्म में हुई गलती को सुधार सके। उसके पश्चात ही विश्वविद्यालय प्रशासन एंट्रेंस एग्जाम की तिथि घोषित करेगा। कोरोना महामारी के चलते जिन स्टूडेंट्स ने एमए की परीक्षा दी है या देनी है वे स्टूडेंट्स भी अप्लाई कर सकते हैं। इसके अलावा जिन स्टूडेंट्स ने एमफिल डिजरटेशन या उनका वाइवा अभी नहीं हुआ है वे स्टूडेंट्स भी पीएचडी प्रोग्राम के लिए अप्लाई कर सकते हैं।उन्होंने बताया है कि पीएचडी करने के बाद उम्मीदवार अपना कैरियर सहायक प्रोफेसर के रूप में चुन सकेंगे। इसके अलावा उच्च शिक्षा में बहुत से अवसर उपलब्ध है।

  
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