एनजीटी द्वारा केजरीवाल सरकार पर 900 करोड़ के जुर्माने के बाद कुंभकरणीय नींद से जागे गृहमंत्री अमित शाह द्वारा तुगलकाबाद वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का उद्घाटन करना केवल ढोंग है – दिल्ली को भाजपा और आम आदमी पार्टी की सरकारों की नाकामियों ने वायु प्रदूषण में नम्बर-1 बना दिया है, भारत के सभी शहरों में राजधानी सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर है : चौ0 अनिल कुमार
नई दिल्ली, 20 अक्टूबर, 2022 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि राजधानी दिल्ली में कूड़े निस्तारण के लिए पूरी तरह विफल भाजपा शासित दिल्ली नगर निगम का 15 वर्षों के शासन खत्म होने के बावजूद भी दिल्ली नगर निगम में भाजपा का ही शासन है। तुगलकाबाद में वेस्ट 2 एनर्जी प्लांट का उद्घाटन गृहमंत्री अमित शाह द्वारा किया जाना इसका सबसे बड़ा प्रमाण है। उन्होंने पूछा कि क्या गृहमंत्री के पास दिल्ली में तुगलकाबाद के अलावा भलस्वा, ओखला और गाजीपुर लैंडफिल के कूड़े का निस्तारण करने के लिए कोई योजना है क्योंकि भाजपा ने 15 वर्षों के निगम शासन में 300 लाख मीट्रिक टन कूड़े का निवारण करने में पूरी तरह विफल रही है, जबकि 152 एकड़ की सार्वजनिक जमीन पर बने कूड़े से उत्पन्न प्रदूषण और अनुचित प्रबंधन के लिए एनजीटी ने 900 करोड़ का दिल्ली सरकार पर जुर्माना लगाकर केजरीवाल के प्रदूषण रोकथाम के लिए चलाए अभियानों की पोल खोल दी है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली प्रदूषण में नम्बर वन बनने के लिए दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सहित भाजपा की केन्द्र सरकार जिम्मेदार है और 399 ए.क्यू.आई के साथ वायु प्रदूषण का एक्यूआई रिकॉर्ड तोड़ उच्च स्थान पर पहुॅच गया है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण नियंत्रित पर केजरीवाल के लाख दावों के बावजूद जून, 2022 में आए शिकागो यूनिवर्सिटी के उर्जा नीति संस्थान EPIC की ओर से जारी एयर क्वालिटी लाईफ इंडेक्स से राजधानी दिल्ली दुनिया के प्रदूषित शहरों में नम्बर वन पर है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण रोकथाम के लिए अरविन्द केजरीवाल द्वारा 15 सूत्री विंटर एक्शन प्लान की घोषणा की थी उसकी पोल दिल्ली के मौजूदा प्रदूषण स्तर ने खोल कर रख दी है, दिल्ली की वायु इतनी प्रदूषित है कि दिल्ली के लोगों का दम घुट रहा है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने तिमारपुर, गाजीपुर नरेला-बवाना में 5220 ट्रिलियन कूड़े का निस्तारण करके वेस्ट टू एनर्जी प्लांट बनाए थे जिससे आज भी 59 मेगावाट बिजली उत्पादन हो रही है जबकि दिल्ली की केजरीवाल सरकार की गलत नीतियों के कारण जो एजेंसी यहां का कर रही थी उसके भागने के कारण बवाना का प्लांट बंद पड़ा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 11357 टन प्रतिदिन कूड़ा सृजित होता है जिसमें से 5996 टन कूड़े के निस्तारण की सुविधा नही है, मतलब इतना कूड़ा प्रतिदिन बढ़ने के कूड़े के पहाड़ खड़े हो रहे है, जो भविष्य के लिए खतरा बन सकता है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि जुलाई 2019 में एनजीटी ने लैंडफिल से कचरा हटाने का आदेश दिया था परंतु 38 महीनों में अब तक मात्र 59 लाख टन कचरा हटाया गया है, कचरा निवारण की रफ्तार यदि यही रही तो बाकी कचरे को हटाने में लगभग 12 साल लग जाऐंगे। केजरीवाल की दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम की लैंडफिल से कचरा निवारण की रफ्तार चिंताजनक है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस ने भाजपा के रामलीला मैदान में पंच परमेश्वर कार्यक्रम से संबंधित 5 सवाल पूछे थे जिनके जवाब देने के बजाय भाजपा के राष्ट्रीय जे.पी. नड्डा तो दूसरे राज्यों में भाग गए और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आज तक इन सवालों का जवाब नही दिया। क्या गृह मंत्री अमित शाह के पास दिल्ली कांग्रेस के 5 सवालों के जवाब है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने रामलीला मैदान में पंच परमेश्वर कार्यक्रम किस उद्देश्य से किए यह दिल्लीवासियों की समझ से दूर रहा।
चौ0 अनिल कुमार ने बताया कि हमारे सवालों में पहला कि भाजपा ने 17 वर्षों में एमसीडी को घोर भ्रष्टाचारी बनाने का काम किया और केजरीवाल के साथ मिलकर जिस तरह भाजपा नेताओं ने अवैध शराब के ठेके खुलवाए, उन भाजपा नेताओं पर कार्यवाही कब होगी। दूसरा दिल्ली नगर निगम परिसीमन की फाइनल रिपोर्ट में भाजपा की केन्द्र सरकार ने केजरीवाल सरकार के साथ मिलकर बनाया जिसमें दलितों-अल्पसंख्यकों के साथ दुर्व्यवहार किया और उनके हितों की अनदेखी की गई। तीसरा भाजपा ने घोषणा पत्र में अस्थाई सफाई कर्मचारियों को नियमित करने का संकल्प क्यों नही निभाया, अन्य विभागों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, यांत्रिकी आदि में अस्थाई कर्मचारियों को नियमित क्यों नही किया गया। चौथा सवाल कि केजरीवाल सरकार द्वारा एमसीडी को फंड नही देने पर भाजपा ने केन्द्र सरकार से फंड दिलाने का वादा निभाने की जगह फंड की कमी का बताकर निगम का एकीकरण कर डाला। कर्ज में डूबे निगम को 13,000 करोड़ का बेल आउट कब देगी। पांचवा सवाल कि पिछले 2 वर्षों में दिल्ली ने दो साम्प्रदायिक दंगों को झेला है, भाजपा नेताओं ने दिल्ली को शांति बनाए रखने की जगह नफरत की आग में झोंकने का काम किया। नफरत फैलाने वाले भाजपा नेताओं पर कार्रवाई कब होगी।