Saturday, July 27, 2024
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माताओं को नहीं मिल रहा है जननी सुरक्षा योजना का लाभ : हरपाल सिंह राणा

– ऑनलाइन आवेदन की भी नहीं दी गई है सुविधा – सरकार की यह योजना अपने मकसद में विफल हो चुकी है
– लाभान्वित महिलाओं की संख्या प्रतिवर्ष रही घट

नई दिल्ली, 24 अक्टूबर 2023 : दिल्ली में माताओं को दिल्ली सरकार की स्कीम जननी सुरक्षा योजना (जेएसवाई) का लाभ मिला है साथ ही अभी तक सरकार ने इस योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन करने के लिए भी कोई सुविधा नहीं बनाई है। महिला और बाल-बालिकाओं सहित सभी संबंधित योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों तक पहुंचाने का प्रयास करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता चौधरी हरपाल सिंह राणा ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि सरकार की यह योजना अपने मकसद में विफल हो चुकी है। हरपाल राणा ने आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार बताया दिल्ली में जन्म पर सिर्फ 6085 माताओं को जेएसवाई का लाभ मिला है। यह योजना 100 प्रतिशत केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित है, इसमें महिला की उम्र 19 वर्ष या उससे अधिक होने के साथ महिला के द्वारा पूर्ण रूप से टीकाकरण करवाने का कार्ड और आधार कार्ड बैंक की पासबुक देना अनिवार्य है। लेकिन योजना में लाभान्वित महिलाओं की संख्या प्रतिवर्ष घटती जा रही है।

– 6 वर्ष में बढ़ने की जगह कम हो रही है संख्या
आरटीआई से वर्ष 2017 में ली गई जानकारी में बताया गया था कि वर्ष 2016-17 में 13 हजार 938 महिलाएं जेएसवाई से लाभान्वित हुई। जबकि 6 वर्ष के बाद संख्या बढ़ने की बजाए आधी हो गई वर्ष 2021-22 में 6 हजार 585 और 22-23 में 6 हजार 86 महिलाओं को ही इसका लाभ दिया गया जबकि दिल्ली में जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या प्रतिवर्ष लगभग एक लाख से अधिक हैं। इससे यह अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि योजना अपने उद्देश्य में विफल हो चुकी है। राणा कहते हैं कि भारत सरकार और दिल्ली सरकार दोनों सरकार को ध्यान देकर इसमें उपरोक्त सुझाव पर कार्रवाई करने की आवश्यकता है, जिससे अधिक से अधिक जरूरतमंद महिलाओं को इसका लाभ मिल सके और योजना आरंभ करने का उद्देश्य सफल हो सके।

– गर्भवती महिलाओं के संस्थागत एवं सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देना
जननी सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत वर्ष 2006 को आरंभ की गई थी। यह एक सुरक्षित मातृत्व कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य गरीब गर्भवती महिलाओं के संस्थागत एवं सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देना है, जिससे माता और शिशु की मृत्यु दर को कम किया जा सके।

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