- राष्ट्रीय सफाई मजदूर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने लिखा निगमायुक्त को अनुरोध पत्र
- बीमारी में पहले स्वास्थ्य पर ध्यान दे कर्मचारी या फिर प्रशासन को सूचित करे
- ये कार्य करते हैं तो सफाई कर्मियों का हो सकता है भला
नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम के आयुक्त ज्ञानेश भारती को राष्ट्रीय सफाई मजदूर कांग्रेस दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष देंवेद्र सिंह प्रधान ने पत्र लिखकर सफाई कर्मियों के खिलाफ जारी तुगलकी फरमान को वापिस लेने की मांग की है। पत्र में लिखा है कि तीनों निगम एक हुए तो सफाई कर्मियों में एक खुशी की लहर दौड़ी कि अब तीनों निगम एक हो गए हैं और नए आयुक्त सफाई कर्मियों की भलाई के लिए कोई ठोस नीति बनायेंगे। लेकिन आयुक्त के सीट पर बैठते ही एक नया काला कानून हम पर लागू कर दिया जो सफाई सैनिक एक दिन भी अनुपस्थित रहेगा उसकी एक दिन की सैलरी काटी जायेगी जो सफाई सैनिक तीन दिन तक बिना बताये अनुपस्थित रहेगा तो उसे निलम्बित कर दिया जायेगा।
मजदूर कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने बताया कि सफाई कर्मी 20-25 वर्षों से चाहे कोई भी परिस्थिति, कठिनाई रही हो कड़ी से कड़ी मेहनत करके गलियों, सडकों व चौराहों को साफ सुधरा करने में लगा रहता है। अगर बिमारी के कारण सफाई कर्मी तीन दिन तक ड्यूटी पर नहीं आता है तो आप बताए पहले वो अपनी जान बचाये या आपको सूचित करे। इन सफाई कर्मियों के साथ ऐसा बर्ताव क्यों? निगम में करीब 37 विभाग हैं, उनके साथ ऐसी औचक जांच क्यों नहीं की जाती है।
राष्ट्रीय सफाई मजदूर कांग्रेस दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह प्रधान ने कहा कि सफाई कर्मियों ने चाहे हैजा की बिमारी रही हो या प्लेग की बिमारी रही हो या डेंगू की बिमारी हो या जो अभी कोरोना की भयंकर बीमारी आई जिसमें मंदिर मस्जिद व गुरुद्वारे तक बन्द हो गये। इस कोरोना की बीमारी से डॉक्टर व हमारे देश के प्रधानमंत्री मोदी जी बोलते थे कि आप सभी लोग अपने घरों में रहे लेकिन ये कोरोना योद्धा सफाई सैनिक अपने व अपने परिवार की चिंता किये बिना दिल्ली व देश को साफ सुथरा करने में लगे रहे ताकि देश से भयंकर बीमारी भाग जाये। आप इन सफाई कर्मियों पर औचक जांच के नाम पर कभी रिटायर्ड एस.डी.एम., कभी कमांडो, कभी दिल्ली पुलिस व अन्य विभागों से उनकी चेकिंग कराई जाती है व इन सभी अधिकारियों ने इनको क्लीन चिट दी व इनके कार्यों से संतुष्ट पाये गये।
राष्ट्रीय सफाई मजदूर कांग्रेस दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष देंवेद्र सिंह प्रधान ने कहा कि अगर ये सफाई कर्मी कार्य नहीं करते तो दिल्ली से टनों के हिसाब से कूड़ा कैसे निकलता है। आप लोगों ने ये काला कानून लाकर सफाई कर्मियों को इतना भयभीत कर दिया है। इतनी भयंकर गर्मी व धूप में सुबह से तीन बजे तक कार्य में लगे रहते हैं। कईयों की ऑन ड्यूटी दुर्घटना हो चुकी है। साथ ही सफाई कर्मियों को डराया धमकाया ना जाए। सफाई कर्मियों के संयम से खिलवाड़ ना किया जाए। इनके स्वास्थ्य का भी ख्याल रखा जाये।
आयुक्त से राष्ट्रीय सफाई मजदूर कांग्रेस दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष देंवेद्र सिंह प्रधान ने पूछा कि श्रीमान जी ये सफाई कर्मचारी सुबह से शाम तक कार्य में लगे रहते है आप बतायें कि इनको पानी पीने व खाना खाने की व थोड़ी देर आराम करने की भी जगह नहीं है, ना ही हाथ धोने को साबुन है। ये सबसे गंदा कार्य करते हैं। ये सभी सुविधा भी सभी सफाई कर्मियों को जरूर दी जाये। अच्छा होता सफाई कर्मियों के लिए आप यह आदेश निकाले कि तीन दिन में जो सफाई सैनिक 20-25 वर्षों से कच्चे है उन्हें तीन दिन में पक्का किया जाता। सभी सफाई कर्मियों को तीन दिन में कैशलेस मेडिकल कार्ड दिया जाता। सभी सफाई कर्मियों को तीन दिन में वर्षों से वर्दी नहीं मिली है, उनको वर्दी का नकद भुगतान किया जाता।
राष्ट्रीय सफाई मजदूर कांग्रेस दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह प्रधान ने कहा कि सफाई कर्मचारी रिटायर्ड हो चुके है, इनको सभी लाभांश तीन दिन में दिया जाता। यह आदेश निकाले कि जिन सफाई सैनिकों को 4 या 5 महीने से वेतन नहीं मिला है उन्हें तीन दिन में भुगतान किया जाऐ। जिन सफाई कर्मियों की पेंशन कई महीनों से रुकी है उसका भुगतान भी तीन दिन में कर दिया जाये। जनसंख्या के हिसाब से एम.सी.डी. में नई भर्ती की जाये। अगर आप यह आदेश दे देते तो इन सफाई कर्मियों के यहाँ भी दिवाली मन जाती। ये भी अपने बच्चों का पालन पोषण अच्छे तरीके से कर सकेंगे। संगठन आपसे सानुरोध प्रार्थना करता है कि आप उपरोक्त विषय पर संज्ञान लेते हुए कर्मचारियों के सम्मान को समझाते हुए सफाई कर्मियों के एक अधिकार हनन प्रक्रिया पर विचार कर इन्हें समय अनुसार सारे लाभांशों की शुरूआत की जाये।