नई दिल्ली, 16 जुलाई 2022 : दिल्ली नगर निगम के शिक्षा विभाग ने मिशन बुनियाद की अभूतपूर्व सफलता के बाद निगम विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान करने के लिए निगम विद्यालयों के क्षेत्रीय शिक्षा अधिकारियों, विद्यालय निरीक्षकों एवं प्रधानाचार्यों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम छः सत्रों में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन निगम के शिक्षा निदेशक विकास त्रिपाठी की अध्यक्षता में किया गया। इस ओरिएंटेशन कार्यक्रम में अतिरिक्त शिक्षा निदेशक मुक्तमय मंडल, मिनी शर्मा एवं क्षेत्रीय उप शिक्षा निदेशक भी उपस्थित रहे।
दिल्ली नगर निगम के शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित इस ओरिएंटेशन कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों एवं प्रधानाचार्यों को पुनर्गठित पाठ्यक्रम एवं शिक्षण को मासिक एवं साप्ताहिक कार्य योजनाओं के आधार पर छात्रों को गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान करना है। यह पाठ्यक्रम नई शिक्षा नीति के आधार पर तैयार किया गया है तथा इसमें पाठ्य सहगामी क्रियाओं के महत्त्व को समझते हुए शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक क्रियाओं का उचित समन्वय किया गया है।
शैक्षणिक क्रियाओं के लिए पाठ के विवरण के साथ-साथ पाठ के शिक्षण बिन्दु, शिक्षण विधियाँ, शिक्षण उपागम, शिक्षण सहायक सामग्री के साथ-साथ कलांशाक कार्य पत्रिका भी उपलब्ध करवायी जायेगी। इसके साथ ही विद्यालय में शैक्षिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए मिशन बुनियाद की सफलता के बाद इसे एफ.एल.एन. कक्षाओं के रूप अगले दो महीनों तक जारी रखा जायेगा। जिसमें अत्यधिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए दिन भर तथा आंशिक कमजोर बच्चों के लिए 2 घंटे की कक्षा करवायी जायेगी।
दिल्ली नगर निगम के शिक्षा विभाग के निदेशक विकास त्रिपाठी ने बताया कि यह पाठ्यक्रम बच्चों की आवश्यकताओं, अध्ययन कार्यक्रमों को ध्यान में रखते हुए नई शिक्षा नीति के प्रावधानों के अनुरूप तैयार किया गया है। इसके साथ ही शिक्षण में पाठ्य सहगामी क्रियाओं के महत्व को समझते हुए शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक क्रियाओं का उचित समन्वय किया गया है। पाठ्य सहगामी क्रियाओं के लिए बुधवार का दिन निर्धारित किया गया है, जिसमें खेलकूद, संगीत, कला एवं शिल्प, जीवन कौशल के अतिरिक्त स्तत विकास के महत्त्व को समझते हुए हम प्रकृति से, प्रकृति हम से नामक नया भाग जोड़ा गया है, ताकि बच्चे प्रकृति अर्थात् जल, पृथ्वी, वायु, पेड़-पौधों तथा जीव-जन्तुओं आदि के महत्त्व को समझें और दैनिक जीवन में उनके संरक्षण हेतु प्रयासरत रहें। उन्होंने कहा कि आगे चलकर मासिक योजना में मेधावी छात्रों के लिए नए कार्यक्रम भी सम्मिलित किए जायेंगे।